गांधी की एक मूर्ति को भगवा रंग में रंग दिया गया. ऐसा हुआ छत्तीसगढ़ के बिलासपुर शहर में. शहर के गांधी चौक में गांधी की एक मूर्ति लगी हुई है. असल में ये काले पत्थरों को तराश कर बनाई गई थी. लेकिन इस बार के इंडिपेंडेंस डे प्रोग्राम के लिए लोकल प्रशासन ने इसे भगवा कलर से पेंट कर दिया. साफ़-सफाई और रंगाई-पुताई तो शहर के सभी स्वतंत्रता सेनानियों के के स्टेचू की हुई है. लेकिन गांधी के मामले में प्रशासन ज्यादा क्रिएटिव हो लिया.
कांग्रेस ने कहा, 'भगवाकरण है'
गांधी का भगवा स्टेचू देखकर कांग्रेस का दिमाग सुलग गया. कि बापू को RSS के फेवरेट 'हिंदू कलर' में क्यों रंगा गया. बिलासपुर से रायपुर तक की रैली की प्लानिंग हो गई. जिसको 'विवाद' कहते हैं न, उस टाइप की नौबत आ गई. कांग्रेस वाले मूर्ति के सामने डट गए.
नगर निगम की फूंक सरक ली
जब नगर निगम ने देखा कि प्रोटेस्ट होने वाली है, तो रंग बदलवाने के लिए नगर निगम कर्मियों की खोजाई शुरू हुई. कर्मी काम ख़त्म कर घर चले गए थे. वो ढूंढे न मिले. तब नगर निगम ने पेंटरों को पकड़ा. और जल्द से जल्द भगवा के ऊपर गोल्डन ब्राउन रंग चढ़वा दिया. कुल मिलाकर गांधी अब कॉपर कलर के दिख रहे हैं.
बीजेपी ने ये कहा
बीजेपी प्रवक्ता श्रीचंद सुंदरानी ने कहा है कि ये कांग्रेस की हताशा है कि किसी भी बात को मुद्दा बनाने की कोशिश कर रहे हैं. भगवा कलर तो सम्मान का प्रतीक है. जिसे पहनकर उनकी पार्टी गर्व महसूस करती है. अब गर्व महसूस करते-करते गांधी को भी भगवा रंग दिया, तो कउन बड़ी बात हो गई.