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'दिल्ली के स्कूलों पर की ग्राउंड रिपोर्टिंग, विज्ञापन नहीं छापा', न्यूयॉर्क टाइम्स ने कहा

BJP ने कहा है कि अरविंद केजरीवाल ने पैसे देकर न्यूयॉर्क टाइम्स में स्कूलों की तारीफ वाली रिपोर्ट छपवाई है.

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न्यूयॉर्क टाइम्स ने कहा कि दिल्ली के स्कूलों की तारीफ में छपी रिपोर्ट पेड न्यूज़ नहीं | फोटो : न्यूयॉर्क टाइम्स/आजतक

अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स की तरफ से कहा गया है कि दिल्ली के एजुकेशन मॉडल को लेकर छपी रिपोर्ट कोई विज्ञापन या पेड न्यूज नहीं है. अखबार की तरफ से कहा गया कि ये एक ग्राउंड रिपोर्ट है. न्यूयॉर्क टाइम्स के एक प्रवक्ता ने इंडिया टुडे को बताया कि दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था से जुड़ी रिपोर्ट उनके अंतरराष्ट्रीय एडिशन के मुख्य पेज पर छपी है.

प्रवक्ता ने अपने बयान में आगे कहा,  

"दिल्ली की शिक्षा प्रणाली में सुधार की कोशिशों के बारे में हमारी रिपोर्ट पूरी तरह से निष्पक्ष है. ये हमारी ग्राउंड रिपोर्टिंग पर आधारित है. शिक्षा एक ऐसा मुद्दा है, जिसे न्यूयॉर्क टाइम्स कई सालों से कवर करता आ रहा है. न्यूयॉर्क टाइम्स में हमेशा से स्वतंत्र पत्रकारिता होती आ रही है. हमारी पत्रकारिता राजनीतिक और विज्ञापन देने वालों के प्रभाव से पूरी तरह मुक्त है. दुनिया के कई और मीडिया ऑउटलेट्स नियमित रूप से हमारे द्वारा की गई कवरेज को अपने यहां प्रकाशित करते हैं. इसके लिए हम उन्हें लाइसेंस देते हैं."

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बता दें कि भारत में न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट को लेकर काफी बवाल मचा हुआ है. दरअसल, दिल्ली में कथित शराब पॉलिसी स्कैम को लेकर CBI ने शुक्रवार, 19 अगस्त की सुबह दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया के घर पर छापा मारा. इसके बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अमेरिका के मशहूर अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स ने दिल्ली के स्कूलों की तारीफ़ करते हुए एक रिपोर्ट छापी है, जिसमें दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया के काम की काफी तारीफ की गई है. और जिस दिन ये रिपोर्ट छपी है, उसी दिन सीबीआई ने मनीष सिसोदिया के घर पर छापा डाला है. सीएम केजरीवाल के मुताबिक आज ही छापे इसलिए डलवाये गए, जिससे न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट की देश में चर्चा न हो सके.

उधर, न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट को लेकर बीजेपी के नेताओं ने आम आदमी पार्टी पर कई तरह के आरोप लगाए. उन्होंने आरोप लगाया कि केजरीवाल सरकार ने न्यूयॉर्क टाइम्स में अपनी रिपोर्ट पैसे देकर छपवाई है. इनका ये भी कहना था कि न्यूयॉर्क टाइम्स ने जो खबर छापी है, वही खबर ‘खलीज टाइम्स’ ने भी छापी है. ऐसे में ये एक पेड न्यूज है.

बीजेपी के आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने अपने एक ट्वीट में लिखा,


'ऐसा कैसे है कि न्यूयॉर्क टाइम्स और खलीज टाइम्स दोनों ने दिल्ली के अस्तित्व विहीन शिक्षा मॉडल पर एक ही लेख छाप दिया. दोनों अखबारों की रिपोर्ट का एक-एक शब्द, तस्वीरें (जो एक निजी स्कूल की हैं) एक जैसी हैं. साथ ही लिखने वाला भी एक ही व्यक्ति है.'

अमित मालवीय ने अरविंद केजरीवाल पर अपनी सरकार के कामों का पेड प्रमोशन करने का आरोप भी लगाया. इन्हीं वजहों के चलते शुक्रवार की शाम होते-होते न्यूयॉर्क टाइम्स को अपना स्पष्टीकरण जारी करना पड़ा.

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