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किसान नेता महेंद्र सिंह टिकैत को निधन के 13 साल बाद गिरफ्तार करने पहुंची पुलिस

किसान नेता चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत का निधन हुए 13 साल से अधिक हो चुके हैं. वहीं अब एक कोर्ट ने उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है. Mahendra Singh Tikait का गिरफ्तारी वारंट सोशल मीडिया पर वायरल है.

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दिवंगत किसान नेता महेंद्र सिंह टिकैत के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट. (फोटो-X/@OfficialBKU)

दिवंगत किसान नेता चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत को गिरफ्तार करने का आदेश दिया गया है. एक जिला कोर्ट ने महेंद्र सिंह टिकैत के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है, जबकि उनका निधन हुए 13 साल से अधिक हो चुके हैं. महेंद्र सिंह टिकैत का 15 मई, 2011 को निधन हो गया था. बताया जा रहा है कि चूंकि महेंद्र सिंह टिकैत का मृत्यु प्रमाण पत्र जमा नहीं किया गया है. इसलिए उनके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी हुआ है. वारंट में पुलिस को आदेश दिया गया है कि अभियुक्त (महेंद्र सिंह टिकैत) को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया जाए. 

आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक, ये वारंट कैराना जिला कोर्ट की ओर से जारी किया गया है. इसमें भौराकलां पुलिस को महेंद्र सिंह टिकैत को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश करने का आदेश दिया गया है. भौराकलां पुलिस इस वारंट को लेकर मुजफ्फरनगर जिले के सिसौली गांव में स्थित टिकैत परिवार के घर पहुंची. जहां महेंद्र टिकैत के पोते ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई है.

महेंद्र टिकैत के पोते चरण सिंह टिकैत ने इसे प्रशासन और न्यायपालिका की बड़ी चूक बताया है. उन्होंने कहा, 

“क्या न्यायपालिका को नोटिस भेजने से पहले देखना नहीं चाहिए था कि किसके खिलाफ नोटिस जारी कर रहे हैं. बाबा महेंद्र सिंह टिकैत ने गरीब किसानों के लिए आवाज उठाई. उनको सभी लोग जानते हैं. पूरा भारत उनको जानता है. 15 मई, 2011 को उनका निधन हुआ था. और करीबन उसके 13 साल बाद ये नोटिस आया. थाना भौराकलां को तो इतनी जानकारी होनी चाहिए थी कि आप नोटिस कहां भेज रहे. उन्हें नोटिस को थाने से ही वापस कर देना चाहिए था.”

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उन्होंने आगे कहा, 

“बाबा महेंद्र सिंह टिकैत स्वर्ग में हैं, तो पेश कहां से होंगे? वारंट घर पर आया इसमें प्रशासन और शासन की भी लापरवाही है. हमने न्यायपालिका को भी देख लिया कि उनकी भी कोई जिम्मेदारी नहीं है. क्या सबको पता नहीं की बाबा को गए हुए 13-14 साल हो गए. ऐसा नहीं होना चाहिए शासन और प्रशासन को अपने पास सारी जानकारी रखनी चाहिए.”

मामले पर भारतीय किसान यूनियन के आधिकारिक X हैंडल से पोस्ट किया गया, 

"13 वर्ष पूर्व दिवंगत चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत का गिरफ्तारी वारंट आना दर्शाता है कि यूपी की अदालतें और पुलिसिंग कर्तव्यों के प्रति कितनी सजग हैं. हमें संविधान में विश्वास है. कहीं ऐसा न हो कि एक दिन इन व्यवस्थाओं से आमजन का विश्वास उठ जाए."

महेंद्र सिंह टिकैत की गिरफ्तारी को लेकर कोर्ट से जारी हुए इस वारंट की कॉपी अब सोशल मीडिया पर वायरल है. रिपोर्ट के मुताबिक, महेंद्र टिकैत के खिलाफ जो वारंट जारी हुआ है वो मुकदमा साल 2007 में शामली के कांधला पुलिस थाने में दर्ज किया गया था. उन्होंने कांधला क्षेत्र में धरना प्रदर्शन किया था, जिसकी वजह से जाम की स्थिति हो गई थी. जाम लगाने के इस मामले में महेंद्र टिकैत समेत अन्य लोग भी नामजद किए गए थे. वहीं, महेंद्र सिंह टिकैत का मृत्यु प्रमाण पत्र अभी तक अदालत में पेश नहीं किया गया है. ऐसे में कोर्ट ने उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है.

चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत किसानों के बड़े नेता थे. मुजफ्फरनगर जिले के सिसौली गांव के रहने वाले थे. वो भारतीय किसान यूनियन के संस्थापकों में से एक हैं. उन्होंने किसानों के लिए कई आंदोलन और धरना प्रदर्शन किए. भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत और प्रवक्ता राकेश टिकैत उनके बेटे हैं. 

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