दक्षिण मैक्सिको में एक प्राचीन 'माया' शहर की खोज की गई है. यहां के राष्ट्रीय मानव विज्ञान और इतिहास संस्थान (नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एंथ्रोपोलॉजी एंड हिस्ट्री- INAH) ने 20 जून को इसकी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि हजार साल पुराना ये शहर अपने वक्त में दुनिया का एक महत्वपूर्ण केंद्र हुआ करता था. उनके मुताबिक ये अमेरिका की माया सभ्यता का हिस्सा हुआ करता था.
मैक्सिको में मिला 1000 साल पुराना शहर, कनॉट प्लेस जैसा डिजाइन है, पिरामिड भी हैं
हजार साल पुराना ये शहर अपने वक्त में दुनिया का एक महत्वपूर्ण केंद्र हुआ करता था.

खोज वाली जगह पर पिरामिड जैसी बड़ी इमारतें, पत्थरों के बड़े खंभे, बड़ी इमारतों वाले तीन प्लाजा और ऐसे कई स्ट्रक्चर्स मिले हैं. रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, INAH ने बताया है कि ये सभी कॉन्सेंट्रिक सर्कल्स में बने हुए हैं. मतलब इनका केंद्र एक ही है. अगर आप कभी दिल्ली के कनॉट प्लेस गए हों तो देखा होगा कि वहां एक इनर सर्कल और एक आउटर सर्कल है. इन दोनों को कॉन्सेंट्रिक सर्कल्स कहा जाएगा क्योंकि इनका केंद्र एक ही है.
INAH ने आगे बताया कि ये शहर युकाटन प्रायद्वीप के बालमुक इकोलॉजिकल रिजर्व में मिला है. इसका नाम ओकोमटुन है. युकाटेक माया भाषा में इसका मतलब 'पत्थर का खंभा' होता है. 250 से 1000 ईसवी के बीच ये प्रायद्वीप के सेंट्रल लोलैंड का महत्वपूर्ण केंद्र रहा होगा.
ओकोमटुन शहर की खोज एक बड़े जंगल की खोज के दौरान हुई है. ये जंगल लक्ज़मबर्ग शहर से भी बड़ा है. मतलब दिल्ली जैसे दो शहरों से भी बड़ा. जंगल की ये खोज मार्च से जून के बीच हुई. इसमें एरियल लेजर मैपिंग (LiDAR) तकनीक का इस्तेमाल किया गया था. इसमें इन्फ्रारेड लेजर से जगहों की सटीक दूरी नापी जाती है.
कैलेंडर्स के लिए जानी जाती थी माया सभ्यतामाया सभ्यता अपने एडवांस मैथेमेटिकल कैलेंडर्स के लिए जानी जाती है. ये दक्षिण-पूर्व मैक्सिको और मध्य-अमेरिका के कुछ हिस्सों में फैली हुई थी. 17वीं सदी में स्पेन से आने वाले लोगों ने इस जगह को जीता. लेकिन उससे कई साल पहले ही ये सभ्यता राजनैतिक तौर पर अपने आप को बढ़ाने के चलते खत्म हो रही थी.
इस नई खोज से जुड़े शोधकर्ताओं की टीम के प्रमुख और पुरातत्वविद इवान स्प्राजक ने बताया,
"ओकोमटुन साइट में एक मुख्य जगह मिली है. ये एक्सटेंसिव वेटलैंड्स से घिरी जमीन पर है. इसमें 15 मीटर ऊंचे कई पिरामिड मिले हैं. शहर में एक बॉल कोर्ट भी था. माया सभ्यता में प्री-हिस्पैनिक बॉल गेम्स काफी मशहूर थे. इसमें हाथों का इस्तेमाल किए बिना रबर की गेंद को कोर्ट के पार ले जाया जाता था. इसे एक छोटे पत्थर के घेरे से भी निकालना होता था. लोग इस गेंद को सूरज जैसा मानते थे."
इवान स्प्राजक बताते हैं कि यहां सेंट्रल अल्टर्स भी मिले हैं. ये एक मेज या मंच होता था. जिसका इस्तेमाल धार्मिक प्रसाद, बलि या धर्म के अन्य कामों के लिए किया जाता था. उनका मानना है कि इस जगह का पतन 800 से 1000 ईसवी के दौरान हुआ होगा. वे ये भी कहते हैं कि यहां रहने वाले लोगों की संस्कृति को समझने के लिए अभी और रिसर्च की जरूरत है.
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