आज देश को आजाद हुए 75 साल (75 years of Independence) पूरे हो गए हैं. आज का दिन इसलिए भी खास रह क्योंकि लाल किले पर पीएम मोदी (PM Modi) के भाषण से पहले MI-17 हेलिकॉप्टरों (MI-17 V5 helicopters ) से फूल बरसाए गए. ये वही MI-17 हेलिकॉप्टर हैं, जिन्हें दुनिया का सबसे एडवांस ट्रांसपोर्ट हेलिकॉप्टर कहा जाता है. रूस में बनने वाले इन हेलिकॉप्टरों की कई खूबियां है. मिलिट्री ऑपरेशन के अलावा इनका इस्तेमाल भारी वजन उठाने, वीवीआईपी लोगों को लाने-ले जाने और रेस्क्यू मिशन के लिए भी किया जाता है.
क्या हैं MI-17 V5 हेलिकॉप्टरों की खासियत, जिनसे लाल किले पर फूल बरसाए गए?
MI-17 V5 हेलिकॉप्टर को दुनिया का सबसे एडवांस ट्रांसपोर्ट हेलिकॉप्टर कहा जाता है.

MI-17 हेलिकॉप्टरों का उत्पादन रूस में होता है. दरअसल ये हेलिकॉप्टर MI-8MTV5 डोमेस्टिक डेजिगनेशन हेलिकॉप्टरों का ही मिलिट्री वर्ज़न है. रूसी कंपनी मिल मॉस्को हेलिकॉप्टर प्लांट, कजान हेलिकॉप्टर प्लांट और उलान-उडे एविएशन प्लांट में इन्हें बनाया जाता है. इनमें दो इंजन लगे होते हैं. MI-17 को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि ये ज्यादा ऊंचाई हो या खराब मौसम, हर परिस्थिति में काम कर सकते हैं.
क्या हैं खासियत?Mi-17 हेलिकॉप्टर की कई खासियत हैं. इनका इस्तेमाल भारी वजन उठाने, ट्रांसपोर्टेशन, रेस्क्यू मिशन, और VVIP लोगों को लाने-ले जाने में किया जाता है. एक बार इन फीचर्स को विस्तार से समझते हैं. हेवी लिफ्टिंग की बारे में बात करें, तो Mi-17 हेलिकॉप्टर 36 हजार किलो तक का वजन उठा सकते हैं. अब बात करते हैं इसकी यात्री क्षमता पर. सेना में Mi-17 क्रू मेंबर्स समेत 36 सैनिकों को ले जा सकता है. लेकिन जब इन हेलिकॉप्टरों का इस्तेमाल VVIP के लिए किया जाता है, तो इनमें थोड़ा बदलाव किया जाता है. जिसके बाद इनमें ज्यादा से ज्यादा 20 लोग ही सवार हो सकते हैं. साथ ही मॉडिफाई किए गए हेलिकॉप्टर में टायलेट भी होता है.
दुनिया के करीब 60 देश 12 हजार से ज्यादा MI-17 हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल करते हैं. इनकी एक खासियत ये भी है कि इनमें मीडियम टि्वन टर्बाइन होती है. इन्हें फायर सपोर्ट, रक्षक दल की गश्ती और सर्च-एंड-रेस्क्यू (SAR) मिशन में भी तैनात किया जा सकता है.

Mi-17 हेलिकाप्टर कई हथियारों से भी लैस है. 250 किमी/घंटे की स्पीड से चलने वाले ये हेलिकॉप्टर 5 Shturm-V मिसाइल, 80 S-8 रॉकेट्स, एक 23mm मशीन गन, PKT मशीन गन और AKM सब-मशीन गन से लैस है. इसमें निशाना बनाने के लिए आठ फायरिंग पोस्ट हैं. इस हेलिकॉप्टर पर मौजूद हथियारों से दुश्मनों के बख्तरबंद वाहनों, लैंड-बेस्ड टारगेट, और फिक्स्ड और मूविंग टारगेट पर सटीक निशाना लगाया जा सकता है. साथ ही MI-17 नाइट विजन, ऑन बोर्ड वेदर रडार, ऑटोपायलट सिस्टम से भी लैस है.
भारत के पास कितने MI-17 हैं?साल 2008 में भारत ने रूस के साथ एक डील साइन की थी. ये डील थी कि रूस भारत को 80 MI-17 हेलिकाप्टर देगा. 2011 में MI-17 की पहली खेप भारत आई. 2013 तक आते-आते भारत को 36 MI-17 हेलिकॉप्टर मिल चुके थे. भारत को MI-17 की आखिरी खेप जुलाई 2018 में मिली थी. इसके बाद भारतीय एयरफोर्स ने इनकी मरम्मत और रखरखाव के लिए अप्रैल 2019 तक एक रिपेयर फैसिलिटी का भी निर्माण कर लिया था.
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