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मोहम्मद यूनुस ने क्या कर दिया, बांग्लादेश के 'नाराज' राष्ट्रपति पद छोड़ने को तैयार हो गए

बांग्लादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने मोहम्मद यूनुस पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि यूनुस सरकार ने उनका अपमान किया है. उन्होंने अपना पद छोड़ने की भी अच्छा जताई है

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राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने यूनुस पर लगाए गंभीर आरोप. (फोटो- इंडिया टुडे)

बांग्लादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने सरकार के अंतरिम सलाहकार मोहम्मद यूनुस पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि यूनुस ने उन्हें ‘अपमानित’ किया है और फरवरी 2026 में होने वाले चुनाव के बाद जब नई सरकार बन जाएगी तब वह अपना पद छोड़ने पर विचार कर रहे हैं. देश का राष्ट्रपति होने के नाते शहाबुद्दीन सशस्त्र बलों के कमांडर-इन-चीफ हैं लेकिन उनकी यह भूमिका औपचारिक है. देश की कार्यकारी शक्तियां प्रधानमंत्री और मंत्रिमंडल के पास होती है लेकिन पिछले साल (2024 में) देश में तख्तापलट और पूर्व पीएम शेख हसीना के देश छोड़ने के बाद उनकी भूमिका महत्वपूर्ण हो गई थी.  

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रायटर्स से बातचीत में 11 दिसंबर को राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने कहा कि मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार ने उन्हें बहुत अपमानित किया है. उन्होंने कहा, 

मैं अपना पद छोड़ने के लिए तैयार हूं और इन सबसे बाहर निकलना चाहता हूं. चुनाव होने तक मुझे पद पर बने रहना चाहिए. संविधान के अनुसार राष्ट्रपति पद मेरे अधिकार में है इसलिए मैं अपने पद पर कायम हूं.

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शहाबुद्दीन ने कहा कि इस्तीफा देना उनकी व्यक्तिगत इच्छा है लेकिन इसके बावजूद वह अगली सरकार को अपना भविष्य तय करने देंगे. उन्होंने कहा, 

(आने वाली सरकार) अगर मुझसे कहती है कि वो अपना राष्ट्रपति खुद चुनने की योजना बना रहे हैं तो मैं पद छोड़ दूंगा. 

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राष्ट्रपति ने बताया कि यूनुस ने उनसे करीब 7 महीनों से मुलाकात नहीं की थी. इसके अलावा उनके प्रेस विभाग को भी उनसे छीन लिया गया था. साथ ही सितंबर में दुनिया भर में बांग्लादेशी दूतावासों से उनके फोटो को हटा दिया गया था. उन्होंने कहा,

सभी वाणिज्य दूतावासों, दूतावासों और उच्चायोगों में राष्ट्रपति की तस्वीर लगी हुई थी. लेकिन इसे अचानक एक ही रात में हटा दिया गया. इससे दुनियाभर के लोगों के बीच गलत संदेश जाता है कि शायद राष्ट्रपति को पद से हटा दिया जाएगा. इससे मुझे बहुत अपमान महसूस हुआ.

शहाबुद्दीन ने बताया कि फोटो हटाने वाली घटना के बारे में उन्होंने यूनुस को चिट्ठी लिखी थी. लेकिन इस मामले में किसी भी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की गई. उन्होंने आगे बताया कि उनकी आवाज को दबा दिया गया है. हालांकि, शहाबुद्दीन के आरोपों पर यूनुस के मीडिया सलाहकारों ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.

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