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भारत ने जहाज भरकर गोबर क़ुवैत भेज दिया, वजह जानकर आप खजूर खा लेंगे!

क्या होगा इतने सारे गोबर का उपयोग? जानिए सबकुछ!

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कुवैत को कंटेनर भर-भरके गोबर भेज दिया गया है (फोटो सोर्स- आज तक और unsplash से साभार)

पैगंबर मोहम्मद पर बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा की विवादित टिप्पणी (Prophet Mohammad Row) के बाद खाड़ी देशों से रिश्ते तल्ख़ होने की बात कही जा रही थी. कहा गया कि राजनीतिक और व्यापारिक सम्बन्धों पर असर पड़ेगा. लेकिन गल्फ़ कंट्री कुवैत ने गेहूं के बाद अब भारत से भारी मात्रा में गाय का गोबर मंगवाया है. और भारत ने कंटेनर भरकर गोबर भेजा है.

बता दें कि कुवैत में गोबर का इस्तेमाल खजूर की खेती में होता है. साथ ही वैज्ञानिकों का दावा भी है कि इससे खजूर की उपज बढ़ गई है. इसके बाद कुवैत ने भारत से गाय का गोबर मंगाने का फैसला किया. ये भारत को गोबर के निर्यात का अब तक का सबसे बड़ा विदेशी ऑर्डर है. जिसकी खेप राजस्थान और उत्तर प्रदेश से भेजी जा रही है. यानी इन दो राज्यों ने कंटेनर को गोबर से भर दिया.

अन्य राज्य भी भेजेंगे गोबर

कल मंगलवार 14 जून को पूर्व कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री और सांसद राधा मोहन सिंह कानपुर के चंद्रशेखर आजाद एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी में मौजूद थे. वे यूनिवर्सिटी के कृषि विज्ञान केंद्र में एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे थे. राधा मोहन सिंह ने दावा किया कि कुवैत के कृषि वैज्ञानिकों ने खजूर की खेती में गाय के गोबर को काफी फायदेमंद पाया. और इसके बाद कुवैत ने भारत से गाय का गोबर का ऑर्डर किया है. इसके पहले कुवैत ग्लोबल फूड क्राइसिस के दौरान भारत से गेहूं की भी मांग कर चुका है.

राधा मोहन सिंह बोले कि भारत गोबर का सबसे बड़ा उत्पादक देश है. कुवैत से ऑर्डर मिलने के बाद गाय के गोबर के निर्यात की संभावनाएं बढ़ गई हैं. अब सरकार भी गोबर के निर्यात पर फोकस करने की रणनीति बना रही है. फिलहाल जो ऑर्डर मिला है उसके लिए राजस्थान और उत्तर प्रदेश से गोबर भेजा जा रहा है. आने वाले वक़्त में अन्य राज्य भी शामिल हो सकते हैं.

भारत की गोबर क्षमता कितनी है?

कुवैत में कृषि वैज्ञानिकों ने एक रिसर्च की. उसमें पाया गया कि गाय के गोबर को पाउडर की तरह इस्तेमाल करने से खजूर की फसल का उत्पादन बढ़ गया. खजूर का आकार और कुल मात्रा दोनों पहले से काफ़ी बेहतर थे. इसके बाद कुवैत की कंपनी लैमोर ने भारत को गाय के गोबर का एक बड़ा ऑर्डर दे दिया.

इस एक्सपोर्ट ऑर्डर की पहली खेप में कुवैत को 192 मीट्रिक टन गोबर भेजा गया है. इसकी पैकिंग टोंक रोड, जयपुर के श्री पिंजरापोल गोशाला के सनराइज ऑर्गेनिक पार्क में हुई है. और इसे कस्टम डिपार्टमेंट की निगरानी में पैक किया गया है. पैकिंग के बाद गोबर के कंटेनर्स को आज 15 जून, 2022 को कुवैत के लिए रवाना कर दिया गया है. कंटेनर्स पहले राजस्थान के कनकपुरा रेलवे स्टेशन से मुंबई पहुंचेंगे. फिर इन्हें मुंबई से जहाज के जरिए कुवैत ले जाया जाएगा.

बता दें कि एक अनुमान के मुताबिक़ भारत में करीब 30 करोड़ मवेशी हैं. इनसे हर रोज करीब 30 लाख टन गोबर का उत्पादन होता है. भारत में गोबर का इस्तेमाल ज्यादातर उपला बनाकर बतौर ईंधन ही किया जाता है. हालांकि पिछले कुछ सालों में देश में गोबर का इस्तेमाल आर्गेनिक खाद में भी शुरू हुआ है. वहीं ब्रिटेन और चीन जैसे कई देशों में गोबर से बिजली व गोबर गैस का बड़े पैमाने पर उत्पादन किया जाता है. 

पिछला वीडियो देखें: क्यों कुवैत ने भारतीयों को भारत भेजने का आदेश जारी किया है?