पीएम नरेंद्र मोदी से लोगों का सिर्फ मितरों वाला रिलेशन ही नहीं है. और भी रिश्ते हैं जमाने में, एक मितरों के सिवा. आज रक्षा बंधन है. बहन-भाई का प्यारा वाला त्योहार. जो मनाते हैं उनसे पूछिए. अपने प्यारे पीएम नरेंद्र मोदी भी रक्षा बंधन मनाते हैं. अब शायद आप उनसे पूछ तो पाएंगे नहीं, प्रोटोकॉल वाला लफड़ा है. इसलिए हम आपका काम कुछ आसान करे देते हैं. नरेंद्र मोदी के नाम के आगे जब खबर लिखने वाले पीएम की बजाय सीएम लिखते थे, तब से मोदी रक्षा बंधन मनाते आ रहे हैं. हम यहां मोदी की जिस बहन की बात कर रहे हैं, वो उन्हें साल 2004 में मिली थी. गुजरात की रिपल प्रजापति. रिपल 2004 में चौथी क्लास में थी. तब से मोदी के हाथ में राखी बांध रही है.

लेकिन जब से रिपल के भैया मोदी पीएम बने हैं, तनिक बदल गए हैं. या ये कहिए वक्त की कमी है. इसलिए 2014 के बाद से रिपल भैया मोदी को राखी नहीं बांध पा रही है. लेकिन वो हर साल राखी भेज देती है. साथ में भेजती है एक चिट्ठी. मोदी भैया भी इत्ते क्यूट कि बहन की लिखी चिट्ठी का जवाब देना कभी नहीं भूलते. बीते दो साल से बाय पोस्ट ये भाई-बहनियापा दोनों के बीच
'सुखदली' चल रहा है. रिपल अब 22 साल की हैं. बीते साल जब उनने भैया मोदी को चिट्ठी लिखी थी, तब उनका जवाब आया था. इस बार भी लिखी है. रिपल के पापा भूपेंद्रभाई ने कहा,
'हमारी बिटिया जब चौथी क्लास में थी, तब एक बार उसने सीएम मोदी को टीवी पर देखा था. उसने कहा कि मुझे इन्हें राखी बांधनी है. उसकी ये बात सुनकर मैंने सीएम ऑफिस में चिट्ठी लिख भेजी. मोदी के दफ्तर से हमें सीएम हाउस बुलाया गया. उस दिन से लेकर मोदी के पीएम बनने तक रिपल मोदी को राखी बांध रही है. पीएम बनने के बाद जब मोदी दिल्ली चले गए, उसके बाद से बाय पोस्ट रिपल राखी भेज देती है. वहां से जवाब भी आ जाता है. '

रिपल ने बताया, 'जब मैं मोदी भैया को पहली बार राखी बांधने गई थी, तब साथ में भगवत गीता लेकर गई थी. मोदी भैया हर बार प्यार से आशीर्वाद देते हैं. भैया कहते हैं कि जिंदगी के किसी मुकाम पर अपने भाई की जरूरत हो तो याद करना मैं आ जाऊंगा. मेरी दुआ है कि मेरे मोदी भैया को भगवान लंबी उम्र दे. जैसे उन्होंने गुजरात का विकास किया है, वैसा वो देश का विकास करें. '
