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बंकर से बाहर आए अयातुल्ला अली खामेनेई, ईरान-इजरायल जंग के बाद पहली बार दिखे

Iran-Israel War शुरू होने के बाद पहली बार ईरान के सर्वोच्च नेता Ayatollah Ali Khamenei लोगों के बीच आए और तेहरान में एक धार्मिक कार्यक्रम में हिस्सा लिया. ईरान की सरकारी मीडिया ने इस घटना का एक वीडियो भी शेयर किया है.

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अयातुल्ला अली खामेनेई ने एक धार्मिक कार्यक्रम में हिस्सा लिया (फोटो: आजतक)

ईरान और इजरायल के बीच 12 दिन तक चली जंग आखिरकार 24 जून को खत्म हो गई. जंग शुरू होने के बाद से ही ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई कड़ी सुरक्षा के बीच एक बंकर में रह रहे थे. शनिवार, 5 जुलाई को पहली बार वे लोगों के बीच आए और तेहरान में एक धार्मिक कार्यक्रम में हिस्सा लिया.

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रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, अयातुल्ला अली खामेनेई ने आशूरा के मौके पर एक कार्यक्रम में भाग लिया. ये शिया मुस्लिम कैलेंडर का सबसे पवित्र दिन माना जाता है. ईरान की सरकारी मीडिया ने ‘एक्स’ पर इस घटना का एक वीडियो शेयर किया है. जिसमें खामेनेई को तेहरान की एक मस्जिद में प्रवेश करते हुए देखा जा सकता है. वे भीड़ की तरफ हाथ और सिर हिलाते हुए नजर आ रहे हैं. 

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रिपोर्ट के मुताबिक, खामेनेई को ईरानी संसद के अध्यक्ष समेत कई सीनियर अधिकारियों के बीच बैठे देखा गया. हालांकि, समारोह के दौरान खामेनेई की तरफ से कोई सार्वजनिक टिप्पणी नहीं की गई. 

जंग के बाद से खामेनेई कई हफ्तों तक सार्वजनिक रूप से नजर नहीं आए थे. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ऐसा शायद सुरक्षा चिंताओं की वजह से हुआ होगा. क्योंकि, इजरायली हमलों में ईरान के कई शीर्ष कमांडर और परमाणु वैज्ञानिक मारे गए थे. इसलिए ये आशंका जताई जा रही थी कि खामेनेई भी इजरायल का निशाना हो सकते हैं. 

ईरान ने जंग के दौरान 900 से ज्यादा लोगों की मौत की बात स्वीकार की है. जबकि हजारों लोग घायल हुए हैं. इसके अलावा ईरान ने इस बात की भी पुष्टि की है कि उसके परमाणु ठिकानों को नुकसान पहुंचा है.

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इजरायल ने 12-13 जून की दरमियानी रात में ईरान पर हमला शुरू किया था. इसे ‘ऑपरेशन राइजिंग लायन’ नाम दिया गया. जिसके तहत इजरायल ने ईरान पर 200 से ज्यादा फाइटर जेट्स से 100 से ज्यादा ठिकानों को निशाना बनाया था. इनमें कई परमाणु और सेना के ठिकाने शामिल थे. इस हमले में ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के प्रमुख हुसैन सलामी समेत कई बड़े अधिकारी मारे गए. उसी के जवाब में अगले दिन ईरान ने ऑपरेशन ‘ट्रू प्रॉमिस थ्री’ चलाया था.

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