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आपको साइबर फ्रॉड की खबर बनने से बचा सकते हैं ये 6 सवाल, खुद से पूछ कर देख लीजिए

इन सवालों पर गौर नहीं करने के चलते साइबर ठगी के केसों में 200 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है.

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साइबर ठगी के केस 200 फीसदी से ज्यादा बढ़े हैं
28 अगस्त 2023 (Updated: 28 अगस्त 2023, 20:12 IST)
Updated: 28 अगस्त 2023 20:12 IST
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25 हजार केस और 200 करोड़ का फ्रॉड. ये आंकड़े हैं इस साल हुए साइबर फ्रॉड के. पिछले साल के मुकाबले 200 फीसदी ज्यादा. नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साल यानी 2022 में 1 अगस्त तक करीब 8000 केस दर्ज हुए थे और लूट की रकम थी 42 करोड़ रुपये. माने कि सीधे-सीधे 200 फीसदी की बढ़ोतरी. अगर बात रिकवरी की करें तो इंडियन एक्सप्रेस में छपी Jignasa Sinha की रिपोर्ट के मुताबिक साल 2022 में 2 करोड़ रुपये और साल 2023 में अब तक महज 10 करोड़ रुपये ही वापस आ सके हैं. 

इतना पढ़ते ही आपके मन में सवाल होगा, क्या ठगों के हाथ कोई तिलस्मी चाबी लग गई है या फिर सरकार और कानून अपना काम ढंग से नहीं कर रहा? लेकिन इसके पहले भी कुछ सवाल हैं जो आपको और हमें अपने आप से पूछने हैं. शायद सवाल खत्म होते-होते हमें जवाब मिल जाएं.

पहला सवाल: कोई मुझे पैसे क्यों देना चाहता है?

आपके मोबाइल पर एक मैसेज आता है. पूरे चांस हैं कि वॉट्सऐप पर एक अनजान नंबर से. मैसेज में आपसे कुछ यूट्यूब वीडियो को लाइक करने के लिए कहा जाएगा. सिर्फ लाइक करने के लिए और कुछ नहीं. इसके बदले आपको 500-1000 रुपये देने की बात होगी. सवाल यहां आपको अपने से पूछना है. आखिर आप ही क्यों. सवाल में भी एक सवाल है. ये कोई काम हुआ भला? मतलब सिर्फ लाइक बटन दबाने के लिए किसी की जरूरत क्यों है? दुनिया-जहान में लाखों एजेंसियां हैं जो ऐसा कर सकती हैं. फिर करोड़ों की भीड़ में आप ही क्यों?

दूसरा सवाल: घर बैठे लाखों की नौकरी आपको क्यों?

आपके पास वर्क फ्रॉम का ऑफर आता है. नौकरी ऐसी जिसे आप अपनी पहले से चलती हुई नौकरी के साथ कर सकते हैं या फुल टाइम. काम बहुत बेसिक सा जैसे किसी वेबसाइट पर विजिट करना या दिन भर में कुछ शब्द लिखकर देना. काम करने का सारा तामझाम, जैसे इंटरनेट, लैपटॉप भी कंपनी मुहैया करवाएगी और सैलरी भी मोटी मिलेगी. खुद से सवाल पूछकर देखिए. आपने लास्ट टाइम अपना CV कब अपडेट किया था. कब आपने नई नौकरी के लिए आवेदन दिया था. सवाल के अंदर फिर सवाल. घर बैठे आप पर ये मेहरबानी क्यों?

तीसरा सवाल: फिल्म रिव्यू करने वाले हॉलिडे पर हैं क्या?

एक अनजान ईमेल से आपको फिल्म रिव्यू करने के लिए कहा जाता है. हर फिल्म को रिव्यू करने के बदले आपको मोटी रकम ऑफर की जाती है. सवाल पूछिए खुद से. आपने लास्ट फिल्म कब देखी थी. फिल्म रिव्यू करने वाले सब लंबी छुट्टी पर चले गए क्या? आपने कब किसी फिल्म के बारे में कोई ओपिनियन दिया था.

चौथा सवाल: 20 हजार का समान 200 रुपये में क्यों मिल रहा?

सोशल मीडिया पर एक लुभावना सा विज्ञापन दिखता है. इंपोर्टेड या सेल के नाम पर हजारों रुपये वाला टीवी सिर्फ चंद रुपयों में देने की बात होती है. कोई कार्ड या ऑनलाइन पेमेंट की भी जरूरत नहीं, क्योंकि कैश ऑन डिलीवरी का ऑप्शन है. सब लुभावना है, लेकिन एक सवाल है. प्रोडक्ट पर डिस्काउंट मिलना कोई नई बात नहीं, मगर कितना? 10 फीसदी, 20 फीसदी या बहुत हुआ तो 50 फीसदी. लेकिन क्या किसी प्रोडक्ट पर 99 फीसदी छूट संभव है.

पांचवां सवाल: कोई ऑर्डर नहीं, कोई पार्सल नहीं, तो OTP किस बात का?

आपके दरवाजे पर दस्तक होती है. सामने डिलीवरी वाला खड़ा है. आप बोलते भैया मैंने कोई ऑर्डर नहीं किया, लेकिन फिर आप सोचते हैं कि रक्षाबंधन त्योहार नजदीक है. आप पेमेंट कर देते हैं. बाद में बॉक्स में कुछ नहीं मिलता. जो आप अड़ गए और आपने साफ इनकार कर दिया तो डिलीवरी वाला मायूस होकर कैंसिल करने की बात करता है और सिर्फ एक OTP मांगता है. सवाल कीजिए खुद से. आपकी बहन आपको राखी भेजती हैं तो कैश ऑन डिलीवरी क्यों करेंगी और दूसरा, जब आपने कोई ऑर्डर किया ही नहीं तो फिर किस बात का कैंसिलेशन.

सवाल पर सवाल

आपके पास एक फोन आता है. दूसरी तरफ से बिल्कुल पुलिसिया अंदाज में या क्राइम ब्रांच के नाम पर कई सवाल पूछे जाते हैं. सवालों का कोई तुक नहीं है. जैसे क्या आपका पर्स चोरी हुआ था, क्या आप विदेश गए थे, या फिर आपके कोई रिश्तेदार वहां रहते हैं. जवाब मत दीजिए, बल्कि सवाल करने वाले से सवाल कीजिए. भाई तुम कौन?

ऊपर हमने कुल छह कंडीशन बताईं. ये कोई कल्पना नहीं हैं क्योंकि इन तरीकों से पिछले सालों में खूब ठगी हुई है. एक-एक व्यक्ति से लाखों करोड़ों लूटे गए हैं. फिर भले बात लालच की हो या फिर डर का धंधा करके. लेकिन अगर लिंक पर क्लिक करने से पहले या OTP देने से पहले खुद से सवाल कर लिया होता कि आखिर आप ही क्यों. 140 करोड़ लोगों के देश में सिर्फ आप मिले जो यूट्यूब वीडियो लाइक कर सकता है. पूरी दुनिया अनपढ़ है जो आपको घर बैठे लाखों ऑफर हो रहे. पुलिस के नाम पर किसी ने भी कॉल कर लिया और आप भरभरा गए.

बातें बहुत कड़वी हैं, मगर हकीकत यही है. अपने आप से सवाल कीजिए और अपने अंगूठे पर काबू रखिए. अंगूठे पर काबू मतलब जब तक आप खुद से किसी लिंक को प्रेस नहीं करेंगे तो शायद कुछ होगा ही नहीं. एक बात जानिए. अगर बिना कुछ किए घर बैठे मुफ़्त में कुछ भी मिल रहा है तो वो आने वाले फ्रॉड का संकेत है. अगर सावधानी रख ली तो बचने के पूरे चांस हैं.

रही बात सरकार और कानून की तो वहां बहुत कुछ सुधरा है और बहुत कुछ सुधार की गुंजाइश भी है. मगर पहले हमें सावधान रहना हैं.  

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