भारत में मॉनसून की तबाही जारी है. बीते रोज़, 31 जुलाई की शाम से सात राज्यों में बारिश से जुड़ी घटनाओं में कुल 32 लोगों की मौत हो गई हैं. इसके साथ ही बारिश से संबंधित घटनाओं में देशभर में मरने वालों की संख्या बढ़कर 283 हो गई है. वायनाड में आए भूस्खलन से इस आंकड़े में तेज बढ़ोतरी हुई है.
एक शाम की बारिश ने डूबा दी कई जिंदगियां, इन राज्यों में मची तबाही
31 जुलाई को दिल्ली और आस-पास के इलाक़ों में जो बारिश हुई, उतनी बारिश बीते 14 सालों में जुलाई महीने में कभी एक दिन में नहीं हुई. इसकी वजह से दिल्ली में 5, NCR में उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में 2, गुरुग्राम में 3 मौतें दर्ज की गई हैं.

दिल्ली का हाल तो आप देख ही रहे हैं. कुछ घंटों की बारिश और राजधानी डूब गई. जो तस्वीरें और वीडियो आ रहे हैं, उनमें देखा जा सकता है कि दिल्ली-NCR में कई अंडरपास में पानी भर गया. नोएडा, गुरुग्राम, फरीदाबाद और ग़ाज़ियाबाद की सड़कें लबालब हो गईं. इससे खचाखच ट्रैफ़िक हो गया.
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कितनी बारिश हुई थी? मौसम विभाग के मुताबिक़, 108 मिलीमीटर. बीते 14 सालों में जुलाई महीने में कभी एक दिन में इतनी बारिश नहीं हुई. इसकी वजह से दिल्ली में 5, NCR में उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में 2, गुरुग्राम में 3 मौतें दर्ज की गई हैं.
बाक़ी राज्यों का क्या हाल है?- उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में बादल फटने से कम से कम 14 लोगों की जान चली गई. उत्तराखंड में 10, हिमाचल में 4. कई लापता हैं. बचाव कार्य जारी हैं. इन दोनों पहाड़ी राज्यों के लिए मौसम विभाग ने अगले पांच दिनों में और बारिश का अनुमान जताया है.
- बिहार के दो ज़िलों में बीती शाम बिजली गिरने से पांच लोगों की मौत हो गई. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शोक व्यक्त किया और पीड़ित परिवारों को 4 लाख रुपये का मुआवज़ा देने की घोषणा की है.
- जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ के दचन इलाक़े में भारी बारिश की वजह से अचानक बाढ़ आ गई है. क्षेत्र के ऊपरी इलाक़ों में बादल फटने की भी ख़बर है. इससे भारी मात्रा में पानी बह गया, जिससे नालों के पास बने पुल और इमारतें बुरी तरह से डैमेज हो गईं.
- इसके बाद, राजस्थान. जयपुर से सुबह ख़बर आई कि एक महिला, उसकी भतीजी और एक और आदमी घर के बेसमेंट में घुसे बारिश के पानी में डूब गए. तीनों की मौत हो गई. घंटों चले बचाव अभियान के बाद पीड़ितों के शव बरामद किए गए.
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मौसम विभाग (IMD) का कहना है कि जुलाई में सामान्य से नौ प्रतिशत ज़्यादा बारिश दर्ज की गई है. जबकि देश के बीच के हिस्से में 33% अधिक बारिश हुई.
IMD के ताज़ा बुलेटिन के मुताबिक़, जिन सात राज्यों में अब तक बारिश से संबंधित मौतें हुई हैं, उन्हें तत्काल राहत नहीं मिलेगी. 7 अगस्त तक दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान और बिहार समेत अन्य राज्यों में यही हाल रहने वाला है. विभाग का अनुमान है कि अगस्त और सितंबर में भी सामान्य से ज़्यादा बारिश दर्ज की जाएगी.
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