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तिरंगा यात्रा में छात्रों ने सावरकर की तस्वीर वाली टी-शर्ट पहनी, विरोध करने पर कांग्रेस नेताओं पर केस

FIR में पांच लोगों के खिलाफ बाधा डालने और सांगानी गांव के प्राइमरी स्कूल के प्रिंसिपल और टीचर्स को उनके कर्तव्यों का निर्वहन करने से रोकने का आरोप लगाया है.

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प्रदर्शन के बाद पुलिस ने पांच लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की है. (फोटो- X)

गुजरात के एक स्कूल में बच्चों ने स्वतंत्रता दिवस के दिन विनायक दामोदर सावरकर और चंद्रशेखर आजाद की तस्वीर वाली टी-शर्ट पहनी. इसको लेकर विवाद खड़ा हो गया. कांग्रेस ने सरकारी स्कूल द्वारा सावरकर की तस्वीर वाली टी-शर्ट पहनाकर तिरंगा यात्रा निकालने पर सवाल खड़े किए. कांग्रेस ने इस पर विरोध प्रदर्शन भी किया. इसके बाद पार्टी के कई नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ केस दर्ज हो गया.

मामला गुजरात के सुरेंद्रनगर स्थित एक सरकारी स्कूल का है. इंडियन एक्सप्रेस में छपी रिपोर्ट के अनुसार, 14 अगस्त को स्कूली छात्रों ने तिरंगा यात्रा में हिस्सा लेते हुए वीडी सावरकर और चंद्रशेखर आजाद की तस्वीरों वाली टी-शर्ट पहनी थी. मामला सामने आया तो कांग्रेस सेवा दल के मुख्य आयोजक लालजी देसाई और गुजरात कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रुत्विक मकवाना ने स्कूल के खिलाफ कथित तौर पर विरोध प्रदर्शन किया.

प्रदर्शन के बाद पुलिस ने लालजी देसाई, रुत्विक मकवाना सहित पांच लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की है. जिले के चोटिला पुलिस थाने में दर्ज FIR में पांच लोगों के खिलाफ बाधा डालने और सांगानी गांव के प्राइमरी स्कूल के प्रिंसिपल और टीचर्स को उनके कर्तव्यों का निर्वहन करने से रोकने का आरोप लगाया है.

स्कूल के प्रिंसिपल कल्पेश चौहान की शिकायत के आधार पर ये मामला दर्ज किया गया. बताया गया कि कांग्रेस नेताओं ने छात्रों और टीचर्स को सुबह करीब 11 बजे तिरंगा यात्रा रोकने के लिए मजबूर किया गया.

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इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने बताया कि कांग्रेस नेताओं ने भगवा रंग की टी-शर्ट पहने छात्रों का वीडियो बनाया और इसे सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया. FIR में प्रिंसिपल के हवाले से कहा गया है कि देसाई ने उनसे कहा कि छात्रों को RSS नेता सावरकर की तस्वीर वाली टी-शर्ट पहनने के लिए कहना सही नहीं है. रिपोर्ट के अनुसार देसाई ने प्रिंसिपल से कहा,

“क्या आपको छात्रों से उस सावरकर की टी-शर्ट पहनने के लिए कहने में शर्म नहीं आती, जो महात्मा गांधी की हत्या की साजिश का हिस्सा थे? अगर कल मैं आपको नाथूराम गोडसे या किसी रंगा बिल्ला दाऊद की टी-शर्ट दूं तो क्या आप छात्रों से कहेंगे कि वो नाथूराम की टी-शर्ट पहनें? उन्हें सावरकर की टी-शर्ट पहनने के लिए कहकर स्वतंत्रता का अपमान न करें.”

मामले में पुलिस ने पांच लोगों के खिलाफ पर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 197 (1)(c) (दो समुदायों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना), 197 (1)(d) (झूठी या भ्रामक जानकारी बनाना या प्रकाशित करना, जिससे भारत की संप्रभुता, एकता और अखंडता या सुरक्षा को खतरा हो), 126 (2) (गलत तरीके से रोकना), 189(2) (गैरकानूनी जमावड़ा), 221 (लोक सेवक को अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने से स्वेच्छा से बाधा डालना), 352 (शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान करना) और 353 (2) (विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी या दुर्भावना की भावना पैदा करने या बढ़ावा देने की संभावना वाले किसी भी बयान या रिपोर्ट को इलेक्ट्रॉनिक माध्यमों सहित बनाना, प्रकाशित या प्रसारित करना) के तहत मामला दर्ज किया है.

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