मंच पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ. साथ में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राज्य मंत्री रविंद्र जायसवाल और उन्हें पटका पहनाने वाले BJP विधायक नीलकंठ तिवारी. इन सभी का ऐसा वीडियो आया, जिसने सूबे के सियासी गलियारे में हलचल मचा दी. नीलकंठ तिवारी के 'पटका' पहनाने के अंदाज ने सोशल मीडिया पर 'पटाखा' फोड़ दिया है.
सीएम योगी के सामने BJP के मंत्री और विधायक की पटका पर 'पटकी', वीडियो वायरल
Uttar Pradesh के CM Yogi Adityanath की मौजूदगी में दो BJP नेताओं के बीच गहमागहमी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. यह वाकया Varanasi में पटका पहनाकर सम्मानित करने के दौरान हुआ.


हाल में वाराणसी के राम कटोरा इलाके में 'स्वच्छता मित्र सम्मान समारोह' का आयोजन किया गया था. इसमें मुख्य अतिथि के तौर पर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ मौजूद थे. उनके साथ वाराणसी दक्षिण विधानसभा से BJP के विधायक और पूर्व राज्य मंत्री नीलकंठ तिवारी, राज्य मंत्री रविंद्र जायसवाल, राज्य मंत्री दयाशंकर मिश्रा दयालु और मेयर अशोक तिवारी भी मंच पर थे.
माननीयों को मंच पर पटका पहनाकर सम्मानित किया जा रहा था. वीडियो में दिखता है कि जब नीलकंठ तिवारी, मौजूदा राज्य मंत्री रविंद्र जायसवाल को पटका पहनाने चले तो जायसवाल ने तिवारी से पटका लेकर उन्हें ही पहना दिया. फिर तिवारी ने भी अपने गले से पटका निकाल जायसवाल के गले में डाल दिया. दोनों के बीच गहमागहमी साफ दिखी, जिसकी खूब चर्चा हो रही है.
अब इसे क्या सीएम योगी के सामने BJP नेताओं का झगड़ना ना कहा जाए? क्या यह दो विधायकों की एक दूसरे से नाराजगी जैसी नहीं दिख रही? कुछ का कहना है कि यह रविंद्र जायसवाल के राज्य मंत्री बनने के बाद की नाराजगी है. पर क्या सच में ऐसा कुछ है?
दी लल्लनटॉप से जुड़े हिमांशु तिवारी ने घटना पर पहले BJP विधायक नीलकंठ तिवारी से बात की. उन्होंने कहा,
"सोशल मीडिया और सबका अपना-अपना जमाना है. रविंद्र जी और हमारे छात्र जीवन के संबंध हैं. बड़े भाई-छोटे भाई का नाता है. हम लोग साथ पढ़े हैं. वकालत साथ रही है. इतना ही नहीं, हमारा पारिवारिक संबंध है. जब वो मंच पर आए और मैंने उनका सम्मान किया तो वे बोले कि आपने बढ़िया काम किया है. मैंने कहा कि आप हमारे गेस्ट हैं, आपका अभिनंदन है. बस इतनी बात हुई. फिर विपक्षी दलों ने सोशल मीडिया पर चलाया."
हमने अगला सवाल किया कि कहा तो यह जा रहा है कि एक साथी के हिस्से मंत्रालय है और अपने हाथ खाली, इसी बात की नाराजगी दिखी है. इस पर नीलकंठ तिवारी कहते हैं,
"पूरा बनारस जानता है कि हमारे-उनके क्या संबंध हैं. हमारे रिश्ते पैंतीस सालों से हैं. हम लोग मोटरसाइकल से घूमते रहे हैं. हमारी उनसे कोई प्रतिस्पर्धा नहीं है. आप रविंद्र जी से पूछेंगे तो वे भी यही बताने वाले हैं."
इस मामले में रविंद्र जायसवाल का जवाब जानने की कोशिश भी की गई. लेकिन संपर्क नहीं हो पाया. बाकी, नीलकंठ तिवारी ने अपने हिस्से से रिश्तों की तमाम कहानियां सुना दी हैं.
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