बिहार (Bihar) के बाहुबली विधायक अनंत सिंह (Anant Singh) को अदालत ने दोषी करार दिया है. अनंत सिंह पर घर में हथियार रखने का आरोप लगा था. पुलिस की छापेमारी में अनंत सिंह के घर से AK 47 समेत कई हथियार और गोला बारूद मिले थे. MP-MLA कोर्ट में आज सुनवाई के दौरान अनंत सिंह को दोषी करार दिया गया. सजा का ऐलान 21 जून को होगा.
बिहार : बाहुबली अनंत सिंह के यहां मिली थी AK-47, गोली और हथगोला, कोर्ट ने दोषी करार दिया!
अरेस्ट होने से बचने के लिए भाग गए थे अनंत सिंह, दिल्ली की कोर्ट में किया था सरेंडर!

मामला अगस्त 2019 का है. तब IPS लिपि सिंह बाढ़ की SSP थीं. उन्हें टिप मिली थी कि अनंत सिंह के घर पर हथियार हैं. लिपि सिंह की टीम ने तड़के 4 बजे अनंत सिंह के घर छापा मार दिया. पूरे घर की तलाशी ली गई. भारी पुलिस फोर्ट की मौजूदगी में 11 घंटे तक सर्च ऑपरेशन चला. और जो बरामद हुआ उसने सबको चौंका दिया. आजतक के रोहित कुमार सिंह की खबर के मुताबिक, पुलिस को छापेमारी में अनंत सिंह के घर से एके-47, 26 राउंड कारतूस और एक मैगज़ीन, हैंड ग्रेनेड सहित कुछ और हथियार भी मिले थे.
SSP लिपी सिंह ने दावा किया था कि उन्हें बेहद पुख्ता जानकारी मिली थी कि अनंत सिंह के घर में हथियार हैं. उन्होंने ये कार्रवाई तब के बिहार के DGP गुप्तेश्वर पांडे को भरोसे में लेकर की थी.
कार्रवाई के बाद अनंत सिंह तो फरार हो गए. लेकिन पुलिस ने उनके घर के केयर टेकर को गिरफ्तार कर लिया था. अनंत सिंह की गिरफ़्तारी का अभियान शुरू हुआ. इस बीच अनंत सिंह बीच-बीच में अपने वीडियो जारी करते रहे. हालांकि कुछ दिन बाद अनंत सिंह ने दिल्ली की साकेत कोर्ट में सरेंडर कर दिया. उसके बाद ट्रांज़िट रिमांड पर बिहार पुलिस अनंत सिंह को ले गई. बाहुबली विधायक को लेने खुद SSP लिपि सिंह दिल्ली आईं. दिल्ली से उन्हें पटना ले जाया गया. उसके बाद बाढ़ कोर्ट में पेश किया गया. 24 अगस्त 2019 से अनंत सिंह जेल में हैं. और फिलहाल पटना की बेऊर जेल में बंद हैं.
कौन हैं अनंत सिंह?अनंत सिंह बिहार के मोकामा से विधायक है. अनंत सिंह को बिहार में छोटे सरकार के नाम से भी जाना जाता है. आरजेडी नेता लगातार पांचवी बार मोकामा से विधायक चुने गए. 2020 में आरजेडी के टिकट पर ही चुनाव लड़ा था. इससे पहले अनंत सिंह, नीतीश की पार्टी जेडीयू में थे. दो बार जेडीयू के टिकट पर विधायक चुने गए. एक बार निर्दलीय जीते.
अनंत सिंह आपराधिक छवि के नेता रहे हैं. बिहार में इन पर UAPA (Unlawful Activity Prevention Act) सहित कुल 38 मुकदमें दर्ज हैं. खबरों के मुताबिक पटना में ही अनंत सिंह पर 34 केस दर्ज है.