ऑक्सीजन की कमी को लेकर कानपुर के बिठूर क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के विधायक अभिजीत सिंह सांगा ने ट्वीट किया है.
कोरोना वायरस (Coronavirus) की दूसरी लहर ने देश की स्वास्थ्य व्यवस्था की हालत पस्त कर दी है. कई राज्यों के अस्पतालों में बेड उपलब्ध नहीं हैं, ऑक्सीजन और ज़रूरी दवाओं के लिए मरीज़ों के परिजन दर-दर भटक रहे हैं. जनसंख्या की दृष्टि से देश के सबसे बड़े राज्य यानी उत्तर प्रदेश में भी हालत लगातार बिगड़ती जा रही है. यहां लखनऊ और कानपुर जैसे बड़े शहरों में भी लोगों को इलाज नहीं मिल पा रहा है. ऐसे में कानपुर के बिठूर क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के विधायक अभिजीत सिंह सांगा ने 22 अप्रैल को एक ट्वीट किया.
आदरणीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी हमारे शहर कानपुर में ऑक्सीजन की स्थिति बहुत ज़्यादा खराब है. महोदय क्षेत्र का एक जिम्मेदार विधायक होने के नाते आग्रह है कृपया स्थिति को तुरंत संज्ञान लें जिससे हमारे नागरिकों की बहुमूल्य जान बचाई जा सके!
इस ट्वीट में उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ, सीएम के सूचना सलाहकार शलभमणि त्रिपाठी, और IAS शिशिर को टैग किया. वहीं एक और ट्वीट को रीट्वीट करते हुए उन्होंने लिखा,
कानपुर CMO का ये लापरवाही भरा रवैया इन विपरीत परिस्थियों में बेहद चिंताजनक है , मेरे पास कई शिकायतें आई हैं, मैं जल्द ही इस बारे में लिखित रूप से आदरणीय मुख्यमंत्री जी को सूचित कर कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित कराऊंगा !!
कोरोना के दौर में अन्य जगहों की तरह कानपुर के भी अस्पतालों की हालत खराब है. इलाज के अभाव में लोग दम तोड़ रहे हैं. लोग सिस्टम को लेकर सवाल उठा रहे हैं. दी लल्लनटॉप ने विधायक अभिजीत सिंह सांगा से बात की. उनके ट्वीट के बार में पूछा. उन्होंने कहा,
संक्रमण बहुत बुरी तरीके से फैला हुआ है. संख्या इतनी ज्यादा है तो अस्पताल, ICU, बेड, वेंटिलेटर सबकी बहुत कमी पड़ रही है. ऑक्सीजन की भी कमी है. इस वजह से बहुत सी मौतें हुई हैं. कई मौतें ऑक्सीजन के अभाव में हुई हैं.
हमने पूछा कि ये स्थिति क्यों हैं और CMO की शिकायत की बात क्यों कर रहे हैं? विधायक ने कहा,
आज जिस खतरे को हमलोग फेस कर रहे हैं, ऐसा लगता है कि इसका अंदाजा नहीं था सिस्टम को भी, कि ऐसे बड़े संक्रमण का सामना करना पड़ेगा. कहीं न कहीं तैयारियों में भी कमी रही है. CMO के फोन बंद थे. इस संक्रमण के दौर में निश्चित रूप से सब लोग मेहनत कर रहे हैं, वो भी मेहनत कर रहे होंगे, लेकिन जिम्मेदार लोग कहीं से भी किसी तरह का एक्सक्यूज नहीं दे सकते. अपनी क्षमता से ज्यादा काम करना पड़ेगा. और टोल फ्री नंबर या जिम्मेदार लोगों के नंबर अगर बंद जा रहे हैं तो ये सिस्टम की कमी है. जो जिम्मेदार लोग हैं उनकी जवाबदेही है.
लल्लनटॉप ने पूछा कि जब इतनी कमियां हैं तो कोई प्रतिनिधि कुछ बोल क्यों नहीं रहा है, नेता चुप क्यों हैं? विधायक ने कहा,
मुझे लगता है कि जब समाज रहेगा, मानवता रहेगी, मनुष्य रहेगा तभी राजनीति रहेगी और तभी ये संवैधानिक ढांचा जो आज हमलोग देख रहे हैं वो रहेगा. हम लोगों को अपने पद की चिंता न करते हुए यहां पर जो कमियां हैं उनपर चर्चा करके, उनकी समस्या को उठाकर समाधान करना चाहिए.
कुछ दिन पहले यूपी के कानून मंत्री ब्रजेश पाठक ने भी अपर मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) और प्रमुख सचिव (चिकित्सा शिक्षा) को लेटर लिखकर लखनऊ की स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर सवाल उठाए थे. उन्होंने कोविड बेड बढ़ाने, पर्याप्त जांच किट उपलब्ध कराने प्राइवेट लैब को कोविड जांच का अधिकार देने, गंभीर रोगियों को तुरंत भर्ती करने जैसी मांगे की थी.