पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों के एग्जिट पोल (Chhattisgarh Exit Poll) सामने आ गए हैं. नतीजे किसी एक पार्टी के पक्ष में नहीं दिख रहे हैं. छत्तीसगढ़, राजस्थान और मध्यप्रदेश में बीजेपी और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर बताई जा रही है. ऐसे में 3 दिसंबर तक इंतजार करना होगा जब असल नतीजे जारी होंगे. लेकिन उससे पहले ही छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के नेतृत्व वाली भूपेश बघेल सरकार में हलचल है. उपमुख्यमंत्री टीएस सिंह देव (T S Singh Deo) मुख्यमंत्री पद की दावेदारी से जुड़े सवालों का सीधा जवाब नहीं दे रहे हैं. एक टीवी चैनल पर लाइव बातचीत में उन्होंने मुख्यमंत्री बनने के सवाल पर ऐसा जवाब दिया जो इकरार तो नहीं था लेकिन इनकार भी नहीं.
छत्तीसगढ़ चुनाव: नतीजे आने से पहले ही डिप्टी सीएम टीएस सिंह देव ने दिखाई बगावती झलक?
मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ समेत पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों के एग्जिट पोल सामने आ गए हैं. असल नतीजे 3 दिसंबर को आएंगे. लेकिन उससे पहले छत्तीसगढ़ की राजनीति गरम होती दिख रही है. सीएम पद को लेकर उपमुख्यमंत्री टीएस सिंह देव की बातें सीएम भूपेश बघेल को परेशान कर सकती हैं.

दरअसल, टीएस सिंह देव छत्तीसगढ़ के सीएम पद की दावेदारी से कभी बाहर नहीं रहे हैं. भूपेश बघेल सरकार के 5 सालों के कार्यकाल के दौरान बार-बार सिंह देव का नाम उछला है. अब चुनाव नतीजे नजदीक हैं तो उनसे फिर सीएम पद को लेकर सवाल किए गए हैं. एबीपी न्यूज से बातचीत में उनसे पूछा गया, “सीएम का सवाल लगातार पूछा जा रहा है. दूसरे चरण के मतदान के दौरान भूपेश बघेल ने कहा था कि उनके चेहरे पर चुनाव लड़ा गया था, लेकिन आपने कहा था कि नहीं चुनाव सामूहिक नेतृत्व में लड़ा गया था. आपने यह भी कहा था सीएम बनने का अवसर नहीं मिला तो कोई औचित्य नहीं है चुनाव लड़ने का.”
इसके जवाब में टीएस सिंह देव ने कहा कि एक वक्त आता है जब इंसान को फैसला करना चाहिए कि उसके अंदर एक्टिव पॉलिटिक्स कितनी बची है. उन्होंने कहा,
“बाल सफेद हो गए हैं. 71 साल उम्र हो गई है. पांच साल बाद चुनाव लड़ूंगा तो 76 साल का हो जाऊंगा. पांच साल का टर्म पूरा करूंगा तो 81 साल का हो जाऊंगा. एक समय आता है जब इंसान को निर्णय लेना चाहिए कि एक्टिव पॉलिटिक्स के लिए अब बहुत हो गया. तो वो मेरा मकसद था कहने का और मैं उसपर अभी भी कायम हूं. 76 साल की उम्र में अगर लोग मुझे काम करने का मौका देंगे तो मेरे लिए बड़े गर्व और समझिए संतोष का विषय होगा, कि इतना समय लोगों ने मुझे काम करने के लिए दिया.”
इसके बाद उनसे पूछा गया, “आपके कहने का मतलब था कि यही सही समय था आपको मुख्यमंत्री बनाने का. अभी नहीं तो कभी नहीं वाली बात कह रहे हैं आप.”
अब डिप्टी सीएम टीएस सिंह देव कहते हैं कि ढाई-ढाई साल वाले मॉडल से एक दबाव बना रहता है. उन्होंने कहा,
पीएम मोदी की तारीफ करने पर मांगी थी माफ़ी“हम लोग एकदम क्लियर हैं इस बाबत कि पिछले पांच साल हम लोगों के लिए बहुत कठिन रहे. मीडिया में लगातार सवाल-जवाब, ढाई-ढाई साल और उसका नुकसान भी होता है. हम लोगों के ऊपर भी उसका दबाव होता है और काम करने में परेशानियां होती हैं. उस चक्कर में बिल्कुन नहीं पड़ना है. ये पांच साल का कड़ू (कटु) अनुभव मेरे लिए रहा. इस प्रकार की जो बात लगातार चलती रही वो कोई सकरात्मक अंजाम पर नहीं पहुंचाती है. वो नकारात्मक स्थिति ही बनाती है. इसमें पड़ना नहीं है. हमारी एक पार्टी है, उसका एक स्ट्रक्चर है और उससे जो डिसीजिन आएगा वो हम सहर्ष स्वीकार करेंगे. ”
टीएस सिंह देव ने कुछ महीने पहले पीएम नरेंद्र मोदी की तारीफ़ की थी. छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में पीएम मोदी के एक कार्यक्रम में टीएस सिंहदेव राज्य के प्रतिनिधि के रूप में मौजूद थे. तब उन्होंने पीएम की तारीफ करते हुए कहा था कि केंद्र ने छत्तीसगढ़ को बहुत सी सौगातें दी हैं. ये भी कहा था कि केंद्र और राज्य सरकार के बीच कोई मतभेद नहीं हैं.
‘द हिंदू’ की रिपोर्ट के अनुसार, टीएस सिंह देव ने अपने इस बयान के लिए बाद में माफ़ी भी मांग ली थी. कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में उन्होंने अपने अन्य सहयागियों से कहा था कि वो अपने बयान के लिए सभी से माफ़ी चाहते हैं.
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