क्यों उठाया भूटान ने यह कदम? भूटान अपने पर्यावरण को लेकर काफी गंभीर है. पिछले कुछ सालों में भूटान जाने वाले भारतीयों की संख्या बढ़ी है. अगस्त 2018 के बाद से भारत के साथ ही बांग्लादेश और मालदीव से जाने वाले पर्यटकों की संख्या में 10 प्रतिशत का इजाफा हुआ है. भारतीय पर्यटक मुख्य रूप से भूटान के पश्चिमी हिस्से में ज्यादा घूमने जाते हैं. देश के पूर्वी हिस्से के 11 जिलों में पर्यटन को प्रमोट करने के लिए फीस में कमी की गई है.

भूटान हिमालय की गोद में बसा खूबसूरत देश है. (File)
बिल में क्या है? भारत, बांग्लादेश और मालदीव के लोगों को भूटान आने पर रोजाना के 1200 रुपये देने होंगे. 5 साल तक के बच्चों के लिए कोई फीस नहीं. 6 से 12 साल के बच्चों के लिए रोजाना की फीस 600 रुपए होगी.
बाकी देशों का क्या हाल? भूटान अपने यहां घूमने आने वाले लोगों की संख्या पर नियंत्रण रखता है. बाकी देशों के लोग अगर भूटान आते हैं तो उन्हें 65 डॉलर यानी करीब 5000 रुपये देने होते हैं. इसके अलावा रोजाना के हिसाब से उन्हें 250 डॉलर यानी 17000 रुपये देने होते हैं.
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