ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज क्रिकेटर ग्रेग चैपल (Greg Chappell) ने कुलदीप यादव (Kuldeep Yadav) की बहुत तारीफ की है. उन्होंने, कुलदीप को शेन वॉर्न (Shane Warne) के बाद सबसे बड़ा कलाई स्पिनर बताया. लीड्स टेस्ट (Leeds Test) में कुलदीप यादव टीम इंडिया की प्लेइंग XI में शामिल नहीं थे. टीम में बतौर स्पिनर सिर्फ रवींद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) खेले. हालांकि, पहले मैच में हार के बाद कुलदीप के नाम की काफी चर्चा हो रही है. क्रिकेट एक्सपर्ट्स का मानना है कि कुलदीप को अगर प्लेइंग XI में शामिल किया गया तो इससे टीम इंडिया की बॉलिंग अटैक को काफी मदद मिलेगी. चैपल का भी यही मानना है. शेन वॉर्न से तुलना करने से पहले उन्होंने भी कुलदीप को टीम में शामिल करने की वकालत की.
कुलदीप के बारे ये बोल जाएंगे ग्रेग चैपल, किसी ने सोचा ना होगा!
दिग्गज ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर Greg Chappell ने Leeds Test में इंडियन टीम के प्लेइंग XI से बाहर रहे Kuldeep Yadav की जमकर तारीफ की. उनके अनुसार Birmingham Test में कुलदीप काफी असरदार साबित हो सकते हैं.

ESPNCricinfo के लिए ग्रेग चैपल ने कॉलम में लिखा,
हेडिंग्ले में इंडियन टीम की फील्डिंग निराशाजनक रही, लेकिन हार की वजह सिर्फ यही नहीं थी. इंडिया की सारी परेशानी खुद से पैदा की हुई थी. मेरे हिसाब से सबसे बड़ी गलती हैरी ब्रूक को शुरुआत में नो बॉल के कारण मिला जीवनदान था. इससे बड़ी चिंता का विषय टीम की बॉलिंग अटैक में वेरायटी की कमी थी. जसप्रीत बुमराह को छोड़ दें तो इंडिया के बाकी सीमर्स बहुत साधारण हैं. सभी राइट आर्म, मीडियम फास्ट, जो अलग-अलग एंगल से बॉलिंग करते हैं.
उन्होंने आगे लिखा,
बॉलिंग में बदलाव के कारण क्यों विकेट गिरता है? इसके पीछे एक वजह होती है. ये बैटर को फिर से सेट होने के लिए मजबूर करता है. शुभमन गिल के पास मौजूदा टीम में वो अंतर पैदा करने वाला बॉलर नहीं है. बुमराह नहीं होंगे तो मैं अर्शदीप को टीम में देखना चाहूंगा. साथ ही कुलदीप यादव को जो शायद शेन वॉर्न के बाद बेस्ट कलाई स्पिनर हैं, जो टीम का हिस्सा भी हैं.
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ग्रेग ने बॉलर्स के अनुशासन को लेकर भी लिखा. उनके अनुसार,
बर्मिंघम में अब तक नहीं जीती है टीम इंडियाअगर बुमराह टीम में शामिल भी होते हैं, बाकी बॉलिंग अटैक को और अनुशासित होना होगा. मैंने दो बॉल लगातार खतरनाक जगह पर पड़ते नहीं देखा है. या तो बॉल बहुत फुल होती थी या बहुत शॉर्ट और बहुत वाइड. बॉलर्स को भी बैटर्स की तरह पार्टनरशिप में बॉलिंग करनी होती है. अभी इंग्लैंड को सिर्फ किसी तरह बुमराह को खेलना होता है. सारा प्रेशर उनके ओवर के साथ ही खत्म हो जाता है.
एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी के पहले मैच में टीम इंडिया को इंग्लैंड ने 5 विकेट से हराया. अब सीरीज का दूसरा टेस्ट मैच 2 जुलाई से बर्मिंघम में खेला जाना है. इस वेन्यू पर टीम इंडिया का रिकॉर्ड काफी खराब है. इंग्लैंड के खिलाफ अब तक 8 मुकाबलों में टीम इंडिया ने सिर्फ एक मैच यहां ड्रा खेला है. 7 मुकाबलों में उन्हें हार का सामना करना पड़ा है. अंतिम बार भी जब दोनों टीम 2022 में यहां भिड़ी थीं, तब इंग्लैंड ने चौथी इनिंग में रिकॉर्ड 378 रन चेज कर मुकाबला जीत लिया था.
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