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गंगा किनारे 'काला चश्मा' पर लड़के-लड़कियों ने डांस किया, संतों को बुरा लग गया, अब पुलिस पकड़ेगी!

"ठोडी ते काला तिल कुड़िये, ज्यों दाग ऐ चांद दे टुकड़े ते, तेनु काला चश्मा जचदा वे, जचदा ऐ गोरे मुखड़े ते"

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(बाएं-दाएं) हर की पौड़ी पर नाचते युवा और हरिद्वार सीओ सिटी मनोज कुमार.

उत्तराखंड पुलिस हरिद्वार में हर की पौड़ी पर डांस करने वाले युवक-युवतियों के खिलाफ एक्शन लेगी. सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में ये युवा हरिद्वार के मुख्य घाट हर की पौड़ी पर बॉलीवुड के एक गाने 'काला चश्मा' पर नाचते दिख रहे हैं. ख़बरें बताती हैं कि काला चश्मा पर डांस से इससे हरिद्वार के साधु-संत नाराज हो गए हैं. पुलिस ने बताया कि उसे वीडियो को लेकर शिकायत मिली है. हरिद्वार के सीओ सिटी ने कहा कि पुलिस ‘मिशन मर्यादा’ के तहत इन युवाओं पर कार्रवाई करेगी.

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गंगा घाट पर काला चश्मा पर डांस

वीडियो में 8-10 की संख्या में युवा काला चश्मा गाने पर नाच रहे हैं. उन्हें ब्रह्मकुंड पर इस तरह जश्न मनाते देख अखाड़ा परिषद नाराज हो गया. इसके अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने घटना पर आपत्ति जताते हुए स्थानीय पुलिस प्रशासन से तुरंत कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है. न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में रवींद्र पुरी ने कहा,

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"ये बिल्कुल निंदनीय है. भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व के सनातन धर्मावलंबियों की श्रद्धा का केंद्र है गंगा. और गंगा जी पर जिस तरह का आचरण लोग करते हैं, क्योंकि जो भी व्यक्ति हरिद्वार आता है वो हर की पौड़ी पर स्नान कर मां गंगा की आरती के दर्शन जरूर करना चाहता है, तो सबसे पहले जो वहां के अधिकारी हैं वो पुलिस के साथ मिलकर ऐसे असामाजिक तत्वों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करें. मैं इसकी निंदा करता हूं क्योंकि ये आम जनता के साथ-साथ नागा संन्यासियों के लिए भी श्रद्धा का एक विषय है. क्योंकि शाही स्नान जब होता है तो हर की पौड़ी पर ही होता है. तो ब्रह्मकुंड के क्षेत्र पर कोई असामाजिक तत्व इस प्रकार की गतिविधियों में लिप्त पाए जाते हैं तो शासन से मेरा अनुरोध है कि पुलिस ऐसे लोगों पर कार्रवाई करे."

महंत रवींद्र पुरी ने आगे कहा,

"अगर फिर भी कोई ऐसा करता है तो गंगासभा के जो अधिकारी हैं, उनसे मैं अनुरोध करता हूं कि अखाड़ों और आश्रमों में आप सूचित करें. हजारों की संख्या में साधु-संत हरिद्वार में रहते हैं. तो इस प्रकार के लोग जो यहां के वातावरण को दूषित कर रहे हैं उन्हें शास्त्रों के अनुसार दंड देकर बलपूर्वक यहां से भगाया जाएगा. ऐसे बालक-बालिकाओं के माता-पिता से भी मैं आग्रह करूंगा कि बच्चों को अच्छी शिक्षा दें. उनके चरित्र का निर्माण करें. इस प्रकार की उद्दंडता वे यहां आकर करते हैं तो उसका दोष उनके माता-पिता पर भी लगता है."

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रवींद्र पुरी ने कहा कि हर की पौड़ी करोड़ों हिंदुओं की आस्था का प्रतीक है, ऐसे में यहां इस तरह के वीडियो वायरल नहीं होने चाहिए.

पुलिस का मिशन मर्यादा

वहीं पुलिस प्रशासन भी इस पूरे मामले में सख्त कार्रवाई करने की बात कर रहा है. हरिद्वार सीओ सिटी मनोज कुमार ठाकुर ने बताया कि हर की पौड़ी पर ये वीडियो बनाने को लेकर एसएसपी को शिकायत की गई है. उन्होंने कहा,

“रील बनाने वाला जो वीडियो है ये अभी तक संज्ञान में नहीं आया है, लेकिन ये बताया जा रहा है कि एसएसपी से इसकी शिकायत की गई है. ये प्रार्थनापत्र प्राप्त होने पर इसकी जांच कराई जाएगी और नियमानुसार मिशन मर्यादा के तहत इस पर कार्रवाई की जाएगी.” 

मनोज कुमार ने कहा कि इसके बाद भी इस तरह का कुछ होता है तो पुलिस उस पर जरूर कार्रवाई करेगी. 

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