दिल्ली में यमुना (Delhi Yamuna) का जलस्तर बढ़ता ही जा रहा है. इतिहास में पहली बार यहां वॉटर लेवल 208.41 मीटर पर पहुंच गया है. बाढ़ (Flood) के खतरे के बीच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने निचले इलाकों में रहने वाले लोगों से अपने घर खाली करने और जल्द से जल्द सुरक्षित स्थान पर जाने की अपील की है. जरूरत पड़ने पर स्कूलों को राहत शिविरों में बदलने का निर्देश दिया गया है.
दिल्ली: खतरे के निशान से बहुत ऊपर पहुंची यमुना, जगह-जगह भरा पानी, अधिकारी टेंशन में
इतिहास में पहली बार दिल्ली में यमुना का जलस्तर 208 मीटर के पार हुआ है. 16 हजार से ज्यादा लोगों को अब तक सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.

-आजतक से जुड़े पंकज जैन की रिपोर्ट के मुताबिक, 12 जुलाई की शाम तक दिल्ली में 16 हजार 564 लोगों को यमुना नदी से सटे निचले इलाकों से सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है.
-दिल्ली के छह जिलों में 12 टीमें तैनात की गई हैं. नॉर्थ ईस्ट, ईस्ट, सेंट्रल और साउथ ईस्ट दिल्ली में 2700 से ज्यादा राहत कैंप लगाए गए हैं.
-बाढ़ ग्रस्त इलाकों में लोगों तक पहुंचने के लिए 50 बोट का इंतजाम किया गया है. ओल्ड यमुना ब्रिज पर यातायात पर प्रतिबंध जारी रखने का फैसला लिया गया है.
यमुना से सटे इलाके जैसे बोट क्लब, मॉनेस्ट्री मार्केट, पुराने रेलवे ब्रिज के पास नीली छतरी मंदिर, यमुना बाजार, गीता घाट, नीम करोली गौशाला, विश्वकर्मा और खड्डा कॉलोनी, गढ़ी मांडू, मजनू का टीला से वजीराबाद तक के क्षेत्र को छोड़ने की चेतावनी जारी की गई है.
दिल्ली के सबसे बड़े श्मशान घाट निगमबोध घाट में भी पानी भर गया है. वहां अंतिम संस्कार पर रोक लगा दी गई है. इंद्रप्रस्थ वेलोड्रोम से ITO की ओर सड़क पर पानी जमा हो गया है.
इसके अलावा कश्मीरी गेट, रिंग रोड और यमुना बाजार में पानी घुस गया है.
CM अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के निचले क्षेत्र जैसे उस्मानपुर, बदरपुर खादर में यमुना के पास वाले इलाकों में लोग अपने घरों को खाली कर दें. इसके अलावा DND, मयूर विहार, जगतपुर में मेन पुश्ता रोड, सराय काले खां पर भेलोपुर, श्मशान घाट, जैन मंदिर, ग्यासपुर और मिलेनियम डिपो के आस-पास बसी झुग्गियों को भी खाली करने की चेतावनी दी गई है.
अगर हालात बिगड़े तो उससे निपटने के लिए केजरीवाल सरकार ने केंद्र सरकार से भी मदद मांगी है.
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