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9वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री बने नीतीश कुमार, इस्तीफ़ा देने के 7 घंटे में फिर शपथ ली

Nitish Kumar Bihar CM: 8 और नेताओं ने मंत्री पद की शपथ ली है. जानिए BJP के कौन से 2 नेता बने नीतीश के डिप्टी.

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बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेते नीतीश कुमार. BJP के विजय सिन्हा और सम्राट चौधरी डिप्टी CM बने हैं.(फोटो: ANI)

नीतीश कुमार ने बिहार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफ़ा देने के 7 घंटे में फिर से CM पद की शपथ (Nitish Kumar Bihar CM Oath) ले ली. 9वीं बार वो बिहार के CM बने हैं. लेकिन इस बार RJD नहीं, बल्कि BJP के साथ गठबंधन में. 28 जनवरी की शाम 5 बजे राज्यपाल ने नीतीश के साथ 8 और नेताओं को मंत्री पद की शपथ ग्रहण कराई. इसमें से BJP के विजय सिन्हा (Vijay Sinha) और सम्राट चौधरी (Samrat Chaudhary) ने डिप्टी CM पद की शपथ ली. वहीं JDU से विजय चौधरी, विजेंद्र यादव, श्रवण कुमार, HAM से संतोष कुमार सुमन और निर्दलीय सुमित सिंह ने कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली. 

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बता दें कि नीतीश कुमार ने 28 जनवरी की सुबह RJD से गठबंधन तोड़ते हुए मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था. JDU के विधायक दल की बैठक में नीतीश ने इसका ऐलान किया. इसके बाद राजभवन गए और राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर को इस्तीफ़ा सौंप दिया. 

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इस्तीफे के बाद मीटिंग

नीतीश के इस्तीफ़े के तुरंत बाद पटना में BJP विधायक दल की बैठक हुई. BJP के राज्य प्रभारी विनोद तावड़े ने बताया कि सीनियर विधायक नंदकिशोर यादव ने प्रस्ताव रखा कि सम्राट चौधरी को विधायक दल का नेता और विजय कुमार सिन्हा को उपनेता चुना जाए. सभी विधायकों ने इसका समर्थन करते हुए प्रस्ताव पारित किया.

BJP की मीटिंग के बाद नई सरकार की गठन को लेकर CM हाउस में नीतीश कुमार ने अपनी पार्टी के 16 सांसदों और 45 विधायकों के साथ मीटिंग की. रिपोर्ट के मुताबिक BJP ने पिछली बार पिछड़ी जाति से आने वाले तारकेश्वर प्रसाद और रेणु देवी को डिप्टी CM बनाया था. लेकिन इस बार उन्होंने भूमिहार समुदाय के विजय सिन्हा और पिछड़ी जाति के सम्राट चौधरी को डिप्टी CM बनाया है.

कौन हैं विजय सिन्हा?

साल 2020 में चुनाव के बाद पहली बार विजय कुमार सिन्हा बिहार विधानसभा के स्पीकर बने थे. ये पहली बार था कि कोई बीजेपी नेता बिहार की विधानसभा का स्पीकर बना था. बीजेपी की तरफ से सरप्राइज चॉइस कहा गया था क्योंकि उस वक्त नंद किशोर यादव समेत कई सीनियर नेता स्पीकर पद की रेस में थे.

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साल 2000 में सिन्हा को भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश संगठन के प्रभारी की जिम्मेदारी दी गई थी. फिर साल 2004 में फिर बीजेपी के प्रदेश कार्य समिति का सदस्य बनाया गया था. बाद में वो बीजेपी किसान मोर्चा के प्रदेश महामंत्री भी रहे और फिर पार्टी से ही उन्हें बेगूसराय और खगड़िया जिले का क्षेत्र प्रभारी भी बनाया गया. साल 2005 में उन्हें पहली बार लखीसराय से विधायक चुना गया था.

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