शरद पवार के नेतृत्व वाली NCP (SP) और BJP के बीच चल रहे तनाव पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर का बयान सामने आया है (Congress on Sharad Pawar BJP). हाल ही में शरद पवार को PM मोदी ने BJP के साथ आने का ऑफर दिया था. इसे ठुकराते हुए पवार ने कहा था कि वो कभी नेहरू-गांधी विचारधारा को नहीं छोड़ेंगे. इसी कड़ी में शशि थरूर ने कहा है कि अगर दो पार्टियों की विचारधारा एक जैसी ही है तो उन्हें अलग रहने की क्या जरूरत है?
'विचारधारा एक है तो... ', PM मोदी के बयान के बाद कांग्रेस ने शरद पवार को बड़ा 'ऑफर' दे दिया
PM मोदी ने शरद पवार की ओर इशारा कर कहा था- 'चार दिन बाद कांग्रेस में जाकर मरने की बजाय, सीना तान कर हमारे अजित दादा और शिंदे जी के साथ आओ. आपके सभी सपने पूरे हो जाएंगे'.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, मुंबई के तिलक भवन में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान शशि थरूर ने कहा,
जहां तक छोटी पार्टियों के कांग्रेस के साथ जुड़ने या उसमें विलय करने का सवाल है, मुझे लगता है कि अगर विचारधारा एक ही है, तो अलग होने की क्या जरूरत. चलो देखते हैं क्या होता है.
शरद पवार ने इंडियन एक्सप्रेस के साथ बातचीत के दौरान कहा था कि अगले कुछ सालों में कई क्षेत्रीय दल कांग्रेस के साथ जुड़ेंगे. ये पूछे जाने पर कि क्या उनकी पार्टी भी कांग्रेस में शामिल हो जाएगी, शरद पवार बोले,
मुझे कांग्रेस और हमारे बीच कोई अंतर नहीं दिखता. हम दोनों ही गांधी-नेहरू विचारधारा के हैं.
शरद पवार के इस बयान के कुछ दिन बाद 10 मई को PM नरेंद्र मोदी ने एक रैली के दौरान उन्हें BJP के साथ आने ऑफर दे दिया था. PM ने कहा था,
नकली NCP और नकली शिवसेना ने कांग्रेस में विलय का मन बना लिया है. चार दिन बाद कांग्रेस में जाकर मरने की बजाय, सीना तान करके हमारे अजित दादा और शिंदे जी के साथ आओ. आपके सभी सपने पूरे हो जाएंगे.
हालांकि शरद पवार ने ये ऑफर ठुकरा दिया. कहा,
हम नेहरू-गांधी विचारधारा के लोग हैं. हम कहीं नहीं जाएंगे और ना विचारधारा छोड़ेंगे. हम कभी ऐसे शख्स या पार्टी के साथ हाथ नहीं मिला सकते जिसकी लोकतंत्र में आस्था नहीं है.
मामले को लेकर शशि थरूर ने कहा है कि प्रधानमंत्री की शरद पवार से अजित पवार और एकनाथ शिंदे के साथ आने की अपील का कोई मतलब नहीं था. उन्होंने दावा किया कि देश में माहौल बदल गया है और 4 जून को INDIA ब्लॉक सत्ता में आएगा.
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