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ईरान से भारतीयों को सुरक्षित निकालने की कवायद शुरू, भारत सरकार का संदेश- "संपर्क करें, सुरक्षित रहें"

इजरायल और ईरान के बीच का टकराव बढ़ता जा रहा है. 16 जून को भी इजरायल ने ईरान के कई हिस्सों में हमला किया. वहीं ईरान ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए इजरायल की ओर बैलिस्टिक मिसाइल दागे. दोनों देशोें के बीच बढ़ते टकराव को देखते हुए भारत ने तेहरान से अपने नागरिकों को बाहर निकालने का फैसला किया है.

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ईरान और इजरायल के बीच संघर्ष बढ़ता जा रहा है. (AP)

ईरान और इज़रायल (Iran-Israel War) के बीच बढ़ते सैन्य तनाव ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय की चिंता बढ़ा दी है. इसी के मद्देनज़र भारत सरकार ने अपने नागरिकों को सुरक्षित निकालने की तैयारियां शुरू कर दी हैं. तेहरान स्थित भारतीय दूतावास ने ईरान में रह रहे सभी भारतीयों से तत्काल संपर्क करने और अपनी लोकेशन व कॉन्टैक्ट जानकारी साझा करने की अपील की है.

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दूतावास की ओर से जारी सलाह में कहा गया है कि सभी भारतीय नागरिक और भारतीय मूल के लोग जो तेहरान या अन्य संवेदनशील क्षेत्रों में रह रहे हैं, वे निकटतम भारतीय मिशन या दूतावास से तुरंत संपर्क करें. 

दूतावास की एडवाइजरी में क्या कहा गया है?

एडवाइजरी में भारतीय नागरिकों से ये भी अनुरोध किया गया है कि जो लोग निजी संसाधनों के माध्यम से सुरक्षित स्थान पर जा सकते हैं, वे स्वेच्छा से तेहरान से बाहर निकल जाएं. भारतीय दूतावास ने कहा है,

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सभी भारतीय नागरिक और प्रवासी कृपया दूतावास से संपर्क करें और अपनी मौजूदा लोकेशन, मोबाइल नंबर और आपातकालीन संपर्क जानकारी हमारे साथ साझा करें. यदि आप स्वेच्छा से सुरक्षित स्थान पर जा सकते हैं, तो ऐसा तुरंत करें.

दूतावास ने तेहरान में स्थित उन भारतीयों के लिए भी एडवाइजरी जारी की है, जो उनसे संपर्क नहीं कर पाए हैं. दूतावास की ओर से कहा गया कि जो भारतीय अब तक दूतावास के संपर्क में नहीं हैं वो तुरंत संपर्क करें और अपना कॉन्टैक्ट नंबर और लोकेशन शेयर करें.

भारतीय दूतावास ने संपर्क के लिए तीन हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं. ये नंबर हैं - +989010144557; +989128109115; +989128109109.

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इसके अलावा विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने बताया कि इजरायल और ईरान दोनों में 24×7 कंट्रोल रूम बनाए गए हैं. क्योंकि दोनों पक्ष लगातार पांचवें दिन भी एक दूसरे पर हवाई हमले और मिसाइल हमले कर रहे हैं.

यह एडवाइजरी ऐसे समय में आई है जब खाड़ी क्षेत्र में हालात बेहद अस्थिर हैं. इज़रायल और ईरान के बीच हालिया मिसाइल हमलों और जवाबी कार्रवाइयों ने युद्ध जैसे हालात पैदा कर दिए हैं. अमेरिका और यूरोपीय देशों ने भी अपने-अपने नागरिकों को ईरान से बाहर निकलने की सलाह दी है.

बढ़ता तनाव: क्या है जमीनी स्थिति?

हाल ही में तेहरान और तेल अवीव के बीच तनाव उस समय चरम पर पहुंच गया जब इज़रायल ने सीरिया में ईरानी सैन्य ठिकानों पर हवाई हमले किए. इसके जवाब में ईरान की ओर से भी आक्रामक प्रतिक्रिया देखने को मिली. विशेषज्ञ मान रहे हैं कि हालात किसी भी समय पूर्ण युद्ध की ओर बढ़ सकते हैं.

भारत के लिए यह स्थिति खासतौर पर संवेदनशील है क्योंकि ईरान में भारतीय छात्रों, पेशेवरों और श्रमिकों की एक बड़ी संख्या मौजूद है. साथ ही भारत की ऊर्जा आपूर्ति और कूटनीतिक संबंध भी खाड़ी क्षेत्र से गहराई से जुड़े हैं.

निकासी योजना पर सरकार की नजर

सूत्रों के मुताबिक भारत सरकार "वंदे भारत मिशन" की तर्ज पर विशेष निकासी उड़ानों की योजना भी बना रही है. इस संबंध में आधिकारिक घोषणा अभी नहीं की गई है. भारत के विदेश मंत्रालय और नागरिक उड्डयन मंत्रालय मिलकर स्थिति की निगरानी कर रहे हैं.

भारतीयों के लिए ज़रूरी कदम

ईरान में रह रहे भारतीयों के लिए कुछ जरूरी उपाय हैं जो उन्हें तुरंत अपनाने चाहिए. 

  • दूतावास से तुरंत संपर्क करें
  • अपना स्थान, मोबाइल नंबर और ईमेल साझा करें
  • पासपोर्ट, वीज़ा और ज़रूरी दस्तावेज़ों को सुरक्षित रखें
  • यदि संभव हो तो तेहरान से बाहर किसी सुरक्षित जगह पर जाएं
  • सोशल मीडिया या अफवाहों पर भरोसा न करें, केवल आधिकारिक स्रोतों पर ध्यान दें.

वीडियो: दुनियादारी: ईरान-इज़रायल सैन्य संघर्ष में अब तक क्या-क्या हुआ?

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