तमिलनाडु के डिंडीगुल जिले में बस चलाते वक्त ड्राइवर को अचानक दिल का दौरा पड़ गया. वह बेहोश होकर स्टीयरिंग पर गिर पड़ा. लेकिन कंडक्टर ने सूझबूझ दिखाते हुए बड़ा हादसा टाल दिया. कंडक्टर ने समय रहते ही इमरजेंसी ब्रेक लगाकर बस रोक दी. बस में 35 यात्री सवार थे, सभी सुरक्षित हैं. हालांकि, दिल का दौरा पड़ने से बस चला रहे ड्राइवर की मौके पर ही मौत हो गई.
चलती बस में ड्राइवर को दिल का दौरा पड़ा, कंडक्टर की सूझबूझ ने बचा लीं 35 जिंदगियां
इससे पहले कि ड्राइवर, कंडक्टर को कुछ बता पाता, वह स्टीयरिंग पर ही गिर पड़ा.

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक यह घटना शुक्रवार, 23 मई की है. बस ड्राइवर का नाम प्रभु था. जो एक प्राइवेट बस चला रहे थे. रिपोर्ट के मुताबिक यह बस केरल के पुदुकोट्टई की ओर जा रही थी. इस दौरान बस जैसे ही कनकमपट्टी पहुंची. तभी प्रभु के सीने में तेज दर्द उठा. उन्होंने बस चलाते हुए कंडक्टर को फोन किया. लेकिन वह कुछ बोल पाते उससे पहले ही बेहोश होकर स्टीयरिंग पर गिर पड़े.
इसके बाद तुरंत बस कंडक्टर ड्राइवर की सीट के पास पहुंचा. उसने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर बस को रोक दिया. इस दौरान बस में सवार यात्रियों ने भी मदद की. लेकिन तब तक उनकी जान जा चुकी थी. यह पूरी घटना ड्राइवर सीट के पास लगे कैमरे में कैद हो गई. हालांकि, मामले में पुलिस ने भी जांच शुरू कर दी है. वहीं बस से मिले सीसीटीवी फुटेज के आधार पर कंडक्टर और यात्रियों से भी पूछताछ की जा रही है.
इसके पहले बीती 30 अप्रैल को उत्तराखंड के उधमसिंहनगर जिले में एक रोडवेज ड्राइवर को चलती बस में दिल का दौरा पड़ा था. इस दौरान बस बेकाबू होकर खेत में घुस गई थी. घटना के समय बस में 28 यात्री मौजूद थे. हालांकि, बस में एक नर्स भी यात्रा कर रही थी. जो समय रहते बस ड्राइवर को सीपीआर देकर जान बचाने में कामयाब रही थी. इसके बाद बस ड्राइवर को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया था.

बीती 6 अप्रैल को ऐसी ही एक घटना मध्य प्रदेश में हुई. आगर मालवा जिले में बस ड्राइवर को हार्ट अटैक आ गया था. इसके बाद ड्राइवर की मौके पर ही मौत हो गई थी. इसके बाद बस बेकाबू होकर सड़क किनारे खड़ी दो बाइक, होर्डिंग और ईंटों के ढेर से जा टकराई. यह बस बड़ोद से शुजालपुर की ओर जा रही थी. हालांकि, इस दुर्घटना में किसी को गंभीर चोट नहीं आई थी.
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