The Lallantop

सेंसर बोर्ड से पास हुई 'धड़क 2', इन 9 बदलावों के बाद मिला U/A 16+ सर्टिफिकेट

'धड़क 2' से पहले प्रतीक गांधी की फिल्म 'फुले' में भी सेंसरबोर्ड ने बहुत सारे बदलाव करवाए थे. जिसे लेकर खूब बवाल हुआ था.

post-main-image
'धड़क 2' की रिलीज़ डेट फिलहाल अनाउंस नहीं की गई है.

Siddhant Chaturvedi और Triptii Dimri की फिल्म Dhadak 2 सालों से सेंसर बोर्ड ने लटका कर रखी थी. अब फाइनली फिल्म को CBFC ने U/A 16+ का सर्टिफिकेट दे दिया है. मतलब 16 साल तक के बच्चे इसे अपने माता-पिता की निगरानी में देख सकते हैं. मगर इस सर्टिफिकेट से पहले सेंसर बोर्ड ने 'धड़क 2' में बहुत सारे बदलाव करवाए हैं. जिसमें कई जातिगत भेदभाव वाले सीन्स हैं. कुछ-कुछ डायलॉग्स को रिप्लेस करवाया है. फिल्म में क्या-क्या बदलाव करवाए गए हैं, आइए जानते हैं.

साल 2018 में जाहन्वी कपूर और ईशान खट्टर की फिल्म 'धड़क' आई थी. जो जाति व्यवस्था पर बात करती हुई फिल्म थी. ये पिक्चर मराठी फिल्म 'सैराट' का हिंदी रीमेक थी. जब करण जौहर ने 'धड़क 2' अनाउंस की तो उन्होंने बताया था कि ये फिल्म तमिल पिक्चर 'परियेरम पेरुमल' पर आधारित है. जो एक सोशियो-पॉलिटिकल ड्रामा फिल्म है. फिल्म की कहानी तमिलनाडु के गांव के कथित 'नीची जाति' से आने वाले एक लड़के परियन की है. फिल्म बनने के बाद से ही सेंसर बोर्ड के पास क्लियरेंस के लिए गई थी. मगर वहां से इसे रिलीज़ ही नहीं किया जा रहा था. अब सेंसर बोर्ड ने फिल्म में कुछ बदलाव करवाए हैं.

1. डायलॉग, ''3000 साल पुराना बैकलॉग 70 साल में क्लियर नहीं हो सकता...'' को, ''इतने सालों का बैकलॉग सिर्फ 70 सालों में क्लियर नहीं हो सकता...'', इससे रिप्लेस करने के लिए कहा गया है.

हाल ही में अभी प्रतीक गांधी और पत्रलेखा की फिल्म 'फुले' पर भी सेंसर बोर्ड ने ऐसा ही बदलाव करवाया था. उसमें भी, ''3000 साल पुरानी गुलामी'' वाले डायलॉग की जगह ''कई साल पुरानी... ''करवाया गया था.

2. डायलॉग, ''निलेश, ये कलम देख रहे हो, राज कर रहे हैं...'' इसे, ''ये छोटा सा ढक्कन पूरी कलम का थोड़ा सा हिस्सा है और बाकी के हैं हम...'' से बदलवा दिया गया है.

3. जातिसूचक शब्द जैसे 'चमार' और 'भंगी' को म्यूट कर दिया गया है. उनकी जगह 'जंगली' शब्द का इस्तेमाल किया गया है.

4. डायलॉग, ''धर्म का काम है...'' कि ''जगह पुण्य का काम है...'' कर दिया गया है...

5. डायलॉग ''सवर्णों के सड़क...हमें जला देते हैं...'' को ''ना सड़के हमारी थी, ना ज़मीन हमारी थी...'' जैसे लंबे डायलॉग से रिप्लेस कर दिया गया है.

6. CBFC ने 'ठाकुर का कुआं' कविता के पाठ पर भी सेंसर लगा दिया है.

7. संत तुलसीदास के दोहे पर बने गाने को भी बदलवा दिया गया है.

8. इसके आलावा तीन विज़ुअल्स कट भी हैं. जिसमें नीलेश किरदार पर पेशाब करने वाले एक किरदार के पांच सेंकड के शॉट को हटाया गया है. नीलेश के पिता को अपमानित करने वाले सीन को छोटा कर दिया गया है.

9. 20 सेकेंड के डिस्क्लेमर को एक मिनट 51 सेकेंड के वर्जन से बदला गया है. सेंसर बोर्ड ने मेकर्स से ये भी कहा है कि वो ये सुनिश्चित करें कि इस डिस्क्लेमर को ज़ोर से पढ़ा जाए.

रिपोर्ट्स के अनुसार 'धड़क 2' का  रन टाइम लगभग 146 मिनट है. यानी दो घंटे 26 मिनट. शाज़िया इकबाल के डायरेक्शन में बनी इस फिल्म को लेकर बीते दिनों अनुराग कश्यप ने भी ट्वीट किया था. 'फुले' वाले मामले पर अपनी बात रखते हुए उन्होंने कहा था कि सेंसर बोर्ड आखिर 'फुले' और 'धड़क 2' जैसी फिल्मों को रिलीज़ क्यों नहीं होने दे रहा है. ख़ैर, 'फुले' तो बहुत सारे कट्स और बदलाव के साथ रिलीज़ हुई. कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाई. अब देखना होगा 'धड़क 2' को पब्लिक कैसा रिस्पॉन्स देती है. 

वीडियो: 'धड़क 2' की कहानी पता चल गई!