The Lallantop

नज़रबंद थे चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग? सामने आ कर बोले, 'धप्पा!'

शी जिनपिंग को हाउस अरेस्ट कर लेने की हवा बनाई गई थी.

Advertisement
post-main-image
शी जिनपिंग (फाइल फोटो - AP)

चीन (China) में एक अफ़वाह चल रही थी कि देश के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) ने सत्ता खो दी है. नज़रबंद कर लिए गए हैं. चीन का पूरा सोशल मीडिया इस अफ़वाह से पटा पड़ा था. ख़बर की शक्ल में. देश-दुनिया में असमंजस की स्थिति थी. और, इसी बीच शी जिनपिंग एक सरकारी चैनल पर आए और बोले, 'धप्पा!' 

Advertisement

ऑब्यिसली, धप्पा सांकेतिक है.

हाउस अरेस्ट की अफवाह थी

दरअअसल, बीते 24 सितंबर को सोशल मीडिया पर कुछ ख़बरों ने हल्ला मचा दिया. ख़बरों में दावा ये कि चीनी सेना ने राष्ट्रपति शी जिनपिंग को हाउस अरेस्ट कर लिया है. यानी नज़रबंद. दावा ये भी कि जब शी SCO समिट के लिए उज़्बेकिस्तान गए थे, तब उन्हें सेना प्रमुख (PLA) के पद से हटा दिया गया था. ख़बरें बनीं. चीन के अंदर चलीं. फिर ये मामला भारत समेत बाक़ी देशों में भी फैलने लगा. बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि एक अफवाह है जिसकी जांच की जानी चाहिए कि क्या शी जिनपिंग को नज़रबंद कर लिया गया है.

Advertisement

वैसे तो स्वामी ने केवल इस अफ़वाह की जांच करने की बात कही थी, लेकिन ट्विटर पर #XiJinping ट्रेंड करने लगा. स्वामी के अलावा कुछ और लोगों ने ऐसे ही दावे किए. जेनिफर जेंग नाम की एक ट्विटर यूज़र ने भी कहा कि ऐसी अफ़वाहें है कि जिनपिंग को हाउस अरेस्ट कर लिया गया है. उन्होंने इस संबंध में एक वीडियो भी शेयर किया.

इतने बवाल के बाद भी चीन की सरकार की तरफ से कोई खंडन नहीं आया. अंतर्राष्ट्रीय न्यूज़ एजेसियों ने भी इस बात की कोई पुष्टि नहीं की थी कि जिनपिंग को नज़रबंद किया गया है या नहीं.

Advertisement
अपने मध्य एशिया के दौरे के बाद ये शी का पहला पब्लिक अपियरेंस है (फोटो - रायटर्स)
कहां थे जिनपिंग?

फिर 27 सितंबर को शी जिनपिंग प्रकट हो गए. चीन के एक सरकारी टेलीविज़न चैनल पर. बीजिंग का एक एक्ज़ीबिशन अटेंड करते हुए. एक्ज़ीबिशन का विषय - 'फोर्जिंग अहेड इन द न्यू एरा', यानी नए दौर में आगे बढ़ना. उनके साथ प्रीमियर ली केकियांग और अन्य शीर्ष नेता शी भी दिखे.

रायटर्स में छपी रिपोर्ट के मुताबिक़, चीन के राष्ट्रपति अपने SCO समिट के दौरे के बाद नहीं दिखे क्योंकि वो क्वॉरंटाइन थे. चीन की 'ज़ीरो कोविड पॉलिसी' के तहत ये प्रोटेकॉल का हिस्सा है.

क्या चीन में शी जिनपिंग कुर्सी बचाने के लिए मंत्रियों को ठिकाने लगा रहे हैं?

Advertisement