आंखों में आसूं, बधाई के फोन कॉल्स, चेहरे पर मुस्कान, और मिठाई के डब्बे. UPSC का रिजल्ट की खुशियां मन रही हैं. सालों के मेहनत ने सफल हो गई है. UPSC एक अग्नि परीक्षा के कम नहीं. गांवों और छोटे शहरों में रखने वाले कई माता पिता अपने बच्चों को IAS, IPS बनने के लिए मोटीवेट भी करते हैं. हालांकि इस एग्जाम में के जरिये और भी कई सर्विसेज में अपॉइंटमेंट होता है. तो जानते हैं इसके एग्जाम पैटर्न को जानेंगे और साथ ही जानेगे UPSC के सिलेक्शन के कई और पहलू, जिनकी बात रिजल्ट की खुशखबरियों में कहीं छुप जाती है.
यूपीएससी क्लियर करने के बाद कौन सी सर्विसेज़ मिलती है?
UPSC या जिसे हम सिविल सर्विसेज एग्जाम कहते हैं. इसे आप एक क्रिकेट सीरीज की तरह देख सकते हैं. जिसमें 2 ट्वेंटी ट्वेंटी मैच हैं. फिर 5 दिन का एक टेस्ट मैच और आखिर में एक वन डे मैच.

UPSC या जिसे हम सिविल सर्विसेज एग्जाम कहते हैं. इसे आप एक क्रिकेट सीरीज की तरह देख सकते हैं. जिसमें 2 ट्वेंटी ट्वेंटी मैच हैं. फिर 5 दिन का एक टेस्ट मैच और आखिर में एक वन डे मैच. अमूमन हर साल फरवरी में फॉर्म निकलते हैं. शुरुआत होती है एक दिन में होने वाले 2 ट्वेंटी ट्वेंटी मैच से. प्रीलिम्स एग्जाम. ये अक्सर मई या जून में होता है. ख़ास बात ये है कि दोनों मैचेस की पिच में भी फर्क होता है. कैसे? प्रीलिम्स के दो एग्जाम होते हैं. दोनों एग्जाम दो दो घण्टे के.
-पहला जनरल स्टडीज
-दूसरा CSAT
अब भैया जनरल स्टडीज की पिच है एकदम पढाई लिखे वाली. हिस्ट्री, जियोग्राफी, संविधान, अर्थव्यस्था, पर्यावरण, साइंस और टेक्नोलॉजी, आर्ट, आर्किटेक्चर, करंट अफेयर्स.इसके सिलेबस को एक लाइन में बोले तो “एवरीथिंग अंडर द सन ”. माने दुनिया में होने वाला सब कुछ लगभग इसका हिस्सा है. जबकि CSAT में अंग्रेजी, मैथ्स और लॉजिकल रीजनिंग की होती है. जनरल स्टडीज और CSAT दोनों एग्जाम एक ही दिन में दिए जाते हैं. CSAT एक क्वालीफाइंग एग्जाम है. माने अगर CSAT में 33 % से कम नंबर आए, तो आप पहली स्टेज में ही बाहर. जनरल स्टडीज़ की कट ऑफ पहले से तय नहीं होती. प्रीलिम्स के रिजल्ट के बाद ही उसकी कट ऑफ तय होती है. जो बताई नहीं जाती.
अब प्रीलिम्स के इम्तिहान के बाद आती है रिजल्ट की बारी. रिजल्ट अक्सर एक महीने के बिथर आ जाता है. प्रीलिम्स में पास हुए तो अब आप अगले राउंड में जाएंगे.जिसे कहते हैं मेंस एग्जाम . ये होता है 5 दिन का टेस्ट मैच. एक बात यहां ये भी नोट कीजिए कि प्रीलिम्स में आपके कितने नंबर आए. उनका फाइनल रिजल्ट से लेना देना नहीं होता.प्रीलिम्स में कितने नंबर आए, वो फाइनल के रिज्लट में नहीं जुड़ते.अब चलिए समझते हैं मेंस को.
यहां होती है असली परीक्षा.क्यों? क्योंकि इस परीक्षा के नंबर फाइनल रिजल्ट में जोड़े जायेगे.ये परीक्षा उसी साल सितम्बर में होती है. मेंस में 5 दिन में 9 पेपर होते हैं. हर पेपर के लिए 3 घंटे का समय मिलता है जिसमे दो क्वालीफाइंग पेपर होते हैं. एक पेपर इंग्लिश का होता है और दूसरा होता है किसी इंडियन लैंग्वेज का. इसका चयन स्टूडेंट खुद से करता है. इन दोनों पेपर्स के नंबर फाइनल मार्क्स में नहीं जुड़ते.हालांकि इसमें पास होने के लिए कम से कम 33% मार्क्स लाने होते हैं. अब बचे 7 पेपर. इन्हें स्कोरिंग पेपर कहा जाता है. क्योंकि इन्हीं से तय होता है कि आखिरी लिस्ट में आपके कितने नंबर होंगे.
अब चलिए बात करते हैं 7 स्कोरिंग सब्जेक्ट्स की. सात में से पांच तय या कम्पलसरी होते हैं.
एस्से - इसमें 2 अलग-अलग टॉपिक्स पर निबंध लिखना होता है.
जनरल स्टडीज पेपर 1 - इसमें आती है- मॉडर्न हिस्ट्री, जियोग्राफी, आर्ट, आर्किटेक्चर, वर्ल्ड हिस्ट्री, इंडियन सोसाइटी
जनरल स्टडीज पेपर 2 - इसमें आते है, संविधान, इंटरनेशनल रिलेशन्स, सोशल जस्टिस
जनरल स्टडीज पेपर 3 - टेक्नोलॉजी, इकनोमिक डेवलपमेंट, एग्रीकल्चर, बायो डाइवर्सिटी, इंटरनल सिक्योरिटी , डिजास्टर मैनेजमेंट
जनरल स्टडीज पेपर 4 - एथिक्स , एप्टीटुड
अब बचे दो पेपर.इन्हें ऑप्शनल पेपर कहा जाए है. इनके लिए 48 सब्जेक्ट्स की लिस्ट में कोई भी एक सब्जेक्ट चूज़ किया जा सकता है. एक बात नोट कीजिए कि सभी पेपर 250 मार्क्स के होते हैं. इस 5 दिन के टेस्ट मैच के बाद कुछ भाग्यशालियों को मौका मिलता है इंटरव्यू देने का. मेंस देने के एक से डेढ़ महीने के अंदर मेंस का रिजल्ट आ जाता है. जिसके बाद पास हुए स्टूडेंट्स इंटरव्यू की तयारी करते हैं.
इंटरव्यू अकसर नेक्स्ट ईयर के जनवरी से मार्च तक चलते हैं. इंटरव्यू खत्म होने के एक से 2 महीने में रिजल्ट आ जाते हैं. लेकिन एक बात ये भी है कि upsc अगले प्रीलिम्स से पहले ही पिछले साल के फाइनल रिजल्ट निकाल देती है. इस रिजल्ट में सिर्फ ये तय नहीं होता कि आप UPSC क्वालीफाई किए हैं. लिस्ट में आपकी रैंक से ये भी तय होता है कि किस डिपार्टमेंट के अधिकारी बनेंगे.
UPSC,CSE के जरिए कौन से पद मिलते है?अक्सर Upsc सिविल सर्विसेज एग्जाम को लोग सिर्फ IAS का एग्जाम समझ लेते हैं लेकिन इसके जरिए 21 अलग अलग सर्विसेज के अधिकारियों का अपॉइंटमेंट किया जाता है. इसमें दो ग्रेड की सर्विसेज होती हैं.
ग्रुप A- ये ब्यूरोक्रेसी के सबसे पावरफुल अधिकारी होते हैं.
ग्रुप B- ये ग्रुप A से जूनियर अधिकारी होते है.
ग्रुप A में भी दो तरह की सर्विसेज आती हैं
-ऑल इंडिया सर्विसेज
-सेंट्रल सर्विसेज
ऑल इंडिया सर्विसेज में आती हैं तीन सर्विसेज.
-IAS यानी इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस, जैसे जिलाधिकारी,
-IPS यानी इंडियन पुलिस सर्विस, जैसे आपने शहर के SP
-IFoS यानी इंडियन फॉरेस्ट सर्विस
इन्हें ऑल इंडिया सर्विस इस लिए कहा जाता है क्योंकि इन अधिकारियों को UPSC चयन करने के बाद केन्द्र सरकार को सौंप देता है. फिर केंद्र सरकार इन्हें जरूरत के हिसाब से या तो अपने किसी विभाग में रखती है या फिर राज्य सरकारों को दे देती है.
केंद्र सरकार के विभाग की सर्विसेज को सेन्ट्रल सर्विसेज़ कहलाते हैं. कई अधिकारी दिल्ली में पोस्टेड रहते हैं. कुछ सेन्ट्रल सरविजेस में काम करने वाला अधिकारी किसी भी शहर में भेजा जा सका है लेकिन तब भी विभाग केन्द्र सरकार का ही होगा. एक उदाहरण से समझिये.जैसे इंडियन रेवेन्यू सर्विस( कस्टम एंड indirect टैक्सेज) ये इस सर्विस के जरिये इनडायरेक्ट टैक्स के विभागों में नियुक्त किया जाता है जैसे कस्टम , एक्साइज, GST. ऐसा हो सकता है कि ये अधिकारी मुंबई में पोस्टेड हो लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि ये राज्य सरकार के विभाग में काम कर रहा है. डिपार्टमेंट केंद्र सरकार का ही होगा.
इसमें 16 सर्विसेज होती हैं. इनमे से कुछ प्रमुख सर्विसेज हैं. जैसे
इंडियन रेवेन्यू सर्विस( इनकम टैक्स) इनकम टैक्स के कई अधिकारियों को इसी के जरिये चुना जाता है
इंडियन फॉरेन सर्विस- फॉरेन सर्विस के बड़े अधिकारी इसी एग्जाम के जरिये चुने जाते हैं. हमारे देश के फॉरेन मिनिस्टर S जयशंकर भी इंडियन फॉरेन सर्विस अधिकारी थे.
अब बात ग्रुप बी सर्विसेज की. इसमें 5 सर्विसेज हैं.
DANICS - दिल्ली अंडमान निकोबार आइलैंड सिविल सर्विस. इसके जरिये कई यूनियन टेरिटरीज में एडमिनिस्ट्रेटिवअधिकारियों को अप्पोइंट किया जाता है. जैसे लक्षद्वीप, दमन एंड दिउ, दादर और नगर हवेली.
DANIPS दिल्ली अंडमान निकोबार आइलैंड पुलिस सर्विस.DANICS की तरह ही इसके जरिये कई यूनियन टेरिटरीज में अप्पोइंटमेन्ट किया जाता है. इस पोस्ट में एडमिस्ट्रशन नहीं बल्कि पुलिस अधिकारियों को अप्पोइंट किया जाता है. जैसे लक्षद्वीप, दमन एंड दिउ, दादरा और नगर हवेली.
PCS - पुडुचेरी सिविल सर्विस
PPS पुडुचेरी पुलिस सर्विस
आर्म्ड फोर्सेज हेडक्वाटर सिविल सर्विसेज
क्या कभी आपके मन में ये सवाल आया है कि कौन सी पढाई करने वाले लोग upsc में सबसे ज्यादा सिलेक्शन पाते है. 2023 दिसंबर में यही सवाल सरकार से भी पूछा गया. सरकार ने राज्य सभा में जवाब दिया कि 2017 से 2021 तक upsc मेंस क्लियर करने वाले कुल स्टूडेंट्स में 63 % इंजीनियरिंग बैकग्रॉउंड के थे. केंद्रीय मंत्री ने बताया कि 2017- 2021 तक 4371 स्टूडेंट्स ने मेंस क्लियर किया.इनमे से 2783 स्टूडेंट्स इंजीनियरिंग बैकग्राउंड के हैं और 1033 स्टूडेंट्स humanities के थे. बाकि मेडिकल साइंस और साइंस स्ट्रीम के थे.लेकिन हम आपको एक चीज़ दें. इस बात से humanities या किसी और स्ट्रीम के स्टूडेंट्स को तनाव लेने की ज़रूरत नहीं है.