''शुरुआती जांच में पता चला है कि अपराधी पटना से ही गुंजन खेमका का पीछा कर रहे था. फैक्ट्री के गेट के पास मौका पाकर उसने तीन गोलियां चलाईं जिसमें दो गोली गुंजन को लगी और उनकी मौत हो गई. हत्या के पीछे की वजह पता नहीं चलल पाई है. वैशाली पुलिस और पटना पुलिस मिलकर इस बात की तफ्तीश कर रही है कि हत्या क्यों की गई है.''ड्राइवर ने बताया, बाइक पर था बदमाश

गुंजन खेमका (सबसे दाएं काली जैकेट में) बिहार में बीजेपी के नेता थे.
गुंजन के ड्राइवर मनोज रविदास ने बताया कि वो गुंजन को काले रंग की होंडा कार संख्या BR 01 CZ 6000 से लेकर हाजीपुर आया था. हाजीपुर में उनकी गत्ते की फैक्ट्री है, जिसका नाम है जेके इंडस्ट्री प्राइवेट लिमिटेड. गत्ते की फैक्ट्री के गेट पर जब उनकी कार पहुंची, तो ड्राइवर गेट खुलवाने के लिए हॉर्न बजा रहा था. इसी दौरान बाइक सवार बदमाश ने कार पर तीन गोलियां दागीं. दो गोली गुंजन को लगी और मौके पर ही गुंजन की मौत हो गई. आस-पास मौजूद लोगों ने बदमाश को पकड़ने के लिए ईंट-पत्थर चलाए लेकिन वो फरार हो गया. वहीं उसी फैक्ट्री में ऑपरेटर का काम करने वाले अरविंद कुमार सिन्हा ने बताया कि बदमाश जिस बाइक से आया था, उसपर नंबर प्लेट नहीं थी. गोली लगने के बाद ड्राइवर और कर्मचारी गुंजन को लेकर उसी होंडा गाड़ी से तुरंत ही सदर अस्पताल लेकर पहुंचे लेकिन डॉक्टरों ने गुंजन को मृत घोषित कर दिया.
पटना के बड़े कारोबारी हैं गोपाल खेमका

गुंजन खेमका के पिता गोपाल खेमका बिहार के 10 सबसे बड़े कारोबारियों में शामिल हैं. फोटो में गुंजन खेमका के परिवार की है. (फोटो : Gunjan Khemka Facebok)
गोपाल खेमका बिहार के बड़े कारोबारी हैं. वो राजधानी पटना में बने मगध हॉस्पिटल के मालिक हैं. पटना में दवा की कई दुकानें उनके पास हैं. इसके अलावा हाजीपुर में उनकी गत्ते की दो फैक्ट्रियां हैं. वहीं गोपाल खेमका के बेटे गुंजन खेमका लघु उद्योग, बिहार के प्रदेश संयोजक थे. वो बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी के करीबी रिश्तेदार बताए जाते हैं. हत्याकांड के बारे में गोपाल खेमका ने बताया कि उनकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं है. किसी ने उनसे कभी रंगदारी भी नहीं मांगी थी. हत्या क्यों हुई है, इस बारे में पुलिस ही कुछ बता पाएगी. वहीं हाजीपुर के एसपी का कहना है कि पुलिस इस हत्याकांड की जांच कर रही है. जांच के बाद ही कारण साफ हो पाएंगे. वहीं बीजेपी के मंत्री विनोद कुमार सिंह ने कहा है कि गुंजन खेमका बीजेपी के पदाधिकारी थे. कोई भी अपराधी हो और किसी का भी उसे संरक्षण हासिल हो उसे बख्शा नहीं जाएगा. किसी भी कीमत पर अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा.
पहले भी हो चुका है हमला

गुंजन पर पहले भी हमला हो चुका है.
गुंजन खेमका पर पहले भी हमला हो चुका है. अपराधियों ने गुंजन खेमका से पहले भी रंगदारी मांगी थी. न देने पर पटना के कंकड़बाग में गुंजन पर हमला हुआ था, जिसमें वो बच गए थे. लेकिन इस बार अपराधियों ने पूरी तैयारी से गुंजन पर हमला किया और उनकी मौत हो गई.