The Lallantop

कैब लूटी, ड्राइवर को कार से घसीटा फिर कुचल दिया, दिल्ली का वीडियो दिमाग सुन्न कर देगा!

ड्राइवर के साथ मारपीट की और मारुति स्विफ्ट कार छीन ली. गाड़ी का पीछा करने गए ड्राइवर को टक्कर मारकर उसे करीब एक किलोमीटर तक घसीटते चले गए.

Advertisement
post-main-image
दो आरोपियों को मेरठ से गिरफ्तार कर लिया गया है. (वायरल वीडियो के स्क्रीनशॉट- ट्विटर)

हाईवे पर दौड़ रही गाड़ी के पिछले टायर के पास एक शख्स फंसा हुआ है. गाड़ी चलती जा रही है और उसे घसीटती जा रही है. मानो गाड़ी चलाने वाले को इस बात से फर्क ही नहीं पड़ा कि जमीन पर घिसटते शख्स में जान भी है. उसके पीछे गाड़ी में वीडियो बनाने वाला हॉर्न बजाकर उस गाड़ी को रोकने का इशारा करता है लेकिन वो नहीं रुकते. और अंत में गाड़ी का पिछला टायर से जमीन घिसट रहे शख्स को कुचल देते हैं. वीडियो इतना वीभत्स है कि हम आपको दिखा भी नहीं सकते.

Add Lallantop as a Trusted Sourcegoogle-icon
Advertisement

ये घटना है देश की राजधानी की. दिल्ली में महिपालपुर के पास एक कैब ड्राइवर की उसकी ही गाड़ी से कुचलकर हत्या कर दी गई (Cab Driver Dragged Delhi). पुलिस ने बताया कि लुटेरे सवारी बनकर कैब में घुसे थे. उन्होंने कथित तौर पर ड्राइवर के साथ मारपीट की और मारुति स्विफ्ट कार छीन ली. गाड़ी का पीछा करने गए ड्राइवर को टक्कर मारकर उसे करीब एक किलोमीटर तक घसीटा गया.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक घटना मंगलवार, 10 अक्टूबर की रात की है. वसंत कुंज नॉर्थ पुलिस थाने को रात करीब साढ़े 11 बजे खबर मिली कि नेशनल हाईवे 48 के पास एक ड्राइवर घायल हो गया है. पुलिस वैन से उसे अस्पताल पहुंचाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया गया. पुलिस ने मेरठ से दो आरोपियों को अरेस्ट कर लिया है.

Advertisement

हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, आरोपियों की पहचान 33 साल के मेहराज सलमानी और 24 साल के मोहम्मद आसिफ के तौर पर हुई. 11 अक्टूबर को पुलिस ने उन्हें उनके होम टाउन मेरठ से अरेस्ट किया. उनके पास से कैब भी बरामद कर ली गई है. साउथ वेस्ट दिल्ली, पुलिस कमीश्नर मनोज सी ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ IPC की धारा 302 (हत्या के लिए सजा) और 201 (साक्ष्यों को गायब करना) के तहत FIR कर ली गई है.

ये भी पढ़ें- दिल्ली में लड़की को 4 किलोमीटर तक कार से घसीटा, मौत हुई

मृतक का नाम बीरेंद्र शाह है. उम्र 41 साल. वो फरीदाबाद में अपने पांच बच्चों और पत्नी के साथ रहते थे. परिजन ने बताया कि बीरेंद्र ने वो गाड़ी छह महीने पहले ही ली थी. वो 2010 से कैब चलाने का काम करते थे और परिवार में इकलौते कमाने वाले थे. बीरेंद्र की बड़ी बेटी देशबंधू कॉलेज में पढ़ती है और सिविल सर्विस की तैयारी कर रही है. 

Advertisement

Advertisement