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क्या है अयोध्या का सुरक्षा प्लान, आम लोगों को भी बड़ा काम सौंपा गया है

22 जनवरी से पहले ही अयोध्या की सुरक्षा की जिम्मेदारी SPG (स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप) को दे दी जाएगी.

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अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा होगी. (फोटो सोर्स- आजतक)

अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर (Ram Mandir Ayodhya) में प्राण-प्रतिष्ठा (Pran Pratishtha) का कार्यक्रम है. इसे व्यापक बनाने के लिए BJP और उत्तर प्रदेश सरकार तगड़ा इंतजाम कर रही है. अयोध्या की सुरक्षा व्यवस्था ऐसी है कि परिंदा भी पर न मार सके. 22 जनवरी से पहले ही अयोध्या की सुरक्षा की जिम्मेदारी SPG (स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप) को दे दी जाएगी. सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हैं. स्थानीय लोगों की भी मदद ली जा रही है, ताकि कहीं कोई कसर बाकी न रह जाए.

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क्या इंतजाम हैं?

अयोध्या की सुरक्षा से जुड़ी ख़ास बातें, संक्षेप में जान लेते हैं. आजतक से जुड़े बनबीर सिंह की खबर के मुताबिक,
-16 जनवरी से अयोध्या की सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी ख़ास तौर पर SPG को दी गई है. SPG को जो भी खामियां दिखेंगी, उन्हें लेकर SPG अयोध्या पुलिस को निर्देशित करेगी. प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम, SPG की निगरानी में होगा.
-इसके अलावा CRPF, UP का एंटी टेररिस्ट स्क्वाड (ATS), रैपिड एक्शन फ़ोर्स (RAF) पुलिस भी अयोध्या की सुरक्षा में तैनात रहेंगे. ATS का  कमांड सेंटर, अयोध्या पुलिस लाइन में बनाया गया है. अयोध्या रेंज के IG प्रवीण कुमार ने आजतक को बताया कि लगभग 11 हजार अतिरिक्त सुरक्षा बल अयोध्या में तैनात किए जाएंगे.
-सरयू नदी में निगरानी करने के लिए जल पुलिस को अतिरिक्त हाई स्पीड बोट मुहैया कराई गई हैं.
-सुरक्षा एजेंसियों की नजर जमीन से लेकर आसमान तक रहेगी. इसके लिए एंटी ड्रोन सिस्टम और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस कमांड कंट्रोल सिस्टम तैयार किए गए हैं.
-आने-जाने वालों की फिजिकल चेकिंग के अलावा, उच्च स्तरीय सुरक्षा तकनीक का भी इस्तेमाल होगा.
-22 जनवरी के पहले ही अयोध्या में रह रहे बाहरी व्यक्तियों के आधार कार्ड और उनकी पहचान से जुड़े कागज़ चेक किए जाएंगे और जरूरत पड़ने पर उनका वेरिफिकेशन भी कराया जाएगा.

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आम लोगों का सहयोग

-अयोध्या के सुरक्षा प्लान में स्थानीय लोगों की सहभागिता का अहम रोल होगा. व्यावसायिक प्रतिष्ठान हो या आम लोगों के घर, जहां भी CCTV कैमरे लगे हैं, उन्हें पुलिस के कंट्रोल रूम से जोड़ दिया गया है. इसके अलावा, पुलिस के एक हजार से ज्यादा CCTV कैमरे भी अयोध्या की सड़कों और गलियों पर नजर रखेंगे.
-इसके अलावा, अयोध्या पुलिस फिजिकल इंटेलिजेंस की मदद ले रही है. माने बड़ी तादाद में ऐसे लोगों से संपर्क कर उनको अपने साथ जोड़ा गया है जो ई रिक्शा, टैक्सी वगैरह चलाते हैं या किसी होटल, धर्मशाला या गेस्ट हाउस के कर्मचारी हैं. इन लोगों को ये निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि या फिर संदिग्ध लोगों के दिखने पर तुरंत पुलिस को सूचना दें. अगर बिना आइडेंटिटी कार्ड या पहचान के कोई व्यक्ति, किसी होटल, धर्मशाला या लॉज या फिर मंदिर में रुकता है तो वहां के कर्मचारी सीधे पुलिस को सूचना दें.
-सूचना देने वाले ऐसे सभी लोगों के नाम गुप्त रखे जाएंगे.
-बुधवार को अयोध्या में समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया है कि जो भी बाहरी लोग अयोध्या में रह रहे हैं उनका वेरिफिकेशन कराया जाए.

बता दें कि सुरक्षा के ये भारी-भरकम इंतजाम इसलिए हैं कि 22 जनवरी को प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल आनंदीबेन, संघ प्रमुख मोहन भागवत समेत देश के दो हजार से ज्यादा गणमान्य लोगों का जमावड़ा हो रहा है. इनके अलावा, देश भर से लगभग पांच हजार साधु, संत और धर्माचार्य आदि भी प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम के दौरान मौजूद रहने वाले हैं. इसलिए एक सप्ताह पहले से ही सुरक्षा के सख्त इंतजाम किए जा रहे हैं. हर छोटे से छोटे सिक्योरिटी प्लान का रिहर्सल भी किया जाएगा.

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