जूनागढ़ के आखिरी नवाब- नाम मोहम्मद महावत खानजी तृतीय (Muhammad Mahabat Khan III). नवाब को कुत्तों का बड़ा शौक था. नवाब ने लगभग हर ब्रीड के 2000 से ज्यादा कुत्ते पाल रखे थे. साल 1922 में, नवाब के पालतू कुत्तों में उनकी एक सबसे प्रिय कुतिया थी. उसका नाम था- रोशना. उम्र के साथ रोशना बड़ी हुई, तो नवाब ने उसकी शादी कराने की सोची. चूंकि रोशना राजघराने में पली-बढ़ी थी तो कुत्ता भी ऐसा होना चाहिए था जो राजघराने से ताल्लुक रखता हो. आगे की कहानी जानने के लिए वीडियो देखें.
तारीख: जूनागढ़ के नवाब की कहानी, शेरों से दोस्ती और कुत्तों की शादी
भारत में नवाबों के 'नवाबी किस्से' तो आपने खूब सुने होंगें. लेकिन इस एपिसोड में आपको सुनाएंगे, कहानी Junagadh के महाराजा की. जिनके पशु प्रेम के चलते न सिर्फ कुत्तों की 'चांदी' कटी. बल्कि उन्हीं की वजह से आज भारत में शेर बचे हुए हैं.
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