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संजय राउत का दावा, 'शिंदे के हाथ में कुछ नहीं, उनका खाना-नहाना सब BJP तय कर रही'

संजय राउत ने कहा कि अगर बीजेपी ढाई-ढाई साल के सीएम फॉर्मूले पर राजी हो जाती, तो शिंदे मुख्यमंत्री बन सकते थे.

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Shivsena नेता Sanjay Raut. (फोटो: PTI)

महाराष्ट्र में जारी राजनीतिक उथल पुथल (Maharashtra Political Crisis) के बीच शिवसेना के दिग्गज नेता संजय राउत (Sanjay Raut) ने पार्टी के बागी नेता एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि एकनाथ शिंदे के हाथ में कुछ नहीं है. भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर निशाना साधते हुए संजय राउत ने कहा कि बीजेपी तय कर रही है कि एकनाथ शिंदे क्या करेंगे. आजतक से हुई खास बातचीत में शिवसेना के सीनियर नेता ने कहा कि शिंदे को मुंबई वापस लौट आना चाहिए. बोले,

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"एकनाथ शिंदे के हाथ में कुछ नहीं है. वो कब खाना खाएंगे, कब पानी पिएंगे, कब नहाएंगे और कब बाहर जाएंगे, ये सब बीजेपी तय कर रही है. उनको ये समझना चाहिए कि उनके और उनके साथ के विधायकों के हाथ में कुछ नहीं है. उनको मुंबई वापस आ जाना चाहिए."

संजय राउत का ये बयान तब आया है, जब एक दिन पहले यानी 23 जून को एकनाथ शिंदे ने कहा था कि एक बड़ी राष्ट्रीय पार्टी उनकी मदद कर रही है. राजनीतिक गलियारों में इस बड़ी राष्ट्रीय पार्टी का मतलब बीजेपी निकाला गया था. बाद में महाराष्ट्र बीजेपी प्रमुख चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि एकनाथ शिंदे जो कुछ भी कर रहे हैं, बीजेपी से उसका कोई लेना देना नहीं है.

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‘सिर्फ कागज पर गए हैं विधायक’

आजतक से खास बातचीत में संजय राउत ने ये भी कहा कि एकनाथ शिंदे के साथ जो भी विधायक गए हैं, वो कागज पर गए हैं और इसका मतलब ये नहीं है कि पार्टी खत्म हो गई. उन्होंने कहा कि इनका पॉलिटकल करियर खत्म हो गया है. राउत का दावा है कि महाराष्ट्र की जनता इन विधायकों के खिलाफ हो गई है. उन्होंने कहा कि आखिर में शिंदे के पास बस दो विधायक बचेंगे. आंकड़े किसी के पास कायम नहीं रहते.

संजय राउत ने बताया कि पहले भी राणे और छगन ने इस तरह की बगावत की थी, लेकिन इसका कोई फायदा उन्हें हुआ नहीं. उन्होंने फिर दोहराया कि वो और उनकी पार्टी हर जगह संघर्ष करेंगे. विधानसभा के अंदर और बाहर. न्यायिक लड़ाई भी जारी रहेगी.

इसके अलावा संजय राउत ने आगे कहा कि अगर बीजेपी ढाई-ढाई साल के सीएम फॉर्मूले पर राजी हो जाती, तो शिंदे मुख्यमंत्री बन सकते थे. उन्होंने कहा कि शिवसेना पर कोई कब्जा नहीं कर सकता और पार्टी को पूरे देश की राजनीतिक बिरादरी से समर्थन मिल रहा है. जैसे ममता बनर्जी और दूसरे नेताओं ने समर्थन दिया है. उन्होंने कहा कि पार्टी की आवाज कभी खत्म नहीं होगी और वो सीबीआई, ईडी, इनकम टैक्स इत्यादि से नहीं डरेंगे.

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