इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट
वायरल हो रहा है. जिसमें लिखा है,
"LGBTQ+ मेहमानों को विराट कोहली के रेस्टोरेंट में नो एंट्री...विराट पुणे, दिल्ली और कोलकाता में वन8 कम्यून नाम से रेस्टोरेंट चलाते हैं. उनकी ज़ोमेटो लिस्टिंग कहती है कि स्टैग के लिए उनके रेस्टोरेंट में एंट्री नहीं है. हमने 2 सप्ताह पहले उनको मैसेज किया था. उनका कोई जवाब नहीं मिला. हमने उनके रेस्टोरेंट के पुणे ब्रांच से संपर्क किया, उन्होंने हमें फ़ोन पर बताया कि रेस्टोरेंट में प्रवेश केवल सिसजेंडर विषमलैंगिक जोड़ों या सिसजेंडर महिलाओं के समूहों के लिए है. समलैंगिक जोड़े या समलैंगिक पुरुषों के समूहों को एंट्री नहीं है. ट्रांस महिलाओं को उनके कपड़ों के अनुसार एंट्री दी जाती है. रेस्टोरेंट की दिल्ली शाखा ने इसपर कोई जवाब नहीं दिया. रेस्टोरेंट की कोलकाता वाली ब्रांच ने हमें बताया कि यहां सबकी एंट्री है. हालांकि, उनका ज़ोमेटो बुकिंग पेज कुछ और कहता है. भारत में ऐसे फ़ैंसी रेस्टोरेंट, बार और क्लबों में LGBTQ के साथ भेदभाव आम है, और विराट कोहली भी यही कर रहे हैं."

वह वायरल पोस्ट जिसमें विराट पर आरोप लगाए जा रहे हैं
Yesweexistindia का यह पोस्ट ट्विटर पर भी जमकर शेयर किया जा रहा है, कई लोग विराट से इस मामले में नाराज भी नज़र आ रहे हैं.
JoeCricket नाम के एक ट्विटर यूज़र ने लिखा, "अगर ये सच है तो कोहली को शर्म आनी चाहिए."
एक आय यूजर Vini लिखते हैं,
"आप विराट कोहली से और क्या उम्मीद लगा सकते हैं? विराट बस भाषणों में प्रगतिशील हैं. लेकिन, अमल में नहीं. क्या विराट और अनुष्का इस होमोफोबिक फ़ैसले पर कुछ कहेंगे?"
क्या वाक़ई विराट कोहली के रेस्टोरेंट में LGBTQ समुदाय को एंट्री नहीं है
सच जानने के लिए हमनें वन 8 कम्यून रेस्टोरेंट के पुणे ब्रांच से बात की. रेस्टोरेंट ने LGBTQ समुदाय के साथ भेदभाव और एंट्री ना देने की बात को सिरे से नकार दिया और उसे ग़लत बताया है. उन्होंने हमें बताया,“यह जानकारी ग़लत है. हमारे यहां इस प्रकार का भेदभाव नहीं किया जाता है. जो यह ग़लत जानकारी फैली है. उसकी वजह मिस कम्युनिकेशन है. हमारे यहां हर कोई आ सकता है.”