तस्वीर- आजतक.
इससे पहले सोमवार 24 जनवरी की शाम को राजेन्द्र नगर रेलवे स्टेशन पर छात्रों के विरोध प्रदर्शन के दौरान हालात इतने बेकाबू हो गए कि पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ गया. पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी छोड़े. इसके चलते राजेन्द्र नगर टर्मिनल पर अफरा-तफरी का माहौल देखने को मिला.
क्यों नाराज हैं छात्र? रेलवे भर्ती बोर्ड (RRB) की ओर से नॉन टेक्नीकल पॉपुलर कैटेगरी (NTPC) की सीबीटी-1 परीक्षा का परिणाम बीती 14 और 15 जनवरी को जारी किया गया था. परीक्षा में लगभग एक करोड़ से ज्यादा उम्मीदवार पंजीकृत हैं. इस परिणाम के आधार पर सीबीटी-2 यानी दूसरे चरण की परीक्षा के लिए उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट किया जाना है. लेकिन उम्मीदवारों ने आरोप लगाया है कि परीक्षा के परिणाम में धांधली हुई है. उनका कहना है कि आयोजित परीक्षा में बोर्ड द्वारा कई पदों के लिए एक ही उम्मीदवार का चयन किया गया है. इसके चलते कई छात्रों का सेलेक्शन नहीं हो पाया. इसी को लेकर छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं.
इसी सिलसिले में मंगलवार को 'युवा हल्ला बोल' आंदोलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुपम ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को एक पत्र भेजा. इसमें उन्होंने मांग की है-
एनटीपीसी के सीबीटी-1 रिजल्ट को रिवाइज करके 20 गुना क्रमांकों को सेलेक्ट करने की बजाए 20 गुना छात्रों को सीबीटी-2 में बैठने का अवसर दिया जाए.खबर लिखे जाने तक छात्रों और पुलिस की झड़प जारी थी. कुछ वीडियो भी सामने आए हैं जिनमें पुलिस छात्रों पर हवाई फायरिंग और आंसू गैसे के गोलों के साथ पानी की बौछार करती दिख रही है. वहीं छात्रों की तरफ से पुलिस पर पत्थरबाजी की जा रही है.
ग्रुप डी की चयन प्रक्रिया में सीबीटी-2 का चरण ना जोड़ा जाए और जल्द से जल्द भर्ती पूरी करके योग्य युवाओं को रेलवे में नियुक्ति दी जाए.