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'पैसे पड़े थे लेकिन सैलरी नहीं दे पाया' विजय माल्या ने सालों बाद माफी मांगी

Vijay Mallya के पास पैसे थे. वो अपने बर्थडे पार्टी में करोड़ो रुपये खर्च कर रहा था. इसके बावजूद Kingfisher के कर्मचारियों को उनकी सैलरी नहीं मिली और नौकरी चली गई. भगोड़े माल्या ने इन सवालों पर अपना पक्ष रखा है.

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विजय माल्या ने माफी मांगी है. (फाइल फोटो: इंडिया टुडे)

भगोड़े कारोबारी विजय माल्या ने सालों बाद किंगफिशर के पूर्व कर्मचारियों से माफी मांगी (Vijay Mallya Apology) है. फंड्स को ठीक से मैनेज न कर पाने के कारण किंगफिशर के हजारों कर्मचारियों की नौकरी चली गई थी.

‘फिगरिंग आउट’ नाम के पॉडकास्ट में माल्या से इस बारे में पूछा गया,

आप किंगफिशर के अपने उन कर्मचारियों से क्या कहना चाहेंगे, जिन्होंने अपनी नौकरी खो दी. उनके मन में अब भी आपके लिए गुस्सा है.

विजय माल्या ने अपने जवाब में कहा,

उनके साथ जो कुछ भी हुआ, उसके लिए मैं दिल से माफी मांगता हूं. मैं दिल से माफी मांगता हूं कि उनमें से कुछ को उनकी सैलरी नहीं मिल पाई. मेरे पास इसके लिए कोई बहाना नहीं है. मैं इसकी पूरी जिम्मेदारी लेता हूं. 

कर्नाटक हाईकोर्ट के डिपोजिट में पैसे पड़े थे लेकिन…

माल्या ने आगे कहा,

जो लोग बात सुनने में दिलचस्पी रखते हैं, उनसे कहना चाहता हूं कि कर्नाटक हाईकोर्ट के डिपोजिट में (कंपनी के) पैसे पड़े हुए थे. मैंने कोर्ट से अनुमति मांगी सिर्फ इसलिए कि मैं कर्मचारियों को उनकी सैलरी दे सकूं. लेकिन बैंक ने इसमें अपनी दर्ज कराई और कोर्ट ने अनुमति नहीं दी. इसके अलावा मेरे पास कोई और विकल्प नहीं था.  

सैलरी के लिए पैसे नहीं थे और बर्थडे पार्टी पर करोडों उड़ा दिए

किंगफिशर के पीड़ित कर्माचारियों के लिए माल्या का ये जवाब काफी नहीं है. इसलिए उनसे एक काउंटर क्वेश्चन पूछा गया,

कोर्ट से पैसे लेने की कोशिश करने के बाद भी आप सैलरी नहीं दे पाएं. लेकिन फिर आप बाहर जाकर किसी राजा की तरह अपना 60वां बर्थडे मनाते हैं, जब आपके कर्मचारी समस्याओं का सामना कर रहे थे. आप इन कर्मचारियों से क्या कहेंगे?

'किंगफिशर की असफलता के लिए माफी'

विजय माल्या ने कहा,

किंगफिशर  एयरलाइन 2012 में बंद हुआ और मेरा 60वां बर्थडे दिसंबर 2015 में था. उस समय मैं ऐसा कुछ नहीं कर सकता था जिससे अपने स्टाफ को पैसे दे सकूं. क्योंकि इसके लिए मैं किसी भी पैसे का इस्तेमाल करता तो बैंक ले लेते. क्योंकि सारी संपत्ति को फ्रिज कर दिया गया था. मैंने अपने कानूनी सलाहकारों को कहा था कि पैसे देने का कोई न कोई तरीका खोजो. लेकिन संपत्ति फ्रिज होने के कारण सब पर कोर्ट का कंट्रोल था. हम उसको छू नहीं सकते थे. 

जब कोई कहता है कि मैंने जानबूझकर उनके पैसे नहीं दिए या इस मामले को इग्नोर किया, तो मुझे बहुत दुख होता है.

किंगफिशर की असफलता के लिए मैंने सार्वजनिक रूप से माफी मांगी है और अब तक मांग रहा हूं. 

माल्या ने कहा कि भारत के लोग उसको बहुत बड़ा फेलियर मानते हैं लेकिन वो मानता है कि उसने अपनी ओर से सारे प्रयास किए थे.

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भारत में माल्या पर लगभग 9,000 करोड़ रुपये के डिफॉल्ट के कई मामले चल रहे हैं. साल 2016 में वो देश छोड़कर भाग गया था. 5 जनवरी, 2019 को मुंबई की विशेष अदालत ने माल्या को 'भगोड़ा' घोषित कर दिया था.

वीडियो: संपत्ति बिकने से परेशान हुए विजय माल्या, खटखटाया हाई कोर्ट का दरवाजा