अलास्का में अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच करीब तीन घंटों तक चली बैठक किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंची (Trump Putin Meet). पर इस बैठक से भारत और अमेरिका के बीच उलझते व्यापारिक रिश्तों पर फिलहाल नर्मी देखने को मिल सकती है. बैठक के बाद आए ट्रंप के बयान से तो कम से कम ऐसी ही उम्मीद जताई जा रही है. पुतिन से मीटिंग के बाद ट्रंप ने कहा है कि रूस और उसके व्यापारिक साझेदारों पर अतिरिक्त जुर्माना लगाने पर विचार नहीं कर रहे हैं.
पुतिन से मुलाकात के बाद कुछ नरम पड़े ट्रंप, बोले- रूस से तेल खरीदने वालों पर 'अभी' और टैरिफ नहीं
ट्रंप का ये बयान भारत के लिए भी महत्वपूर्ण है. भारत रूसी तेल का बड़ा खरीददार है. इसी वजह से हाल ही में ट्रंप ने भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाया था.

अमेरिकी न्यूज चैनल फॉक्स न्यूज के साथ इंटरव्यू में ट्रंप से जब सेकेंडरी प्रतिबंधों को लेकर सवाल पूछा गया तो ट्रंप ने कहा,
मुझे इसके (प्रतिबंधों के) बारे में दो या तीन सप्ताह में सोचना पड़ सकता है, लेकिन हमें इसके बारे में तुरंत सोचने की जरूरत नहीं है.
ट्रंप ने अपने आगे की योजना के बताए बिना ही कहा, “अगर मैं अभी सेकेंडरी प्रतिबंध लगाता हूं, तो यह उनके लिए विनाशकारी होगा.”
बताते चलें कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कुछ दिन पहले ही रूस के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाया था. अलास्का में हुई बैठक के बाद उन्होंने रूस के प्रति अपना रुख नरम करते हुए कहा कि अलास्का शिखर सम्मेलन “अच्छा रहा” और उन्होंने इसे "10/10" रेटिंग दी.
हाल ही में भारत पर 25% टैरिफ लगाने के बाद, ट्रंप ने भारतीय वस्तुओं पर 25% एडिशनल टैरिफ लगा दिया था. यानी पुतिन से मिलने से ठीक पहले ट्रंप भारत पर कुल 50 फीसदी टैरिफ लगा चुके थे. साथ ही उन्होंने रूसी तेल खरीदने वाले देशों को भी आगाह किया कि उन पर भी एडिशनल टैरिफ लगाया जा सकता है. चीन और भारत रूसी तेल के दो सबसे बड़े खरीदार हैं. हालांकि, भारत ने स्पष्ट किया है कि ट्रंप की धमकियों के बाद रूसी तेल आयात में कोई रोक नहीं लगी है.
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‘अब सबकुछ जेलेंस्की पर है!’अमेरिकी राष्ट्रपति ने रूस को यह भी चेतावनी दी थी कि अगर पुतिन यूक्रेन युद्ध को खत्म करने के लिए शांति समझौते नहीं करते है, तो उन्हें ‘बहुत गंभीर परिणाम’ भुगतने होंगे. लेकिन बयानबाजी के बावजूद, ट्रंप और पुतिन के बीच चली लगभग तीन घंटे की बैठक बेनतीजा रही और यूक्रेन में सीजफायर के लिए किसी समझौते पर पहुंचे बिना ही पुतिन अलास्का से चले गए.
ट्रंप ने बताया कि उन्होंने अब तक यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से बात नहीं की है. लेकिन वो यूरोपीय नेताओं के साथ जल्द ही बात करने की योजना बना रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि वो इस मुद्दे पर जेलेंस्की और NATO को कॉल करेंगे. फॉक्स न्यूज से बात करते हुए ट्रंप ने कहा कि वो जेलेंस्की और पुतिन के साथ एक बैठक करने की योजना बना रहे हैं.
इंटरव्यू के दौरान ट्रंप ने जोर देकर कहा कि अब यह यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की पर निर्भर है कि वे इस समझौते को अंजाम तक पहुंचाएं. ट्रंप ने जेलेंस्की से अपील की है कि वे पुतिन के साथ समझौता कर लें.
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