पड़ोसी देश बांग्लादेश में आरक्षण को लेकर शुरू हुए विरोध प्रदर्शन में अब तक 32 लोगों की मौत हो चुकी है (Bangladesh Quota Protest Updates). हजारों लोगों के घायल होने की भी खबर है. सरकारी नौकरियों के लिए कोटा प्रणाली में सुधार की मांग को लेकर छात्रों के प्रदर्शन के चलते राजधानी ढाका समेत कई जगहों पर हिंसा बढ़ने लगी है. कॉलेज-यूनिवर्सिटी बंद हो गई हैं. ट्रेन-मेट्रो सेवाएं ठप हो चुकी हैं. इंटरनेट बंद होने की खबरें भी हैं. इस बीच भारत ने अपने नागरिकों के लिए ट्रैवल एडवाजरी जारी की है.
बांग्लादेश: कोटा आंदोलन में अब तक 32 लोगों की मौत, हजारों घायल; ताजा अपडेट जान लें
Bangladesh Dhaka Quota Protest Updates: केवल 18 जुलाई को हुई झड़पों में ही कम से कम 18 लोग मारे गए हैं. वहीं, 2,500 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. कॉलेज-यूनिवर्सिटी बंद हो गई हैं. ट्रेन-मेट्रो सेवाएं ठप हो चुकी हैं. इंटरनेट बंद होने की खबरें भी हैं.

बता दें, ढाका और अन्य शहरों में यूनिवर्सिटी के छात्र सरकारी नौकरियों में आरक्षण की व्यवस्था का विरोध कर रहे हैं. इसमें उन स्वतंत्रता सेनानियों के रिश्तेदारों के लिए आरक्षण भी शामिल है जिन्होंने 1971 में पाकिस्तान से देश की आजादी के लिए लड़ाई लड़ी थी. हाल ही में वहां के हाई कोर्ट ने स्वतंत्रता सेनानियों वाला कोटा बहाल करने का आदेश दिया था. उनके वंशजों के लिए एक तिहाई सिविल सेवा पद आरक्षित हैं.
एक दिन में 18 लोगों की मौत-द डेली स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रदर्शनकारियों, पुलिस और सत्तारूढ़ पार्टी के लोगों के बीच केवल 18 जुलाई को हुई झड़पों में ही कम से कम 18 लोग मारे गए हैं. वहीं, 2,500 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. ढाका, चट्टोग्राम, रंगपुर और कुमिल्ला समेत बांग्लादेश के कई शहरों में लाठी-पत्थरों से लैस हजारों छात्रों और पुलिस बलों के बीच हिंसक झड़पों की रिपोर्ट सामने आई हैं.
- 18 जुलाई को ढाका के जात्राबारी में विरोध प्रदर्शन के दौरान 35 साल के पत्रकार हसन मेहदी की हत्या कर दी गई. इंस्पेक्टर एमडी बच्चू मिया ने बताया कि हसन ढाका टाइम्स के स्टाफ रिपोर्टर थे.
-इसी दिन दोपहर को राजधानी के धनमंडी में पुलिस और अवामी लीग के सदस्यों के साथ झड़प के दौरान ढाका आवासीय मॉडल कॉलेज के 17 साल के छात्र की मौत हो गई. प्रोथोम एलो की रिपोर्ट के मुताबिक, छात्र के शरीर पर गोली के घाव थे.
-इसके अलावा ढाका के उत्तरा इलाके में रैपिड एक्शन बटालियन के साथ झड़प के दौरान कम से कम चार लोग मारे गए.
-चश्मदीदों ने बताया कि कुछ प्रदर्शनकारियों ने रामपुरा इलाके में सरकारी बांग्लादेश टेलीविजन भवन को घेरकर उसके सामने के हिस्से को क्षतिग्रस्त कर दिया. आरोप है कि वहां पार्क किए गए वाहनों को आग लगा दी गई और इस दौरान पत्रकारों समेत कुछ कर्मचारी अंदर फंसे रहे.
-बढ़ते हिंसक विरोध प्रदर्शन को देखते हुए शिक्षा मंत्रालय ने अगली सूचना तक देश भर में सेकेंडरी और हायर सेकेंडरी लेवल पर शैक्षणिक संस्थानों को बंद करने की घोषणा की है. इसके अलावा सभी सार्वजनिक और निजी विश्वविद्यालयों को बंद रखने का भी आदेश है.
-छात्रों के विरोध प्रदर्शन,आगजनी और पथराव की वजह से ढाका और देश के अन्य बड़े शहरों में काफी नुकसान हो रहा है. द डेली स्टार के मुताबिक, छात्रों ने कम से कम आठ जिलों में सड़कों और ट्रेन मार्गों को ब्लॉक कर दिया.
-हिंसा के बीच 18 जुलाई को बांग्लादेश में कई मोबाइल यूजर्स ने मोबाइल इंटरनेट का इस्तेमाल और सोशल मीडिया ना चला पाने की सूचना दी. 16 जुलाई से सभी विश्वविद्यालयों में 4जी नेटवर्क बंद है. हालांकि, 2जी नेटवर्क उपलब्ध थे जिससे वॉयस कॉल की जा सके.
-भारत ने बांग्लादेश में अपने नागरिकों और छात्रों के लिए जारी एडवायजरी में अपने परिसरों से बाहर ना निकलने का आग्रह किया है. उनके लिए इमरजेंसी नंबर भी जारी किए गए हैं.
-सुप्रीम कोर्ट, हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ सरकार की अपील पर 7 अगस्त को सुनवाई करेगा. प्रधानमंत्री शेख हसीना ने छात्रों से फैसला आने तक धैर्य बनाए रखने का आग्रह किया है.
वीडियो: दुनियादारी: शेख़ हसीना की चेतावनी के बाद बांग्लादेश में क्या हुआ?