मध्य प्रदेश के सागर जिले में एक दलित युवक की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई है. मारपीट के दौरान लड़के की मां जब उसे बचाने आईं, तो हमलावरों ने उन्हें भी मारा-पीटा और उनके कपड़े उतार दिए. जानकारी के मुताबिक मामला यौन उत्पीड़न के केस से जुड़ा हुआ है. हमलावर मृतक की बहन पर इस केस में माफीनामे पर मंजूरी के लिए आए थे. बात आगे बढ़ गई और युवक की हत्या कर दी गई. इस मामले में बसपा सुप्रीमो मायावती समेत कई नेताओं ने मध्य प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है.
दलित युवक की पीट-पीटकर हत्या, मां के कपड़े उतारे, कांग्रेस बोली- 'दलित अत्याचार की प्रयोगशाला बना MP'
बहन ने यौन उत्पीड़न का केस दर्ज कराया था, उसी पर आरोपी माफीनामा का दबाव बना रहे थे.

सागर जिले के बरोदिया नौनागिर गांव की एक लड़की ने साल 2019 में कुछ लोगों पर यौन उत्पीड़न का केस दर्ज कराया था. पुलिस के मुताबिक, लड़की का आरोप था कि वो रात को शौच करके घर आ रही थी, तब कुछ लोगों ने उसके साथ बदतमीजी की और उसे जान से मारने की धमकी दी. इस मामले में गिरफ्तारी भी की जा चुकी है.
अब 24 अगस्त 2023 की तारीख पर आते हैं. आजतक से जुड़े हिमांशु शिव पुरोहित की रिपोर्ट के मुताबिक, कुछ लोग इस पीड़ित लड़की के घर पहुंचे. माफीनामे की बातचीत पर एक राय नहीं बनी तो आरोपी विक्रम सिंह ठाकुर, कोमल सिंह ठाकुर, आजाद सिंह ठाकुर और कुछ लोगों ने पहले दलित के घर पर तोड़फोड़ की. फिर, वहां से लौटते वक्त इन लोगों को रास्ते में पीड़ित का भाई नितिन अहिरवार मिल गया. नितिन बाजार से लौट रहा था.
इन लोगों ने मिलकर उसे मारा-पीटा. नितिन की मां दौड़ते हुए वहां पहुंची और अपने बेटे को बचाने की कोशिश की. पीड़ित लड़की भी वहां गई और पुलिस को फोन करने की कोशिश की, पर दबंगों ने उसका फोन छीन लिया. नितिन की मां के साथ भी मारपीट की गई. उनके कपड़े उतार दिए गए. लड़के को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया. फिर वहां से सागर जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया. यहां डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया.
पीड़ित लड़की ने आजतक से बात करते हुए बताया,
“शाम को गांव के विक्रम सिंह, कोमल सिंह और आजाद सिंह हमारे घर पर आए थे. मां से कहा, राजीनामा कर लो. मां ने कहा कि जब पेशी होगी, उस दिन राजीनामा कर लेंगे. उन्होंने (दबंगों ने) कहा कि क्या आपको अपने बच्चों की जान प्यारी नहीं है. ऐसा बोलकर वो धमकी देकर चले गए. उन्होंने कहा था, हमें जो जहां मिलेगा, उसको वहीं निपटा देंगे. हमारा छोटा भाई नितिन अहिरवार बस स्टैंड के पास सब्जी लेने गया था. वहां से आ रहा था. इन लोगों ने उसे बुलाया, पूछने लगे और उसके साथ मारपीट करने लगे. वो भागने लगा तो वहां पर कुछ लोगों ने उसे पकड़ लिया. फिर उसके साथ बहुत मारपीट की."
पीड़ित लड़की ने आगे बताया कि दबंगों ने उसका मोबाइल भी छीन लिया था.
“मम्मी को लगा कि बेटा अभी तक नहीं आया तो वो बाजार की तरफ चली गई. देखा तो लोग उससे मारपीट कर रहे थे. तो मां उसको बचाने लगीं. उन्होंने मम्मी को मारा, भाई को मारा. हमें पता चला तो हम भी गए. मैंने मोबाइल निकाला और पुलिस को कॉल करने लगी, पर उन्होंने मोबाइल छीन लिया. इन लोगों ने मेरा पीछा किया, मैं वहां से भागी और गांव में जाकर छुप गई.”
रिपोर्ट के मुताबिक, मृतक की मां का हाथ टूट गया है. उनके मुंह में भी चोट आई है. लड़की ने बताया कि उसकी मां पहले से टीबी की मरीज़ हैं और अभी तक उन्हें नहीं पता है कि नितिन की मौत हो गई है.
लड़की की मां ने कहा कि वो जब अपने बच्चे को वहां बचाने पहुंची, तब ये लोग उसे मार रहे थे. इन लोगों ने उन्हें बेपर्दा किया. फिर पुलिस आई, और उसने उन्हें तौलिया दिया. पीड़ित महिला अपने घर आ चुकी हैं.
पुलिस ने क्या बताया?सागर जिले के एडिशनल एसपी संजीव उईके के मुताबिक, अपराधियों के खिलाफ IPC की धारा-302 (मर्डर) और SC-ST (अत्याचार रोकथाम) कानून के तहत केस दर्ज किया गया है. मामले में कुल 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने कहा,
विपक्ष ने सरकार पर सवाल उठाया“नौ लोगों के खिलाफ नामजद और तीन-चार अन्य लोगों के खिलाफ 307 के तहत मामला दर्ज किया गया था. अस्पताल में मृत घोषित करने के बाद उसमें 302 और एससी एसटी एक्ट भी लगा दिया गया है. दाह संस्कार के लिए परिजनों के द्वारा आरोप लगाया जा रहा था कि अभी तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं की गई है. हालांकि, हमने 13 में से आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. शेष जो बचे हैं, उनकी भी तलाश की जा रही है. इसमें जो मृतक लड़का है उसपर भी 7 आपराधिक मामले दर्ज हैं.”
इस घटना के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती ने कई सारे ट्वीट कर राज्य की बीजेपी सरकार पर निशाना साधा. मायावती ने कहा कि मध्य प्रदेश में ऐसी और भी जघन्य घटनाएं लगातार होती रही हैं, लेकिन न तो भाजपा और न ही उनकी सरकार इनकी रोकथाम में गंभीर नजर आती है.
वहीं, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने इस मामले पर प्रधानमंत्री को घेरते हुए कहा कि वो संत रविदास मंदिर बनवाने का ढोंग तो करते हैं, पर मध्य प्रदेश में लगातार होते दलित और आदिवासी उत्पीड़न एवं अन्याय पर चूं तक नहीं करते. खरगे ने ट्विटर पर लिखा,
“मध्य प्रदेश के सागर ज़िले में एक दलित युवक की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई. गुंडों ने उसकी मां को भी नहीं बख़्शा. सागर में संत रविदास मंदिर बनवाने का ढोंग रचने वाले प्रधानमंत्री जी मध्य प्रदेश में लगातार होते दलित व आदिवासी उत्पीड़न एवं अन्याय पर चूं तक नहीं करते. मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री केवल कैमरे के सामने वंचितों के पैर धोकर अपना गुनाह छुपाने की कोशिश करते हैं. पर भाजपा ने मध्य प्रदेश को दलित अत्याचार की प्रयोगशाला बना रखा है.”
बता दें, हाल ही में मध्य प्रदेश के सीधी का पेशाब कांड भी खूब चर्चे में था. आप उससे जुड़ी पूरी रिपोर्ट यहां पढ़ सकते हैं.
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