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राष्ट्रपति चुनाव का शेड्यूल आ गया! केवल चुनाव आयोग के पेन से ही होगा मतदान

21 जुलाई को मिलेंगे नए राष्ट्रपति, इस बार किसके वोट की कितनी वैल्यू? चुनाव आयोग ने बताया

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राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार (दाएं)

चुनाव आयोग (Election Commission) ने राष्ट्रपति चुनाव (Presidential elections) की तारीख का ऐलान कर दिया है. 18 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव होगा और 21 जुलाई को नतीजा घोषित होगा यानी इस दिन देश को नए महामहिम मिल जाएंगे. चुनाव आयोग के मुताबिक राष्ट्रपति चुनाव के लिए 29 जून तक नामांकन दाखिल किया जाएगा.

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कौन सा पेन होगा इस्तेमाल?

गुरूवार,9 जून को देश के मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने दिल्ली में एक प्रेस कांफ्रेंस कर राष्ट्रपति चुनाव का शेड्यूल जारी किया. उन्होंने बताया,

राष्ट्रपति चुनाव को लेकर अधिसूचना जारी कर दी गई है. चुनाव में वोटिंग के लिए विशेष इंक वाला पेन मुहैया कराया जाएगा. वोट देने के लिए 1,2,3 लिखकर पसंद बतानी होगी. पहली पसंद ना बताने पर वोट रद्द हो जाएगा.

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चुनाव आयोग की ओर से ये भी बताया गया है कि इस बार देश के राज्यों के सभी विधायकों के वोट की कुल वैल्यू 5 लाख 43 हजार 231 होगी. वहीं, लोकसभा के सांसदों की कुल वैल्यू 5 लाख 43 हजार 200 होगी. आयोग के मुताबिक इस बार इस चुनाव में कुल वोटर्स की संख्या 4,809 है.

व्हिप जारी नहीं कर सकते

प्रेस कांफ्रेंस के दौरान मुख्य चुनाव आयुक्त ने जानकारी देते हुए ये भी कहा कि अब राजनीतिक दल कोई व्हिप नहीं जारी कर सकते हैं. साथ ही देश की संसद और राज्यों की विधानसभाओं में वोटिंग होगी. राज्यसभा के महासचिव चुनाव प्रभारी होंगे. इसके अलावा आयोग की तरफ से कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने के भी निर्देश दिए गए हैं.

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल कब तक?  

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ramnath Kovind) का कार्यकाल 24 जुलाई 2022 को खत्म हो रहा है. इससे पहले देश का अगला और 15वां राष्ट्रपति चुन लिया जाएगा. पिछले 45 साल से इसी तारीख को निर्वाचित राष्ट्रपति कार्यभार संभालते रहे हैं. पिछली बार 17 जुलाई 2017 को राष्ट्रपति चुनाव हुए थे.

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राष्ट्रपति को चुनने के लिए आम लोग वोटिंग नहीं करते. इसके लिए जनता द्वारा चुने गए प्रतिनिधि और उच्च सदन के प्रतिनिधि वोट डालते हैं. लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य राष्ट्रपति चुनाव में वोट डालते हैं. इसके अलावा सभी राज्यों की विधानसभा के सदस्य भी राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग करते हैं. इसमें केंद्र शासित प्रदेश दिल्ली और पुडुचेरी की विधानसभा के सदस्य भी शामिल होते हैं.

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