घटना के बाद निरंजनी अखाड़े के महंत नरेंद्र गिरि ने कहा था कि उस दिन सुबह 8 बजे उनकी आशीष से बात हुई थी. उसके बाद आशीष नाश्ता करने आने वाले थे. नरेंद्र गिरि ने बताया था कि जब आशीष काफ़ी देर तक नहीं आए तो कुछ लोग उनके कमरे में गए. उन्हें कमरा खुला हुआ मिला था, जहां आशीष का शव पड़ा था.
उस समय प्रयागराज के पुलिस अधीक्षक बृजेश श्रीवास्तव ने समाचार एजेंसी एएनआई को बयान दिया था. उन्होंने कहा था,
"प्रारंभिक जांच के अनुसार, महाराज ने खुद को गोली मार ली. क्योंकि वो ब्लडप्रेशर और पेट की बीमारी से पीड़ित थे. जिससे उनका लिवर बुरी तरह प्रभावित हुआ था."वहीं, महंत नरेंद्र गिरि ने एएनआई से कहा था कि पहले भी आशीष गिरि को उत्तराखंड के देहरादून के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उनके मुताबिक़, आशीष का इलाज कर रहे डॉक्टरों ने कहा था कि वो काफ़ी स्ट्रेस में थे और उनको शराब और सिगरेट की बुरी लत थी.

अपने गुरु नरेंद्र गिरी के साथ आनंद गिरी.
आनंद गिरि का दावा- आशीष की आत्महत्या नहीं हुई थी इस घटना के एक साल बाद तक आशीष गिरि की मौत को आत्महत्या ही माना जा रहा था. लेकिन बाद में आनंद गिरि (Anand Giri) ने अचानक कुछ दावे कर दिए. वही आनंद गिरि जिनकी मंगलवार 21 सितंबर को महंत नरेंद्र गिरि के कथित आत्महत्या मामले में गिरफ़्तारी हुई है.
आशीष गिरि की मौत के मामले में आनंद गिरि ने मीडिया से कहा कि उनकी मौत आत्महत्या नहीं थी और इसका मांडा की एक ज़मीन से जुड़े मामले से संबंध है. ये प्रयागराज और मिर्ज़ापुर से सटा एक इलाका है.
आनंद के दावे के बाद सवाल उठा था कि क्या आशीष गिरि की हत्या की गई थी? पुलिस ने अपने दस्तावेज़ों में इससे इन्कार किया है. प्रयागराज के कई पुलिस अधिकारियों ने दी लल्लनटॉप से हुई बातचीत में बताया कि महंत आशीष गिरि ने की तो आत्महत्या ही थी, लेकिन मठ और अखाड़े की अनदेखी की वजह से.
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक़, आशीष गिरि ने अपनी बहुत सारी संपत्ति अखाड़े को दान कर दी थी. लेकिन इन ज़मीनों की बंदरबांट और कथित भ्रष्टाचार को देखते हुए आशीष गिरि गहरे अवसाद में चले गए थे. बेतहाशा नशा करने लगे थे, जिसके चलते आख़िर में उन्होंने आत्महत्या कर ली.
नशे वाली बात के सबूत के तौर पर दो बातों का जिक्र किया गया. पहला है पुलिस का बयान, जिसमें आशीष गिरि के लिवर ख़राब होने का ज़िक्र किया गया था. और दूसरा है अखाड़े के महंत दिवंगत नरेंद्र गिरि का बयान. इसमें उन्होंने डॉक्टरों के हवाले से कहा था कि आशीष गिरि को शराब और सिगरेट पीने की लत लग गई थी.