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AI से बनाई रोने की फर्जी आवाज, चाचा से की ठगी, खबर चिंता में डाल देगी!

AI की मदद से एक युवक के रोने की फर्जी आवाज बना कर उसके चाचा से 50 हजार रूपये ठग लिए गए. ये नकली आवाज बनती कैसे है?

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AI से नकली आवाज रिकॉर्ड कर के 50 हजार की ठगी की गई है. (सांकेतिक तस्वीर: इंडिया टुडे)

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए ठगी (AI Cyber Scam) का एक और मामला सामने आया है. मामले में दिल्ली के एक युवक के रोने की आवाज AI की मदद से बनाई गई. फिर युवक के चाचा को वो आवाज सुनाकर उसके अपहरण की बात की गई और 50 हजार रूपये ठग लिए गए.

इंडिया टुडे से जुड़े अरविंद ओझा की एक रिपोर्ट के मुताबिक, घटना 24 अक्टूबर की है. दिल्ली के यमुना विहार के रहने वाले लक्ष्मी चंद चावला के मोबाइल पर व्हाट्सएप कॉल आया. उनसे कहा गया कि कॉल करने वाले के पास उनका भतीजा है. अगर 50 हजार रूपये नहीं भेजे गए तो वो उनके भतीजे के साथ मारपीट करेगा. इसके बाद लक्ष्मी चंद चावला को एक आवाज सुनाई गई. वो आवाज उनके भतीजे के आवाज से मिलती-जुलती थी. आवाज रोने की थी.

ये आवाज सुनकर लक्ष्मी चंद चावला घबरा गए. उन्हें डर हो गया कि कहीं कॉल करने वाला उनके भतीजे को नुकसान न पहुंचा दे. उन्हें लगा कि उनके भतीजे का अपहरण हो गया है. कॉल करने वाले ने उन्हें एक पेटीएम नंबर दिया. उन्होंने डर और घबराहट में दिए गए नंबर पर 50 हजार रूपये भेज दिए. 

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पैसे भेजने के बाद उन्होंने अपने भाई को फोन किया और अपने भतीजे के बारे में पूछा. पता चला कि उनका भतीजा अपने घर पर है और बिल्कुल सुरक्षित है. भतीजे का नाम कपिल है, जिसकी उम्र 25 साल है. भतीजे को सुरक्षित पाकर लक्ष्मी चंद समझ गए कि उनके साथ ठगी हुई है. 

इसके बाद, उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई. नॉर्थ ईस्ट दिल्ली की साइबर थाना पुलिस ने इस मामले में FIR दर्ज कर ली है और मामले में जांच की जा रही है. पुलिस इस मामले में मनी ट्रेल को ट्रैक करने की कोशिश कर रही है. मनी ट्रेल में इस बात की जांच की जाती है कि पैसे को कब और किस अकाउंट में ट्रांसफर किया गया. अभी तक पुलिस को इस मामले में कोई सुराग नहीं मिला है.

DeepFake जैसा मामला है

AI के जरिए किसी का भी असली जैसा दिखने वाला फर्जी वीडियो या फोटो बनाया जा सकता है. ऐसा ही होता है आवाजों के साथ. आपके आवाज के कुछ नमूने अगर AI को दिए जाएं तो वो उसी आवाज में नई बातें रिकॉर्ड कर देगा. यानी किसी की भी असली जैसी आवाज में फर्जी बातें AI से रिकॉर्ड कराई जा सकती हैं. आवाज के नमूने WhatsApp या अन्य मैसेंजर ऐप पर भेजे गए वॉयस मैसेज या कॉल रिकॉर्डिंग के जरिए इकट्ठा किए जा सकते हैं.

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