समस्तीपुर में पीएम किसान सम्मान निधि योजना के अपात्र किसानों से वसूली की लिस्ट बना ली गई है. वहीं, केंद्र सरकार ने योजना की सातवीं किस्त जारी कर दी है.
PM किसान सम्मान निधि नाम की योजना में फर्जीवाड़े का आरोप सामने आया है. समस्तीपुर से आई खबरों में दावा किया गया है कि 1593 किसानों ने 14.45 करोड़ रुपए का लाभ उठाया, जबकि ये किसान योजना का लाभ लेने के पात्र थे ही नहीं.
क्या है पूरा मामला? आजतक के पत्रकार जहांगीर आलम की रिपोर्ट के मुताबिक़, समस्तीपुर में 1593 किसान वर्ष 2019 से PM किसान सम्मान निधि योजना का फायदा उठा रहे थे. जबकि ये लाभार्थी होने की पात्रता नहीं रखते थे. क्योंकि ये इनकम टैक्स भरने वाले किसान थे. जब उनके खाते आधार से लिंक किए गए, तब पूरी बात सामने आई. अब इन किसानों को स्वेच्छा से ये राशि लौटाने के लिए नोटिस भेजा जाएगा. जो नहीं लौटायेंगे, उन पर केस किया जाएगा. योजना में गड़बड़झाला सिर्फ यही पर नहीं, और जगहों पर भी सामने आ रहा है. 'द क्विंट' में छपी रिपोर्ट के अनुसार UIDAI और TRAI के पूर्व चीफ राम सेवक शर्मा के SBI बैंक अकाउंट में PM किसान सम्मान निधि के तहत कुल 6,000 रुपए भेजे गए हैं. खबर के मुताबिक, शर्मा का कहना है कि इस स्कीम में उन्होंने रजिस्ट्रेशन नहीं कराया. फिर भी उनका रजिस्ट्रेशन हो गया. इसकी जिम्मेदारी राज्य सरकार की है. राज्य सरकार ने बिना पहचान किए कैसे वेरिफिकेशन कर दिया.
किसान क्या कह रहे हैं? समस्तीपुर के किसानों से इस पूरे मामले को लेकर आजतक के पत्रकार जहांगीर आलम ने बात की. उनमें से एक सूरज कुमार ने आरोप लगाया,
प्रधानमंत्री किसान योजना के तहत हमें 6 हजार की राशि मिल रही है. कुछ ऐसे लोग भी हैं, जो आवेदन किए लेकिन उनको एक भी क़िस्त नही आया. कुछ लोग ऐसे हैं, जिनको रुपया नहीं मिलना चाहिए, उनको भी मिल रहा है. सरकार से यही मांग है कि जिनको मिलना चाहिए, उन्हें दे.
सुरेन्द्र कुमार नाम के किसान का कहना था,
पीएम किसान योजना का फॉर्म भरने के बारे में हमने कई बार सोचा. दौड़ते-दौड़ते थक गए लेकिन फॉर्म नहीं भर पाये. इससे पहले धान वाला भरे थे, उसका भी नहीं हुआ. जिसको योजना का लाभ मिलना चाहिए, उसको नही मिल पाता है. पीएम सम्मान योजना वाला जिसको नहीं मिलना चाहिए, उसको मिल जाता है. किसान को योजना का पता बाद में चलता है. जो किसान नहीं होता, उसे पहले ही पता चल जाता है.
अधिकारियों का क्या कहना है? ज़िला कृषि पदाधिकारी समस्तीपुर विकास कुमार ने बताया,
अब तक PM किसान सम्मान निधि योजना में 3 लाख 42 हजार 606 आवेदन आए. इसमें से 2 लाख 25 हजार 153 आवेदन स्वीकृत कर दिए गए, जो पीएम किसान सम्मान निधि योजना का लाभ उठा रहे थे. वैसे जो किसान कंडीशन को छिपाकर लाभ ले रहे थे, उनकी संख्या 1593 है. ये लोग इनकम टैक्स रिटर्न भर रहे थे. सॉफ्टवेयर और आधार नंबर के माध्यम से उनका पता लगा लिया गया है. सारे लोगों की सूची आ गयी है. उनको कृषि विभाग के द्वारा राशि लौटाने के लिए नोटिस जारी कर दिए गए हैं. अभी तक इस लिस्ट में से 9 किसानों के द्वारा योजना की कुल 76 हजार राशि वापस की गई है. अब आगे की कार्रवाई में किसान अगर पैसा वापस नहीं करते है तो उन्हें थाने के माध्यम से पुनः नोटिस दिया जाएगा. राशि वापस कर देते है तो ठीक है. नहीं तो तीसरे फेज में उन पर विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी.
क्या है PM किसान सम्मान निधि योजना? फरवरी 2019 में शुरू हुई थी ये योजना. देश के छोटे किसानों के लिए. इनको साल में 6 हजार रुपए दिए जाते हैं. तीन किस्तों में. लाभार्थी किसानों के पास 2 हेक्टेयर से ज्यादा ज़मीन नहीं होनी चाहिए. जो किसान इनकम टैक्स भरते हैं, वो भी इसका फायदा नहीं उठा सकते.