कब और किसकी है ऑडियो क्लिप
'आज तक' के पत्रकार अरविंद ओझा की रिपोर्ट के अनुसार, ये कॉल रिकॉर्डिंग मुख्तार अंसारी और उसके शूटर अभय सिंह की है. दोनों उस समय जेल में थे. मुख्तार अंसारी गाजीपुर और अभय सिंह फैजाबाद जेल में बंद थे. ये बातचीत उस वक्त की गई थी, जब 2005 में गाजीपुर में बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय समेत सात लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. यूपी एसटीएफ के एक जवान ने इस बातचीत को रिकॉर्ड किया था. बाद में ये ऑडियो सीबीआई को भी सौंपा गया था. ये क्लिप एक मिनट आठ सेकंड की है.
ऑडियो क्लिप में क्या बातचीत है
अभय सिंह- हम अभय सिंह बोल रहे हैं.क्या है कृष्णानंद राय हत्याकांड
मुख्तार अंसारी- बोलो ठाकुर.
अभय - भइया एक ओ जमीन थी. जिसमें रिजवान भाई से वहां बात हुई थी. सब लोग वहां पर आए हुए थे. उसमें वो बीच में मामला बिगड़ गया था.
मुख्तार - हां... हां... हां. थोड़ा बदमाशी किया है. सब छोड़ो अभी. यहां पर वो हो गया है. पता चला हल्ला हो रहा है कि गोली चल रही है मुन्ना बजरंगी और कृष्णानंद राय में.
अभय - अच्छा.
मुख्तार - ये सुनने में आया है.
अभय - अच्छा, कहां पर?
मुख्तार - कृष्णानंद राय के गांव पर दोनों तरफ से मुकाबला चल रहा है.
अभय- हां, हां, बराबर गोली चल रही है.
मुख्तार - हां.
अभय- एक तरफा.
मुख्तार - जय श्री राम...
अभय - अच्छा ओके.
मुख्तार- हैलो.
अभय- हां, हां.
मुख्तार- काट लीन्ह (कृष्णानंद की चोटी के बारे में).
अभय- ठीक है.
मुख्तार- मुट्ठी में.
अभय- हां, ठीक है, ठीक है, रख रहे हैं. बाद में बात होगी.
मुख्तार - नमस्ते.
कृष्णानंद राय ग़ाज़ीपुर की मोहम्मदाबाद विधानसभा सीट से 2002 में बीजेपी से विधायक बने थे. 29 नवंबर, 2005 को कृष्णानंद राय करीमुद्दीनपुर इलाके के सोनाड़ी गांव में एक क्रिकेट टूर्नामेंट के उद्धाटन में पहुंचे थे. उनके पास बूलेटप्रूफ कार थी. लेकिन उस दिन बारिश के चलते सामान्य गाड़ी ले ली. टूर्नामेंट का उद्घाटन करने के बाद शाम को लौट रहे थे. रास्ते में उनके काफिले को कुछ लोगों ने घेर लिया और एके 47 से फायरिंग कर दी. बताया जाता है कि बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय और उनके छह साथियों पर एके-47 से 400 गोलियां चली थीं. मारे गए सात लोगों के शरीर से 67 गोलियां बरामद की गई थीं.

बीजेपी विधायक रहे कृष्णानंद राय की फाइल फोटो.
सीबीआई कोर्ट से बरी हो गए आरोपी
बाद में मामले की जांच यूपी पुलिस से सीबीआई को दी गई थी. इसमें गाज़ीपुर के पूर्व सांसद अफजाल अंसारी, मऊ के विधायक मुख्तार अंसारी, मुन्ना बजरंगी, अताउर रहमान उर्फ बाबू, संजीव महेश्वरी उर्फ जीवा, फिरदौस, राकेश पांडेय उर्फ हनुमान, और मुहम्मदाबाद नगर पालिका चेयरमैन एजाजुल हक को आरोपी बनाया था. लेकिन सबूतों के अभाव में सीबीआई की विशेष अदालत से सभी आरोपी बरी हो गए थे. मामला अब हाई कोर्ट में है.
Video: मुख्तार अंसारी का शार्प शूटर राकेश पांडेय कथित एनकाउंटर में मारा गया