एल्विश यादव को बेल मिल गई है. रविवार, 17 मार्च को एल्विश (Elvish Yadav) को गिरफ़्तार किया गया था. उन पर सांपों के ज़हर (snake venom) की तस्करी के आरोप लगे थे. एल्विश यादव बीते 5 दिनों से बक्सर जेल में हैं, हालांकि, जमानत मिलने के बाद भी वो आज यानी 22 मार्च को जेल से बाहर नहीं आएंगे. इसकी वजह ये है कि अभी एल्विश की गुरुग्राम की कोर्ट में पेशी होनी है. नोएडा जेल प्रशासन 23 मार्च को उन्हें गुरुग्राम की कोर्ट में पेश करेगा.
एल्विश यादव को जमानत मिली, लेकिन अभी जेल से बाहर नहीं आएंगे
रविवार, 17 मार्च को एल्विश को गिरफ़्तार किया गया था. उन पर सांपों के ज़हर की तस्करी के आरोप लगे थे.

दरअसल, गुरुग्राम पुलिस ने नोएडा की कोर्ट में एल्विस की प्रोडक्शन वारंट की अर्जी लगाई थी, जो कोर्ट ने मंजूर की थी. गुरुग्राम के सेक्टर 53 में एल्विस के खिलाफ मारपीट का मामला दर्ज है. नोएडा पुलिस ने जब एल्विस को गिरफ्तार किया था, उसके बाद गुरुग्राम पुलिस ने एल्विस से पूछताछ के लिए प्रोडक्शन वारंट लगाया था.
कोर्ट ने गुरुग्राम पुलिस को प्रोडक्शन वारंट में पूछताछ की इजाजत दी थी. अब नोएडा जेल प्रशासन एल्विस को कल (23 मार्च को) गुरुग्राम की कोर्ट में पेश करेगा. अब गुरुग्राम की कोर्ट तय करेगी की आगे क्या करना है.
ये भी पढ़ें - 'सांप' न जाने आंगन टेढ़ा: एल्विश यादव का जीवन परिचय
एल्विश पिछले साल, 3 नवंबर को नोएडा के सेक्टर-49 पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज हुई थी. इसमें छह लोगों को नामज़द किया गया था. कथित तौर पर एल्विश ने रेव पार्टियों में सांप और उनके ज़हर की सप्लाई की थी. उनपर ड्रग्स फ़ाइनेंस करने का भी इल्ज़ाम लगा. नोएडा पुलिस ने 17 मार्च को उन्हें गिरफ़्तार किया, फिर सूरजपुर विशेष अदालत में पेश किया. उन पर नारकोटिक ड्रग्स ऐंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस ऐक्ट, वन्यजीव संरक्षण अधिनियम और भारतीय दंड संहिता के संबंधित प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया था.
आदेशानुसार उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था. ऐसी मीडिया रपटें भी आईं कि पुलिस पूछताछ में एल्विश ने क़ुबूल कर लिया कि वो सांपों के ज़हर सप्लाई करते थे.
ये भी पढ़ें - "बेटा फेमस है इसलिए फंसाया.." एल्विश यादव के मां-बाप ने रोते हुए क्या कहा?
किस बिनाह पर मिली ज़मानत?20 मार्च को नोएडा पुलिस ने संदिग्ध ड्रग्स मामले की जांच में यादव के दो सहयोगियों को गिरफ़्तार किया था. हालांकि, एल्विश यादव ने आरोपों से इनकार किया है. एल्विश के वकील प्रशांत राठी ने मीडिया से बातचीत में बताया कि एल्विश को इस केस में झूठा फंसाया गया है. उन्होंने कोर्ट में भी यही दलील दी. उनके पास से नार्कोटिक्स ड्रग्स साइकेडेलिक सब्सटांस ऐक्ट (NDPS) ऐक्ट का कोई पदार्थ बरामद नहीं हुआ था.
उनकी ज़मानत पर NDPS की लोअर कोर्ट में सुनवाई हुई थी. अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी जयहिंद कुमार सिंह की अदालत से एल्विश को 50-50 हज़ार के बेल बॉन्ड पर ज़मानत दी गई है.
वीडियो: Elvish Yadav के पिता ने कैमरे पर बात करते हुए क्यों रोने लगे?