इंडिया टुडे की खबर के अनुसार, भारत और चीन ने बीच सीमा तय नहीं है. इस वजह से टकराव होता रहता है. एक अधिकारी ने बताया, हालिया वाकया नाकू ला सेक्टर में हुआ. इस दौरान भारतीय और चीनी सेना के जवान आक्रामक हो गए. जिससे दोनों ओर के सैनिकों को हल्की चोटें आई हैं. स्थानीय स्तर पर बातचीत के बाद मामला सुलझ गया. साथ ही सेनाएं भी हट गईं.

नाकू ला (गोले में) सिक्किम के उत्तर में है. यह भारत-चीन सीमा के काफी पास है.
रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से लिखा है कि इस साल इसी तरह की कई घटनाएं हो चुकी हैं. लेकिन इससे पहले किसी को चोट नहीं आई थी. सेना के जवान इस तरह के मुद्दों को स्थापित प्रोटोकॉल के अनुसार पारस्परिक रूप से हल कर लिया करते हैं. लेकिन इस बार मामला थोड़ा आगे बढ़ गया. ऐसे में लंबे समय बाद इतनी आक्रामक घटना हुई है.
सूत्रों ने आगे कहा कि इस समय बर्फ पिघलती है. ऐसे में इस समय हर साल दोनों देशों के सैनिकों में टकराव होता है. बर्फ पिघलने के चलते रास्ते और सड़कें साफ होती हैं. जिससे टकराव भी बढ़ जाता है. साथ ही दोनों देशों ने अपने हिस्से में सड़कों और इंफ्रास्ट्रक्चर पर काफी काम किया है. इस वजह से मुस्तैदी और गश्त भी बढ़ी है. टकराव की यह भी बड़ी वजह है.
साल 2017 में इसी तरह की घटना लद्दाख में हई थी. लद्दाख में पेंगोंग झील के पास भारत और चीन के सैनिक भिड़ गए थे. दोनों ने एक दूसरे पर पत्थर मारे थे.
वहीं भारत और चीन के बीच डोकलाम में भी टकराव देखने को मिला था. यहां पर दोनों देशों के सैनिक 73 दिन तक आमने-सामने रहे थे. दोनों ओर के सैनिक पीछे हटने को तैयार नहीं थे. बाद में कुटनीतिक स्तर पर मामले का हल निकाला गया.
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