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पिछले 5 साल संसद में कांग्रेस की इज्ज़त बचाने वाले मल्लिकार्जुन खड़गे हारे

बीजेपी के कैंडिडेट ने इन्हें पटखनी दे दी.

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मल्लिकार्जुन खड़गे गुलबर्गा सीट से चुनाव मैदान में है. उनके खिलाफ चुनाव लड़ रहे उमेश जाधव पेशे से सर्जन हैं.
सीट का नाम- गुलबर्गा
प्रमुख कैंडिडेट्स: 
मल्लिकार्जुन खड़गे (कांग्रेस),
उमेश जी. जाधव (बीजेपी)
रुझान- मल्लिकार्जुन खड़गे 95,452 वो से यह मुकाबला हार गए हैं. 
2014 के नतीजे: मल्लिकार्जुन खड़गे ने पाए थे 5,07,193 वोट. और हराया था BJP के रेणु नायक को. जिन्हें 4,32,460 वोट मिले थे.
मल्लिकार्जुन खड़गे 2014 से 2019 के बीच लोकसभा में विपक्ष का चेहरा थे. इस बार वो गुलबर्गा से चुनाव हार गए हैं.
मल्लिकार्जुन खड़गे 2014 से 2019 के बीच लोकसभा में विपक्ष का चेहरा थे. इस बार वो गुलबर्गा से चुनाव हार गए हैं.

गुलबर्गा कर्नाटक का वो हिस्सा है जो महाराष्ट्र से सटा हुआ है. यहां कन्नड़ और मराठीभाषी लोगों की तादाद बराबर-बराबर है. और यह मुद्दा यहां की राजनीति पर काफी असर डालता है. मल्लिकार्जुन खड़गे से पहले गुलबर्गा की सियासी पहचान पूर्व मुख्यमंत्री धरम सिंह के तौर पर थी. वो गुलबर्गा से 1980 में सासंद चुने गए थे.
मल्लिकार्जुन खड़गे ने गुलबर्गा से पहला चुनाव 2009 में लड़ा था. 2014 में भी वो इस सीट से जीतने में कामयाब रहे थे. इस बार उनका मुकाबला मराठी मूल के उमेश जाधव से है. वो गुलबर्गा के नामी सर्जन रहे हैं. जनता के बीच उनकी छवि अच्छी है. इस वजह से यह मुकाबला दिलचस्प है.
वीडियो देखें:

 

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