बागेश्वर धाम (Bagheshwar Dham) के पीठाधीश धीरेंद्र शास्त्री बीते कई दिनों से सुर्खियों में छाए हैं. हालांकि, ऐसा पहली बार नहीं है. अक्सर धीरेंद्र शास्त्री (Dhirendra Shastri) के विवादित बयान और वीडियो वायरल होते रहे हैं. इस बार धीरेंद्र शास्त्री की चर्चा तब शुरू हुई जब महाराष्ट्र के एक संगठन ने उन पर अंधविश्वास को बढ़ावा देने का आरोप लगाया. इसके बाद से ही धीरेंद्र शास्त्री लगातार चर्चा में बने हुए हैं.
धीरेंद्र शास्त्री की अपने मुसलमान दोस्त से हुई थी बहस, लल्लनटॉप को सब बताया है
रिपोर्ट्स में बताया गया है कि इस दोस्त ने धीरेंद्र शास्त्री की बहन की शादी के लिए आर्थिक मदद दी थी.

इस बीच उनके एक मुस्लिम दोस्त की खबरें भी आईं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, धीरेंद्र शास्त्री की बहन की शादी के लिए इस दोस्त ने उन्हें आर्थिक मदद भी दी थी. कौन है वो दोस्त, धीरेंद्र शास्त्री से कैसे हुई उनकी मुलाकात और क्या अभी भी वो धीरेंद्र शास्त्री के दोस्त हैं? इन सवालों का जवाब धीरेंद्र शास्त्री ने खुद लल्लनटॉप को दिए इंटरव्यू में दिया है. धीरेंद्र शास्त्री के उस दोस्त का नाम शेख मुबारक है.
चाय की दुकान पर मिले थेधीरेंद्र शास्त्री ने बताया कि उनकी शेख मुबारक से मुलाकात तब हुई थी, जब वो उम्र में छोटे थे. पहली मुलाकात चाय की एक दुकान पर हुई थी. धीरेंद्र शास्त्री के मुताबिक पहली मुलाकात में ही दोनों के बीच बहस छिड़ गई थी. लेकिन उसके बाद दोनों अच्छे दोेस्त बन गए.
उस दिन के बारे में धीरेंद्र शास्त्री ने बताया कि वो राखी लेने गए थे. उनके साथ में उनका एक और मित्र था, जिनकी शेख मुबारक से पहचान थी. चाय की दुकान में शेख मुबारक ने धीरेंद्र शास्त्री के दोस्त से उनका हाल-पूछा था. धीरेंद्र शास्त्री के दोस्त का चेहरा देख कर शेख मुबारक ने पूछा था कि उनका चेहरा उतरा हुआ क्यों है. इस पर धीरेंद्र शास्त्र के दोस्त ने थोड़ी उलझन की बात कही. इस पर शेख मुबारक बोल पड़े कि इस दुनिया के चक्कर में मत पड़ो, यहां माता सीता को भी नहीं छोड़ते हैं.
पहली बार बहसबाजी हुई थीधीरेंद्र शास्त्री ने बताया कि शेख मुबारक की इस बात पर वो आवेश में आ गए और उनसे कहा,
आप कौन होते हैं माता जानकी के ऊपर पर उंगली उठाने वाले या वो उदाहरण देने वाले? दूसरे उदाहरण भी तो दे सकते हो. क्या इसलिए कि आप दूसरे धर्म के हो? क्या इसका उदाहरण आप अपने धर्म से नहीं दे सकते हो?
धीरेंद्र शास्त्री के मुताबिक इसी बात पर दोनों का विवाद शुरु हो गया था, जो लगभग 10 मिनट तक चला. फिर शेख मुबारक ने धीरेंद्र शास्त्री के दोस्त से पूछा कि ये छोटा बच्चा कौन है. दोस्त ने शेख मुबारक को धीरेंद्र शास्त्री के बारे में और उनके दादा के बारे में बताया. शेख मुबारक धीरेंद्र शास्त्री के दादा को जानते थे क्योंकि दोनों के दादा पहले कई बार मिल चुके थे.
इस तरह धीरेंद्र शास्त्री और शेख मुबारक के पुराने संबंध निकल आए. फिर दोनों की दोस्ती बढ़ गई. धीरेंद्र शास्त्री के मुताबिक शेख मुबारक बागेश्वर धाम पर सुंदरकांड और कीर्तन करने भी आते थे. धीरेंद्र शास्त्री ने बताया कि शेख मुबारक आज भी उनके अच्छे दोस्त हैं.
वीडियो: धीरेंद्र शास्त्री इंटरव्यू में चमत्कार, भूत-प्रेत, जमीन कब्जे के आरोप पर क्या बोले?