आज के बदलते दौर में लिव-इन रिलेशनशिप आम हो चुकी है. इसमें लड़का और लड़की बिना शादी के एक-दूसरे साथ रहते हैं. अब इसी पर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल का बयान आया है. उन्होंने लड़कियों को लिव-इन रिलेशनशिप से बचने की सलाह दी है. उन्होंने कहा कि अगर इसके परिणाम देखने हों, तो अनाथालय में देख सकते हैं.
'15-20 साल की बेटियां गोद में बच्चा लिए खड़ी हैं,' आनंदीबेन पटेल ने लिव-इन से बचने की सलाह दी
बलिया में जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय के सातवें दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश की राज्यपाल ने कहा, 'अगर आपको लिव-इन रिलेशनशिप के परिणाम देखने है, तो आप किसी भी अनाथालय में जा सकते हैं. वहां लाइन में खड़ी 15 से 20 साल की लड़कियों को देखेंगे, जिनके गोद में एक साल का बच्चा होगा.'


आनंदीबेन पटेल ने कहा कि अनाथालयों में 15 से 20 साल की लड़कियां अपनी गोद में बच्चा लिए खड़ी हैं. इंडिया टुडे से जुड़े अनिल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट के मुताबिक, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने बलिया के जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय के सातवें दीक्षांत समारोह में यह बयान दिया. लिव-इन रिलेशनशिप की निंदा करते हुए राज्यपाल ने कहा कि ऐसा लालच की वजह से होता है.
7 अक्टूबर को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा,
“बेटियों को मेरी एक ही सलाह है. आपके पास कोई आएगा फ्रेंडशिप करने के लिए. आजकल ये चलता है. लिव-इन रिलेशन... अनाथालय में जाकर देखिए लिव-इन रिलेशन का परिणाम क्या हैं. वहां आपको पता चलेगा. 15 साल की बेटियां, 20 साल की बेटियां 1-1 साल का बच्चा लेकर वहां खड़ी हैं.”
राज्यपाल ने आगे कहा कि लड़के, लड़कियों को लालच देते हैं. उन्होंने कहा कि लड़के, लड़कियों को होटलों में ले जाते हैं, बच्चा पैदा करते हैं और इसके बाद लड़कियों को छोड़ देते हैं.
दीक्षांत समारोह को आगे संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि लिव-इन रिलेशनशिप हमारा सिद्धांत और मूल्य नहीं है, लेकिन फिर भी ऐसा हो रहा है. उन्होंने आगे कहा कि लड़कियों और महिलाओं को इन चीजों का शिकार होने की जगह अपने जीवन के बड़े और नेक लक्ष्य हासिल करने के लिए समर्पित होना चाहिए.
राज्यपाल ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि लड़कियों और महिलाओं की सुरक्षा हमारी जिम्मेदारी है, लेकिन इसके बाद भी उनके साथ गलत घटनाएं हो जाती हैं. इस संबोधन में राज्यपाल ने युवाओं में बढ़ते नशे की लत को लेकर भी चिंता जताई. उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात से बेहद खुशी होगी, जब राज्य का हरेक युवा मादक पदार्थों के सेवन से दूर होगा.
राज्यपाल ने अपने संबोधन में विश्वविद्यालयों में पढ़ाने और सीखाने की शैली में भी सुधार करने की सलाह दी. इसके साथ ही छात्रों को सलाह देते हुए अपील की कि वे नियमित तौर पर कक्षाओं में आए.
वीडियो: आर्यन की 'बैड्स ऑफ बॉलीवुड' और समीर वानखेड़े केस में शाहरुख की कंपनी को समन