टेस्ला (Tesla) इंडिया आने की तैयारी में है. लेकिन इस ख़बर से सबसे ज्यादा नाराज अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप (Donald Trump) हैं. ऐसा हमने नहीं बल्कि ख़ुद ट्रंप ने कहा है. इलेक्ट्रिक कार बनाने वाली कंपनी टेस्ला के CEO एलन मस्क (Elon Musk) के भारत में फैक्ट्री लगाने की खबरों पर ट्रंप ने नाराजगी जताई है.
भारत आने की तैयारी में मस्क की Tesla, ट्रंप को इतना बुरा लगा कि बड़ी बात बोल दी
Elon Musk की कंपनी 17 फरवरी को Tesla ने लिंक्डइन पर 13 पदों के लिए भर्ती का विज्ञापन दिया है. Tesla के इस कदम को उसके भारतीय बाजार में एंट्री के संकेत के तौर पर देखा जा रहा है. टेस्ला के भारत आने की खबर से USA के राष्ट्रपति Donald Trump ने नाराजगी जाहिर की है.

अमेरिका के न्यूज़ चैनल फॉक्स न्यूज़ को दिए एक इंटरव्यू में ट्रंप ने कहा
अब अगर वह (मस्क) भारत में फैक्ट्री लगाते हैं तो ठीक है, लेकिन यह हमारे लिए यह बहुत ही गलत है.
18 फरवरी को ऑन एयर हुए इस इंटरव्यू में राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि मस्क को भारत में फैक्ट्री बनाने का अधिकार है, लेकिन उनका ये कदम अमेरिका को नुकसान पहुंचाएगा. ट्रंप ने भारत में लगने वाले हाई टैरिफ़ का भी जिक्र किया और बोले- टेस्ला के सीईओ एलन मस्क के लिए भारत में अपनी कारें बेचना असंभव है. ट्रंप ने कहा,
दुनिया का हर देश हमारा फायदा उठाता है और वे ऐसा टैरिफ के जरिए करते हैं. उदाहरण के लिए, भारत में व्यावहारिक रूप से कार बेचना असंभव है.
असल में टेस्ला के सीईओ एलन मस्क भी लंबे समय से भारत के भारी आयात शुल्क यानी टैरिफ की आलोचना करते रहे हैं. भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों पर लगभग 100% आयात शुल्क लगता है. पिछले हफ्ते पीएम मोदी के अमेरिका दौरे पर ट्रंप ने भी टैरिफ़ का मुद्दा उठाया था. दोनों नेताओं ने जल्द से जल्द व्यापार समझौते की दिशा में काम करने पर सहमति जताई, लेकिन टैरिफ पर कोई फैसला नहीं हुआ.
फिर अमेरिकी दौरे पर पीएम मोदी और मस्क की मुलाकात भी हुई. इसके बाद ही 17 फरवरी को Tesla ने लिंक्डइन पर 13 पदों के लिए भर्ती का विज्ञापन दिया, जिसमें ग्राहक सेवा (Customer Service) और बैकएंड ऑपरेशंस से जुड़े पद शामिल हैं. Tesla के इस कदम को उसके भारतीय बाजार में एंट्री के संकेत के तौर पर देखा जा रहा है.
हालांकि अभी टेस्ला की भारत में कोई फैक्ट्री नहीं है. लेकिन मस्क की भारत में टैरिफ़ को लेकर जो चिंता है वो शायद कम हुई है. वो इसलिए क्योंकि पिछले साल यानी मार्च 2024 में भारत सरकार ने अपनी नई EV पॉलिसी का एलान किया था. इसके मुताबिक जो भी कंपनी भारत में आकर इलेक्ट्रिक व्हीकल बनाना चाहती है, उसे कम से कम 500 मिलियन डॉलर यानी 4 हजार 1 सौ 50 करोड़ का निवेश करना होगा. साथ ही ऑटो कंपनियों को 3 साल के भीतर प्लांट लगाकर इलेक्ट्रिक व्हीकल का उत्पादन शुरू करना होगा. और 5 साल के भीतर डोमेस्टिक वैल्यू एडिशन (DVA) को 50 प्रतिशत पहुंचाना होगा. यानी इलेक्ट्रिक व्हीकल बनाने में लोकल सोर्सिंग को बढ़ाना होगा.
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तो मस्क के लिए भारत आना अब इतना मुश्किल नहीं है. अब न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट की मानें तो टेस्ला ने पहले ही नई दिल्ली और मुंबई में शोरूम के लिए स्थानों की पहचान भी कर ली है.
वीडियो: खर्चा-पानी: क्या एलन मस्क की टेस्ला भारत में आ गई है?