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'फातिहा पढ़ने लायक नहीं छोड़ेंगे, कोडिन सिरप केस का लिंक सपा से जोड़ते हुए क्या बोले CM योगी?

Codeine Cough Syrup मामले में मुख्यमंत्री Yogi Adityanath ने SP अध्यक्ष Akhilesh Yadav पर भी निशाने पर लिया. उन्होंने कहा कि एक आरोपी के बिजनेस पार्टर और वाराणसी कैंट से सपा के उम्मीदवार रहे अमित यादव का संबंध सीधे तौर पर अखिलेश यादव से है.

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CM योगी आदित्यनाथ (बाएं) ने अखिलेश यादव (दाएं) पर निशाना साधा. (ITG/PTI)

उत्तर प्रदेश में कोडीन कफ सिरप मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्षी पार्टी समाजवादी पार्टी (SP) पर सीधा हमला बोला. योगी ने विधानसभा में आरोप लगाया कि कोडीन सफ सिरप के अवैध कारोबार में एक SP उम्मीदवार के करीबी सहयोगी का हाथ है. मुख्यमंत्री ने दावा किया कि वाराणसी से SP उम्मीदवार अमित यादव का बिजनेस पार्टनर शुभम जायसवाल यूपी में कोडीन कफ सिरप का सबसे बड़े स्टॉकिस्ट हैं.

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सीएम योगी ने यह भी बताया कि शुभम जायसवाल की पत्नी के खातों में अमित यादव और मिलिंद यादव के लेनदेन का खुलासा हुआ है, जिससे इस मामले की आंच सपा नेताओं पर भी आ गई है. योगी ने आरोप लगाया कि इन सभी लोगों ने फर्जी फर्म और लाइसेंस बनाकर कोडीन सिरप का अवैध कारोबार किया.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में कहा,

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"अमित यादव और मिलिंद यादव के खातों से शुभम जायसवाल और उसकी पत्नी के खातों से लेनदेन का पता चला है. इलीगल ट्रांजैक्शन के मामले भी सामने आए हैं. इसके अलावा, फर्जी फर्म और लाइसेंस बनाकर इलीगल डायवर्जन में मनोज यादव, राजीव यादव और मुकेश यादव भी शामिल हैं. प्रदेश सचिव समाजवादी सभा अमित यादव... 2024 में अमित यादव ने दुबई की यात्रा की. शुभम जायसवाल के जरिए ही यह यात्रा हुई."

मुख्यमंत्री ने कहा कि तमिलनाडु में बने इस सिरप से अन्य राज्यों में मौतें हुईं, लेकिन यूपी में किसी की मौत नहीं हुई. उन्होंने कहा कि यह यूपी पुलिस की प्रभावी कार्रवाई का नतीजा है. उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस ने एक हजार से ज्यादा नमूनों की जांच की है और मामले की गंभीरता को देखते हुए कार्रवाई जारी है.

सीएम योगी ने कोडीन कफ सिरप की तस्करी में सामने आए नामों का जिक्र करते हुए कहा,

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“वाराणसी में सैली ट्रेडर्स के शुभम जायसवाल, भोला प्रसाद जायसवाल, आकाश पाठक, अवार्ड हेल्थ केयर के विभोर राणा, गाजियाबाद-दिल्ली में लैबोरेट फार्मा के सौरभ त्यागी, अभिषेक शर्मा, विशाल उपाध्याय, पप्पन यादव और शादाब हैं. वाराणसी में शुभम जायसवाल का जो मॉल है, यानी जो उसका स्टोरेज है, वह मनोज यादव के स्टोरेज का उपयोग करता है, जो इसमें उनके साथ साझेदार है.”

उन्होंने आगे बताया,

"अवैध व्यापार करने वालों में विनोद अग्रवाल और शिवम अग्रवाल का भी नाम है. लखनऊ के मनोहर जायसवाल और बायो हब के इमरान इसके मुख्य किंग पिन हैं. इनके खिलाफ हम लोगों ने कोडिन युक्त कप सिरप के इलीगल डायवर्जन के मामले, इलीगल स्टोरेज और उसका कोई भी रिकॉर्ड मेंटेन ना करने को लेकर NDPS के तहत यह कारवाई की है, जिसमें 10 साल से लेकर 20 साल तक की सजा का प्रावधान है. यह उत्तर प्रदेश के अंदर यह कार्रवाई चल रही है. अन्य जगह कहीं नहीं. भले ही मौत यूपी के अंदर नहीं हुई है, लेकिन यह मामला इलीगल डायवर्जन का है."

सीएम योगी ने कहा कि कोडीन कफ सिरप मामले में 77 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. इस बीच उन्होंने विपक्ष पर तंज कसा. विपक्ष के सरकार के सख्त कार्रवाई ना करने के आरोप पर सीएम योगी ने कहा,

"77 अभियुक्तों को हम अब तक गिरफ्तार कर चुके हैं. कोई भी बच नहीं पाएगा... मैं आपकी पीड़ा को जानता हूं, क्योंकि सरकार की कार्रवाई आखिर तक जाएगी, तो आप में से बहुत सारे लोग वहां फातिहा पढ़ने के लिए जाएंगे. तो आपको फातिहा पढ़ने के लायक भी हम नहीं छोड़ेंगे. तब तक हम ऐसी कार्रवाई कर देंगे."

मुख्यमंत्री योगी ने SP अध्यक्ष अखिलेश यादव पर भी निशाने पर लिया. उन्होंने कहा कि वाराणसी कैंट से सपा के उम्मीदवार रहे अमित यादव का संबंध सीधे तौर पर अखिलेश यादव से है. योगी ने विधानसभा में अमित यादव की अखिलेश यादव के साथ एक फोटो भी दिखाते हुए यह सवाल उठाया कि क्या अखिलेश यादव अपने पार्टी के इस पदाधिकारी को बचा रहे हैं.

इसके अलावा, योगी ने SP के अन्य नेताओं पर भी आरोप लगाए और कहा कि विभोर राणा को सपा सरकार ने लाइसेंस जारी किया था. योगी ने कहा कि हमने एक पुलिस वाले आलोक को भी बर्खास्त किया है. आलोक का जिक्र करते हुए योगी ने कहा,

"आलोक सिपाही, है पक्का सपाई."

विधानसभा में सीएम योगी के संबोधन के बाद अखिलेश यादव ने भी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने X पर लिखा,

“जानलेवा जहरीली-नशीली कोडीन के गोरखधंधे से हो रही घोर बदनामी से बचने का भाजपाइयों के पास अब बस एक ही रास्ता है- इस बार वे खुद अपना ही नाम बदल लें.”

उन्होंने आगे कहा कि 'भाजपाई' और उनके 'संगी-साथियों' को 'बच्चों' को छोड़ देना चाहिए. दरअसल, कथित जहरीला कोडीन कफ सिरप पीने की वजह से देशभर में कई बच्चों की मौत हो गई है.

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